ई पॉस मशीन हुई बेबस, बकावंड विकासखंड में राशन वितरण ठप
उपभोक्ताओं के लिए परेशानी का सबब बन गई है यह व्यवस्था =
= बड़े पैमाने पर हुए राशन घोटाले के बीच ई पॉस मशीन के ठप होने को लेकर जारी है कयासों का दौर =
बकावंड 17 May, (Swarnim Savera) । सार्वजनिक वितरण प्रणाली की दुकानों में लागू की गई ई पॉस प्रणाली बकावंड विकासखंड के उपभोक्ताओं के लिए परेशानी का सबब बन गई है। ई पॉस मशीन में आएदिन कनेक्टिविटी की समस्या पैदा हो जाती है। इस वजह से उपभोक्ताओं को राशन वितरण नहीं किया जाता।
ई पॉस वह तकनीक है, जिसके जरिए सार्वजनिक वितरण प्रणाली की हर दुकान अथवा दुकानों के समूह सीधे तौर पर खाद्य एवं नागरिक आपूर्ति विभाग के रायपुर स्थित मुख्यालय या फिर जिला कार्यालयों से जुड़ते हैं। इसके जरिए राशन वितरण पर कड़ी निगाह रखी जाती है। रोजाना दुकान खोलते ही दुकान संचालकों का सबसे पहला काम होता है ई पॉस मशीन के जरिए राज्य या जिला मुख्यालय से लिंक होना। लिंक होने पर ही उपभोक्ताओं को राशन वितरण करना संभव हो पाता है। बकावंड विकासखंड ने ई पॉस मशीनों के लिंक फेल होने की समस्या आएदिन उत्पन्न होती रहती है। हर माह ऐसी समस्या आ जाती है। बीते चार दिनों से ई पॉस मशीनें राज्य व जिला मुख्यालय से लिंक नहीं हो पा रही हैं। नतीजतन सभी राशन दुकानों में चावल, शक्कर, चना, गुड़, नमक आदि के वितरण की व्यवस्था ठप हो गई है। उपभोक्ताओं को राशन दुकानों से खाली हाथ लौटना पड़ रहा है। उपभोक्ताओं को राशन दुकानों के दिन में दो तीन चक्कर लगाने पड़ रहे हैं। बकावंड विकासखंड के ग्राम बनियागांव, उलनार, टलनार, गुमडेल, कोरटा समेत सभी 90 स्थानों पर संचालित शासकीय उचित मूल्य की दुकानों में खाद्यान्न वितरण ठप पड़ गया है।उपभोक्ताओं को इस माह का राशन नहीं मिल पा रहा है।
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ब्लॉक में हो चुका है बड़ा राशन घोटाला
बकावंड विकासखंड में करोड़ों के राशन का घोटाला हो चुका है। क्षेत्र के वरिष्ठ खाद्य निरीक्षक श्री दीवान द्वारा शासकीय उचित मूल्य की दुकानों की जांच की गई थी। जांच में सैकड़ों क्विंटल चावल, शक्कर, चना, गुड़ और नमक की गड़बड़ी उजागर हो चुकी है। खाद्य निरीक्षक ने जांच प्रतिवेदन एसडीएम बस्तर को सौंप भी दिया है, मगर अभी तक दुकान संचालकों पर किसी तरह की कार्रवाई नहीं हो पाई है। वहीं इतने बड़े राशन घोटाले के बीच बार – बार ई पॉस मशीन का लिंक फेल होने और सर्वर डाउन हो जाने से तरह तरह की चर्चाएं चल रही हैं। लोग इसका लिंक राशन घोटाले से जोड़ रहे हैं। लोगों का कहना है कि ऐसा करके पुनः राशन घोटाला करने की तैयारी चल रही है।