छत्तीसगढ़ पर अब बात होती है तो सांस्कृतिक विशिष्टताओं पर चर्चा होती है, प्रधानमंत्री ने फाग गीतों पर चर्चा की

  • छत्तीसगढ़ मनवा कुर्मी समाज के 77 वें दो दिवसीय वार्षिक अधिवेशन को संबोधित करते हुए मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने कहा
  • दुर्ग 11 मार्च 2023 (Swarnim Savera) /पहले छत्तीसगढ़ की पहचान नक्सलवाद को लेकर थी। अब देश में छत्तीसगढ़ की बात होती है तो सांस्कृतिक विशिष्टताओं को लेकर बात होती है। प्रधानमंत्री जी से दिल्ली में मुलाकात हुई। उन्होंने मुझसे यहाँ होली के मौके पर गाये जाने वाले फाग के बारे में पूछा। उन्हें मैने फाग गीत सुनाए। छत्तीसगढ़ की समृद्ध लोक संस्कृति पर चर्चा हुई। यह बात मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने छत्तीसगढ़ मनवा कुर्मी समाज के 77वें दो दिवसीय महा अधिवेशन के अवसर पर अपने सम्बोधन में यह बात कही। मुख्यमंत्री ने कहा कि पूरे प्रदेश में सामाजिक सम्मेलन हो रहे हैं। इनमें सामाजिक कार्य के लिए भूमि और भवन की मांग होती रहती है। समाज के बढ़िया संचालन के लिए यह जरूरी है। हमने पूरे भेंट मुलाकात अभियान के दौरान सामाजिकजनों को जमीन उपलब्ध कराने के निर्देश दिए हैं और सामाजिक भवनों को यह भूमि रियायती दर में उपलब्ध कराई जा रही है। जहां जमीन है वहां भवन की राशि दी जा रही है।
    मुख्यमंत्री ने कहा कि हमारे पूर्वजों ने शिक्षा के क्षेत्र में बड़ा काम किया है। आज शिक्षित होना तो आवश्यक है ही, प्रतिस्पर्धा में टिके रहने के लिए शिक्षा की ठोस व्यवस्था और गुणवत्तापूर्ण व्यवस्था आवश्यक है।
    उन्होंने कहा कि शिक्षा के साथ प्रतिस्पर्धी परीक्षाओं में अच्छा प्रदर्शन करने अच्छी अंग्रेजी जरूरी है इसके लिए हमने स्वामी आत्मानंद स्कूल आरम्भ किए। इस बार इंग्लिश मीडियम स्कूल के लिए 800 करोड़ रुपये रखे गये हैं। ग्रामीण क्षेत्रों के बच्चों को भी अब अंग्रेजी शिक्षा का लाभ मिल रहा है। मुख्यमंत्री ने कहा कि खेती किसानी को मजबूत करने हम कार्य कर ही रहे हैं। देश में अपनी फसल का सबसे ज्यादा मूल्य छत्तीसगढ़ में मिल रहा है। रोजगार सृजन के लिए भी हम कार्य कर रहे हैं। इसके लिए रीपा आरम्भ किये गए हैं। अधोसंरचना के साथ विभिन्न तरह की मदद की व्यवस्था की गई है। ऐसी अधोसंरचना से ग्रामीण उद्यमियों को बढ़ने के बड़े अवसर खुलेंगे। इसमें ट्रेनिंग की व्यवस्था भी है। मुख्यमंत्री ने कहा कि गोधन न्याय योजना से 400 करोड़ रुपये की राशि हितग्राहियों के खाते में गई है। हम गोबर से पेंट बना रहे हैं। नगरीय क्षेत्र के भूमिहीन श्रमिकों को भी 7 हजार रुपये देने का निर्णय हमने किया। मुख्यमंत्री ने कहा कि आवासहीन लोगों का सर्वे कराकर उन्हें आवास दिया जाएगा।
    इस अवसर पर समाज के केंद्रीय अध्यक्ष श्री चोवाराम वर्मा, पाटन राजप्रधान श्री मेहतरलाल वर्मा एवं अन्य पदाधिकारी मौजूद रहे।

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