नेहरू मेमोरियल का नाम बदलना मोदी सरकार की ओछी मानसिकता का परिचायक : आरएन वर्मा
दुर्ग 17 June (Swarnim Savera) । पूर्व मेयर व उपाध्यक्ष छत्तीसगढ़ राज्य पिछड़ा वर्ग आयोग आरएन. वर्मा ने देश की राजधानी दिल्ली स्थित मेमोरियल जो देश के प्रथम प्रधानमंत्री स्वर्गीय जवाहरलाल नेहरू के नाम से था को बदलकर प्रधानमंत्री म्यूजियम एवं लाइब्रेरी सोसायटी करने पर तीखी प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुए कहा है कि इस प्रकार की कृत्य मोदी सरकार की घटिया हरकत और ओछी मानसिकता का परिचायक है। आरएन. वर्मा ने कहा है कि पंडित जवाहरलाल नेहरू का देश की आजादी एवं देश के नवनिर्माण में अमूल्य योगदान रहा है जिसे आधुनिक भारत का शिल्पकार कहा जाता है ऐसे महान शख्सियत का नाम हटाकर देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी लोकतंत्र में अलोकांत्रिक परंपरा का शुरुआत किया है जिसे लोकतंत्र में कदापि उचित नहीं कहा जा सकता है। आरएन. वर्मा ने कहा है कि लोकतंत्र में सत्ता बदलती रहती है मगर हर काल में देश के लिए कार्य करने वाले व्यक्ति का नाम इतिहास में अमर रहता है। केंद्र सरकार यह गलतफहमी में है कि पंडित जवाहरलाल नेहरू का नाम मेमोरियल से हटा देने से पंडित नेहरू के महत्व को कम कर देंगे। इस प्रकार का कृत्य केवल तानाशाही प्रवृत्ति के लोग ही कर सकते हैं प्रधान मंत्री मोदी को यह भी समझ लेना चाहिए की लोकतंत्र में किसी की भी सरकार स्थाई नहीं होता है।
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