अलौकिक होली में है जीवन की खुशी के रंग-बीके गीता
रुड़की 10 March (Swarnim Savera) -प्रजापिता ब्रह्माकुमारी ईश्वरीय विश्व विद्यालय के रुड़की सेवा केंद्र पर होली के उपलक्ष्य में अलौकिक होली व महिला दिवस के उपलक्ष्य में नारी का आध्यात्मिक सशक्तिकरण विषयक कार्यक्रम आयोजित किए गए। राजयोगिनी बीके गीता दीदी की अध्यक्षता में आयोजित कार्यक्रम में अलौकिक होली का रहस्य बताया गया। मुख्य अतिथि डॉ प्रदीप रस्तोगी ने कहा कि विश्व शांति व चरित्र निर्माण के क्षेत्र में अग्रणी ब्रह्माकुमारीज से बेहतर संस्था दुनिया मे कोई दूसरी नही है।उन्होंने कहा कि देश की राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू स्वयं में एक ब्रह्माकुमारी है,जो इस संस्था के ऊंचे मानदंडों का एक बड़ा प्रमाण है।उन्होंने ब्रह्माकुमारीज के जीवन से प्रेरणा लेने का आह्वान करते हुए स्वयं संस्था से जुड़ने के अनुभव साझा किए।बीके बबिता व बीके रजनी ने कहा कि ब्रह्माकुमारीज की ईश्वरीय साधना व नारी शक्ति के प्रति सम्मान ही राष्ट्र निर्माण के प्रति बढ़ते कदम है। उन्होंने कहा कि होली को पवित्रता का पर्याय बताते हुए महिलाओ की रचनात्मकता को गौरवपूर्ण बताया।उन्होंने कहा कि राजयोग के अभ्यास से जो शांति व रूहानियत की अनुभूति है,वह अपने आप मे बेहद सुखद है।उन्होंने अपने रूहानी जीवन को आध्यात्मिकता से भरपूर बताया।अध्यक्षीय उदबोधन में बीके गीता ने ईश्वरीय महावाक्य भी सुनाए और परमात्मा के बताए मार्ग का अनुसरण करने की अपील की।बीके रजनी के संचालन में आयोजित इस कार्यक्रम में अतिथि डा प्रदीप रस्तोगी व नीलम चौधरी को सौगात देकर सम्मानित किया गया।इस अवसर पर पारुल बहन ने होली पर प्रेरक कविता सुनाई।कार्यक्रम भोपाल सिंह,शिवकुमार, अनिल भाई,श्रीगोपालनारसन, सतीश नेगी,योगेश त्यागी,रेखा,अमरेश,राजबाला, अनिल कुमार, वर्षा, सपना आदि मौजूद रहे।