पंचायतों में काम अधूरा छोड़कर रकम हड़पने का खेल
आरईएस के सब इंजीनियर ने किया नया तरीका ईजाद =
*-अर्जुनझा-*
*बकावंड।* विकासखंड बकावंड की ग्राम पंचायतों में निर्माण कार्यों को अधूरा छोड़कर रकम हड़पने का खेल चल रहा है। आरईएस के एक सब इंजीनियर, सरपंचों और पंचायत सचिवों की मिलीभगत से शासन को जमकर चुना लगाया जा रहा है। प्रायः सभी ग्राम पंचायतों में विभिन्न योजनाओं के तहत अलग अलग मदों से स्वीकृत पाचसों निर्माण कार्य डेढ़ दो साल से अधूरे पड़े हैं और भ्रष्टाचार के खेल की कहानी बयां कर रहे हैं।
विकासखंड बकावंड की ग्राम पंचायत छिंदगांव -1 में भी शासन की योजनाओं के तहत कराए जाने वाले कार्यों में घोर लापरवाही बरती जा रही है। शासकीय धन की निजी हित के लिए हेराफेरी की जा रही है। आरईएस के इंजीनियर, सरपंच और सचिव सभी कार्य आधे अधूरे कराकर शासन की मंशा पर पानी फेर रहे हैं। इसका खामियाजा ग्रामीण भुगत रहे हैं। छिंदगांव में शासन द्वारा स्कूल के अतिरिक्त कमरा निर्माण के लिए एक साल पहले 9 लाख 50 हजार रुपए की राशि स्वीकृत की गई थी। सरपंच और सचिव द्वारा ग्रामीण यांत्रिकी सेवा विभाग (आरईएस) के सब इंजीनियर दुष्यंत सिंह ठाकुर के सुपरविजन में कमरा निर्माण का काम शुरू कराया गया। एक साल बीत जाने के बाद भी निर्माण पूर्ण नहीं हो पाया है। कमरा अधूरा पड़ा है।जिसकी वजह से छिंदगांव एवं आसपास के गांवों के विद्यार्थियों को पढ़ाई करने में दिक्कत हो रही है। मौजूदा शाला भवन में कमरों की कमी है। जबकि विद्यार्थियों की दर्ज संख्या बहुत ज्यादा है और साल दर साल विद्याथियों की संख्या बढ़ती ही जा रही है। सब इंजीनियर के कहने पर सरपंच सचिव ने अतिरिक्त कक्ष निर्माण का काम ठेकेदार को ठेके पर दे रखा है। बताते हैं कि ठेकेदार से सब इंजीनियर दुष्यंत सिंह ठाकुर की सेटिंग है। वे ठेकेदार से मोटा कमीशन वसूलते हैं। सब इंजीनियर द्वारा सरपंच और सचिव से सांठगांठ कर निर्माण की राशि का अधिकतर हिस्सा हजम कर लिया गया है। कक्ष का पूरा स्ट्रक्चर खड़ा किया जा चुका है। छत ढलाई, प्लास्टर, व दरवाजे खिड़कियां लगाने का काम अटका दिया गया है। गांव के लोग बताते हैं कि निर्माण में घटिया सीमेंट ब्रिक्स, हल्के स्तर की सीमेंट का उपयोग किया गया है। जिम्मेदार बड़े अधिकारी और जनप्रतिनिधि इस ओर ध्यान नहीं दे रहे हैं। कछुआ गति से कार्य चल रहा है। निर्माण के लिए स्वीकृत पूरी राशि प्राप्त होने के बाद भी सब इंजीनियर, सरपंच और सचिव कार्य पूरा नहीं करा रहे हैं। इस संबंध में जनपद पंचायत के मुख्य कार्यपालन अधिकारी एसएस मंडावी से चर्चा की कोशिश की गई, लेकिन उन्होंने कोई जवाब नहीं दिया। वहीं तकनीकी सहायक सब इंजीनियर दुष्यंत सिंह ठाकुर ने बताया कि अतिरिक्त कक्ष के निर्माण के लिए 9 लख 50 रुपए स्वीकृत हुए हैं।
*बॉक्स*
*उपयंत्री हैं इस खेल के असली खिलाड़ी*
आरईएस के सब इंजीनियर दुष्यंत सिंह ठाकुर जनपद पंचायत द्वारा ग्राम पंचायतों के माध्यम से कराए जाने वाले निर्माण कार्यों में भी तकनीकी सहायक के तौर पर सेवाएं देते हैं। जनपद की ग्राम पंचायतों में कराए जाने वाले तमाम निर्माण कार्य उन्हीं की निगहबानी में अंजाम दिए जाते हैं। बताते हैं कि सब इंजीनियर ने सारे सरपंचों और पंचायत सचिवों को सेट कर रखा है। ये लोग सब इंजीनियर की उंगलियों पर नाचते हैं, क्योंकि कमीशन का कुछ हिस्सा उन्हें भी मिल जाता है। बकावंड ग्राम पंचायत के सचिव ओंकार गागड़ा भी उन्हीं में से एक है। सचिव ओंकार गागड़ा और सब इंजीनियर दुष्यंत सिंह ठाकुर ने बकावंड ग्राम पंचायत ने भ्रष्टाचार के सारे रिकॉर्ड तोड़ डाले हैं। बकावंड पंचायत में मॉडल गोठान निर्माण, मातागुड़ी जीर्णोद्धार कार्य, बाजार में शेड निर्माण जैसे अनेक कार्यों में सब इंजीनियर श्री ठाकुर और सचिव ओंकार गागड़ा ने लाखों रुपयों के वारे न्यारे किए हैं। ग्रामीण इस भ्रष्टाचार के खिलाफ कई बार आवाज उठा चुके हैं, लेकिन कार्रवाई नहीं हो रही है।
*वर्सन*
*जल्द करूंगा निरीक्षण*
ग्राम पंचायत छिंदगांव में स्कूल के अतिरिक्त कक्ष निर्माण के लिए साढ़े नौ लाख रु. मंजूर हुए हैं। निरीक्षण के पश्चात ही निर्माण में विलंब के बारे में जानकारी दे पाऊंगा।
*-दुष्यंत सिंह ठाकुर*
उपयंत्री, आरईएस एवं जनपद पंचायत बकावंड