जल जीवन मिशन में अपना जीवन संवार रहे ठेकेदार
घर – घर पेयजल उपलब्ध कराने की आड़ में चल रहा है भ्रष्टाचार
ग्राम पंचायत बोरीगांव में योजना के कार्य में जमकर हो रही भर्राशाही
-अर्जुन झा-
बकावंड 10 Aug. (Swarnim Savera) । नल जल योजना और जल जीवन मिशन के कार्यों में गफलत करके अधिकारी एवं ठेकेदार अपना जीवन संवारने में लगे हैं। घटिया कार्य कराकर लाखों रुपयों की गड़बड़ी की जा रही है। गुणवत्ता विहीन कार्य को लेकर अब सरपंच भी मुखर होने लगे हैं। कुछ ऐसी ही शिकायत बकावंड जनपद पंचायत की ग्राम पंचायत बोरीगांव में भी सामने आई है।
केंद्र सरकार ने हर गांव के हर घर में नल कनेक्शन लगाकर ग्रामीणों को शुद्ध पेयजल उपलब्ध कराने के लिए जल जीवन मिशन शुरू किया है। नल जल योजना भी साथ -, साथ चलाई जा रही है। इसके लिए केंद्र सरकार ने राज्य को अरबों रुपयों का फंड उपलब्ध कराया है। इन दोनों योजनाओं में राज्य सरकार की भी आर्थिक, तकनीकी भागीदारी है। इनका क्रियान्वयन राज्य शासन के लोक स्वास्थ्य यांत्रिकी विभाग के माध्यम से कराया जा रहा है। केंद्र और राज्य सरकारों की मंशा है कि किसी भी गांव के ग्रामीणों को पेयजल के लिए तरसना और दूषित पानी पर निर्भर रहना न पड़े। इसी उद्देश्य की पूर्ति के लिए जल जीवन मिशन और नल जल योजना के माध्यम से हर घर में शुद्ध भूमिगत पेयजल पहुंचाने का काम किया जा रहा है। गांव – गांव में बोरवेल की स्थापना, ओवरहेड पानी टंकी निर्माण गांवों की सभी गलियों में अंतिम घर तक पाईप लाईन बिछाने और हर घर में नल कनेक्शन देने व वहां पक्का स्टैंड पोस्ट बनाने का काम कराया जा रहा है। गलियों में सार्वजनिक स्टैंड पोस्ट भी बनवाए जा रहे हैं। लोक स्वास्थ्य यांत्रिकी विभाग (पीएचई) ने ये सारे कार्य ठेके पर दे रखे हैं। ग्राम पंचायतों को विश्वास में न लेकर काम कराया जा रहा है। अधिकारी और ठेकेदार मिलकर घटिया स्तर का कार्य करा रहे हैं। पाईप लाइनों के लिए गड्ढे सतही तौर पर खोदे गए हैं। आधा फीट गड्ढा खोदकर पाइपों को दबा दिया गया है। जब पाईप लाईन के ऊपर से भारी वाहन गुजरेगा, तो पाईप का कचूमर निकलना तय है। मेन पाईप भी बहुत ही घटिया स्तर के लगाए जा रहे हैं। वहीं मेन पाईप लाईन से घरों तक कनेक्शन देने के लिए लगाए जा रहे लोहे के पाईप भी स्तरहीन होने की खबरें लगातार सामने आ रही हैं।
बकावंड ब्लाक की ग्राम पंचायत बोरीगांव में भी जल जीवन मिशन और नल जल योजना का कार्य करा रहे ठेकेदार और लोक स्वास्थ्य यांत्रिकी विभाग के अधिकारी जमकर भ्रष्टाचार कर रहे हैं।अधिकारियों के सह पर ठेकेदार द्वारा हल्के स्तर की निर्माण सामग्री, पाईप सीमेंट आदि का उपयोग किया जा रहा है। इसे लेकर ग्राम पंचायत के उप सरपंच मोतीराम चंद्राकर काफी नाराज नजर आए। उनका कहना है कि सरकार द्वारा गुणवत्ता पूर्ण कार्य कराने के लिए रकम उपलब्ध कराने में कोई कमी नहीं की जा रही है। टेकेदारों द्वारा सस्ती और हल्की सीमेंट का उपयोग किया जा रहा है।
*बॉक्स*
*गुमनाम कंपनी की सीमेंट का उपयोग*
ठेकेदार और पीएचई के अधिकारियों द्वारा जल जीवन मिशन और नल जल योजना के कार्य घटिया स्तर के पाईप ही इस्तेमाल नहीं किए जा रहे हैं, बल्कि अत्यंत घटिया क्वालिटी की सीमेंट भी उपयोग में लाई जा रही है। ओवरहेड टंकी और स्टैंड पोस्ट का प्लेटफार्म बनाने के लिए एक ऐसी कंपनी की सीमेंट इस्तेमाल की गई है, जिसका नाम लोग जानते तक नहीं। यह सीमेंट इतनी खराब क्वालिटी की है की स्टैंड पोस्ट प्लेटफार्म अभी से दरकने लगे हैं। वहीं ओवरहेड टंकी कभी भी धराशाई होकर बड़ी जनहानि का कारण बन सकती है। ग्रामीणों का कहना है कि अधिकारी और ठेकेदार प्रतिष्ठित कंपनियों की सीमेंट का उपयोग न कर एक गुमनाम कंपनी की सीमेंट से काम को अंजाम दे रहे हैं।
*वर्सन*
*हो रहा है घटिया कार्य*
अधिकारी और ठेकेदार स्तरहीन कार्य करा करा रहे हैं। सीमेंट की क्वालिटी बिल्कुल भी ठीक नहीं है। इसकी जांच होनी चाहिए।
*-मोतीराम चंद्राकर*
उप सरपंच, ग्राम पंचायत, बोरीगांव