कमलचंद्र भंजदेव के सहारे बस्तर में कमल खिलाएगी भाजपा….!
-बस्तर राज परिवार पर बड़ा दांव खेलने की तैयारी में है भाजपा
जगदलपुर, (अर्जुन झा)। आसन्न विधानसभा चुनावों को लेकर कांग्रेस और भारतीय जनता पार्टी में प्रत्याशी चयन पर मंथन शुरू कर दिया है। दोनों ही पार्टियां चुनाव में जीत दर्ज करने के लिए सरगुजा और बस्तर संभाग की सीटों पर पूरा जोर लगा रही हैं। बस्तर संभाग की बारह विधानसभा सीटों में एकमात्र जगदलपुर सीट सामान्य वर्ग के लिए है। इस सीट पर प्रत्याशी चयन को लेकर भाजपा काफी गंभीर नजर आ रही है। गृहमंत्री अमित शाह अब तक दो बार छत्तीसगढ़ का दौरा कर चुके हैं। सूत्रों के मुताबिक कि भाजपा इस बार चुनाव में जगदलपुर से किसी नए चेहरे को मैदान पर उतार सकती है।बस्तर राज परिवार के कमलचंद्र भंजदेव आगामी विधानसभा चुनाव में जगदलपुर विधानसभा सीट के लिए भाजपा के प्रत्याशी हो सकते हैं।क्योंकि आज भी बस्तर संभाग के लोगों में बस्तर राज परिवार के महाराजा प्रवीरचंद्र भंजदेव के प्रति अपार स्नेह, श्रद्धा और सम्मान है।
बस्तर राज परिवार के कमलचंद्र भंजदेव 2013 में लंदन से पढ़ाई पूरी कर बस्तर लौटने के बाद से अपने पूर्वजों की परंपरा को कायम रखते हुए बस्तर संभाग के विभिन्न ग्रामीण क्षेत्रों में आयोजित मड़ई मेलों में पहुंचकर अपने माटी पुजारी के दायित्व का निर्वहन करते रहे। विदित हो कि कमलचंद्र भंजदेव भारतीय जनता पार्टी प्रदेश कार्यकारिणी के एक युवा सदस्य हैं। इसके पूर्व वे भारतीय जनता पार्टी की प्रदेश सरकार के दौरान युवा आयोग के अध्यक्ष के रूप में भी अपने दायित्वों का निर्वहन कर चुके हैं। 2013 में लंदन से अपनी शिक्षा पूरी कर बस्तर लौटने के बाद वे तत्कालीन भारतीय जनता पार्टी की सरकार के कार्यों से प्रभावित होकर उन्होंने तत्कालीन मुख्यमंत्री डॉ. रमन सिंह की उपस्थिति में भारतीय जनता पार्टी की सदस्यता ले ली थी। तबसे वे बस्तर संभाग में भारतीय जनता पार्टी को मजबूत करने के लिए कार्य करते आ रहे हैं। सर्वप्रथम उन्होंने प्रवीर सेना का गठन किया और पूरे बस्तर संभाग का दौरा कर बस्तरवासियों से सतत संपर्क करते हुए उनकी समस्याओं से अवगत हुए। 2015 में बड़े डोंगर से देवगुड़ी वंदन यात्रा निकालकर उन्होंने पूरे बस्तर संभाग के 2000 गांवों का भ्रमण किया। इसके पश्चात 2023 में बस्तर ग्रामीण क्षेत्रों में धर्मांतरण के चलते निर्मित आपसी संघर्ष के माहौल को शांत करने के उद्देश्य से कमलचंद्र भंजदेव ने सामाजिक समरसता यात्रा निकालकर अब तक लगभग 200 गांव का दौरा कर चुके हैं। अभी उनकी इस यात्रा का दौर चल रहा है। बस्तर संभाग में महाराजा प्रवीरचंद्र भंजदेव के प्रति जन आस्था और सम्मान को देखते हुए आगामी चुनाव में बस्तर राज परिवार के कमलचंद्र भंजदेव के माध्यम से भारतीय जनता पार्टी को बस्तरवासियों के बीच पहुंचकर मतदाताओं को अपने पक्ष में करने में अच्छी मदद मिलेगी। इन सब परिस्थितियों के बीच इस बार के विधानसभा चुनाव के काफी रोचक होने की संभावना है। वर्तमान में बस्तर संभाग की सभी बारह सीटों पर कांग्रेस का कब्जा है। प्रत्याशी चयन में बरती गई सावधानी भाजपा के लिए बस्तर में संजीवनी साबित होगी।
अमित शाह की पहली पसंद हैं कमलचंद्र भंजदेव
बस्तर संभाग की इकलौती सामान्य विधानसभा सीट जगदलपुर सीट पर भाजपा के चाणक्य अमित शाह की विशेष नजर है। सूत्र बताते हैं कि इस सीट के लिए पार्टी प्रत्याशी के रूप में अमित शाह की पहली पसंद कमलचंद्र भंजदेव ही हैं। रायपुर में अमित शाह ने पार्टी के बड़े नेताओं की बैठक ली। इस बैठक में कमलचंद्र भंजदेव को खास तरजीह दी गई।कहावत है कि एक साधे, सबै सधे। एक सीट के लिए किसी दमदार शख्स को साध लिया, तो अन्य सीटों को आसानी से साध लिया जाएगा। इसी तर्ज पर चलते हुए अगर जगदलपुर सीट पर भाजपा कोई दमदार चेहरा उतारती है, तो उसका असर आसपास की सीटों पर भी निश्चित रूप से होगा। आज अमित शाह से हुई लंबी चर्चा अगर सफल हुई, तो कमलचंद्र भंजदेव बस्तर में कमल खिलाने में बड़े सहायक सिद्ध हो सकते हैं।
बैठक में अमित शाह ने की बस्तर पर मंत्रणा
शनिवार की रात अमित शाह ने रायपुर स्थित प्रदेश भाजपा कार्यालय में पहले लगभग एक घंटे तक कुछ चुनिंदा भाजपा नेताओं के साथ बैठक की। इसके बाद वन टू वन मीटिंग करीब डेढ़ घंटे तक चली। मीटिंग में बस्तर संभाग की 12 सीटों पर लंबी मंत्रणा की गई। इसमें कमलचंद्र भंजदेव को विशेष महत्व दिया गया। वहीं बिलासपुर संभाग के लिए श्री शाह ने रामविचार नेताम से लंबी चर्चा की। पूर्व में हुई बैठक में सरगुजा संभाग की 14 सीटों को लेकर मंथन हुआ था। आज शाम तक गृहमंत्री के निर्देशानुसार भाजपा संगठन कुछ समितियों की घोषणा कर सकती है।