राशन दुकान के मुद्दे को लेकर सड़क पर उतरे ग्रामीण
संचालन से नाराज ग्रामीणों ने विधायक के विरुद्ध सड़क पर उतर कर किया धरना प्रदर्शन*
भुजबल बघेल संवाददाता
बकावंड – विकासखंड बकावंड अंतर्गत मरेठा पंचायत मे उचित मूल्य की दुकान के संचालन हेतु विभागीय अधिकारी राजस्व बस्तर के द्वारा प्राथमिक सहकारी उपभोक्ता भंडार मर्यादित मरेठा को आदेश किया गया था जिसके विरोध में ग्राम वासियों के द्वारा कलेक्टर बस्तर को शिकायत किए जाने पर गुण दोषों के परीक्षण के आधार पर प्राथमिक सहकारी उपभोक्ता भंडार मर्यादित मरेठा को निरस्त कर ग्राम पंचायत छोटे जीराखाल को कार्य संचालन हेतु आदेश दिया गया था। इसके बाद पुनः अनुविभागीय अधिकारी राजस्व बस्तर ने राजनैतिक दबाव का हवाला देते हुए इस आदेश को निरस्त कर राशन दुकान संचालन की जिम्मेदारी प्राथमिक सहकारी उपभोक्ता भंडार मर्यादित मरेठा को देने का आदेश दे दिया गया। बीते 11 अगस्त को खाद्य निरीक्षक बकावंड की उपस्थिति में पुलिस बल के साथ छोटे जीराखाल से प्रभार प्राथमिक सहकारी उपभोक्ता भंडार मर्यादित मरेठा को दिला दिया गया और उचित मूल्य की दुकान में ताला लगा दिया गया। इस कार्रवाई से ग्राम पंचायत मरेठा के सभी ग्रामीण आक्रोषित हो उठे। ग्रामीण मेन रोड पर पहुंचकर चक्काजाम करने लगे। विरोध प्रदर्शन में दिनभर ग्राम पंचायत के हर परिवार के सभी सदस्य सड़क पर धरना देते बैठे रहे। यह समस्या क्षेत्रीय विधायक लखेश्वर बघेल के कार्यकर्ताओं की करतूत के कारण उत्पन्न हुई है। चक्काजाम और प्रदर्शन कर रहे ग्रामीण बस्तर विधायक लखेश्वर बघेल मुर्दाबाद का नारा लगा रहे थे।ग्राम के गांयता, पुजारी, पटेल, कोटवार सभी लोग मिलकर ग्राम देवता का आसन, छत्र, डोली, नगाड़ा, मोहरी को भी प्राथमिक उपभोक्ता भंडार सहकारी समिति को सौंपने के लिए पंचायत के पास रख दिया था। धरना प्रदर्शन के दौरान पूर्व विधायक डॉ. सुभाऊ कश्यप भी पहुंच गए। उन्होंने इस मुद्दे और ग्रामीणों की मंशा को कलेक्टर साहब बस्तर के समक्ष रखकर 3 दिन में समाधान कराने का आश्वासन दिया। इसके बाद राशन दुकान जाकर ग्रामीणों ने अपनी ओर से एक और ताला जड़ दिया। यह खबर लगते ही बकावंड के तहसीलदार और खाद्य निरीक्षक भी पहुंच गए। मीडिया के लोगों ने जब खाद्य निरीक्षक से बात की तो उन्होंने कहा कि वे इस बारे में कुछ नहीं कहूंगी, एसडीएम ही बताएंगे।