नपा कर्मचारियों को चार माह से नहीं मिली तनख्वाह
बीएसपी से बतौर टैक्स मिली रकम का दुरूपयोग == कांग्रेस सरकार का रवैया बेहद अमानवीय : द्विवेदी =*दल्ली राजहरा।* नगर पालिका दल्ली राजहरा के कर्मचारियों को चार माह से वेतन भुगतान नहीं किया जा रहा है। कर्मचारी और उनके परिजन आर्थिक संकट से जूझ रहे हैं और उनके घरों में भोजन के लाले पड़ गए हैं। मंडल भाजपा अध्यक्ष राकेश द्विवेदी ने छ्ग की कांग्रेस सरकार पर कर्मचारियों के साथ अमानवीय बर्ताव करने तथा पालिका प्रशासन पर बीएसपी से टैक्स के रूप में मिली रकम का दुरूपयोग करने का आरोप लगाया है। दल्ली राजहरा मंडल भाजपा अध्यक्ष राकेश द्विवेदी ने कहा है कि भूपेश बघेल सरकार द्वारा नगर पालिका कर्मचारियों का शोषण किया जा रहा है। 4 माह से भी अधिक समय बीत जाने पर भी उन्हें वेतन भुगतान नहीं किया गया है। राकेश द्विवेदी ने नगर पालिका परिषद दल्ली राजहरा के कर्मचारियों के वेतन का यथाशीघ भुगतान करने की मांग की है। उन्होंने बताया है कि नगर पालिका दल्ली राजहरा में पदस्थ 39 नियमित एवं 56 प्लेसमेंट कर्मचारियों को जून, जुलाई, अगस्त और सितंबर समेत कुल चार माह के वेतन का भुगतान नहीं होने से कर्मियों और उनके परिजनों को आर्थिक व मानसिक परेशानियों का सामना करना पड रहा है। प्लेसमेंट कर्मियों को एक माह के वेतन का भुगतान किया गया है। वेतन भुगतान नहीं होने से उनकी परेशानी बढ़ रही है। पिछले नगर पालिका कार्यकाल में बीएसपी द्वारा टैक्स के रूप में निकाय मद में 4 करोड़ 31 लाख रुपए जमा कराए गए थे। वहीं शहर से घरेलू टैक्स के रूप में 60 से 70 लाख की राशि प्रति वर्ष प्राप्त होती है। पिछले कार्यकाल में तब के नगर पालिका अध्यक्ष काशी निषाद एवं अधिकारियों ने तय किया था कि बीएसपी से टैक्स के रूप में मिली रकम में से लगभग 1 करोड़ से शहर के सभी वार्डों में विकास कार्य कराए जाएंगे तथा बाकी 3 करोड़ रूपए को कर्मचारियों के वेतन के लिए सुरक्षित रखा जाएगा। उस फैसले की अनदेखी कर वर्तमान नगर पालिका अध्यक्ष एवं मुख्य नगर पालिका आधिकारी द्वारा मिली भगत कर भाव पत्र बुलाकर एवं टेंडर आमंत्रित कर उक्त राशि की बंदरबांट की जा रही है, अपने चहेते ठेकेदार को काम देकर गुणवत्ता विहीन कार्य कराया जा रहा है। बीएसपी प्रबंधन से टैक्स के रूप में मिले पैसे का दुरुपयोग किया गया है। केंद्र सरकार से 14वें एवं 15वें वित्त के तहत मिले लगभग 10 करोड़ रु., अधोसंरचना मद के लगभग 10 करोड़ रु. एवं डीएमएफटी तथा अन्य मदों से प्राप्त करोड़ों की राशि को नगर पालिका द्वारा शहर के विकास में न लगाकर नागरिकों को ठगा एवं छला जा रहा है। श्री द्विवेदी ने कहा है कि शहर में चारों ओर गंदगी फैली हुई है, वार्डो की गलियों की सीसी रोड एवं नालियों की स्थिति बहुत ही खराब है। नगर पालिका को भ्रष्टाचार का अड्डा बना लिया गया है। नगर पालिका के कर्मचारी एवं उनके परिवार 4 माह से वेतन न मिलने के कारण भुखमरी की स्थिति में पहुंच गए हैं, वे न राशन का इंतजाम कर पा रहे हैं और न ही बच्चों की स्कूल फीस भर पा रहे हैं। नगर पालिका अध्यक्ष और सीएमओ निरंकुश हो तानाशाही के रास्ते पर चल रहे हैं और कर्मचारी सत्ता एवं शासन के डर से विरोध नहीं कर पा रहे हैं। मंडल अध्यक्ष राकेश द्विवेदी ने मांग की है कि नगर पालिका कर्मचारियों के वेतन का भुगतान एक सप्ताह के भीतर किया जाए किया जाए।