दीपक’ की लौ में दावेदारों की हुई अग्निपरीक्षा

अंतागढ़ के संकल्प शिविर में पीसीसी चीफ ने की परख =*-अर्जुन झा-

जगदलपुर।* प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष एवं बस्तर लोकसभा क्षेत्र के सांसद दीपक बैज ने शनिवार को अंतागढ़ में पार्टी के संकल्प शिविर के बहाने टिकट के दावेदारों की अग्नि परीक्षा ले ली। इस अग्नि परीक्षा में कौन तप कर कुंदन बना है और कौन भस्म हुआ है, यह चंद घंटों बाद पता चल जाएगा। पीसीसी चीफ व सांसद दीपक बैज रायपुर के पुलिस लाइन हेलीपैड ग्राउंड से अंतागढ़ के लिए रवाना हुए। श्री बैज अंतागढ़ में 14 अक्टूबर को आयोजित संकल्प शिविर में शामिल हुए। अंतागढ़ विधानसभा सीट में भी अन्य विधानसभा सीटों की तरह ही कांग्रेस टिकट के लिए जमकर प्रतिस्पर्धा चल रही है और दावेदार स्वयं को दूसरे दावेदार से श्रेष्ठ बताने के लिए कोई कसर नहीं छोड़ रहे हैं। अंतागढ़ विधानसभा सीट में मौजूदा विधायक अनूप नाग तो दावेदार हैं ही, एक और बड़ा नाम दावेदारों की फेहरिश्त में है। वह दूसरा नाम है रूपसिंह पोटाई का। सूत्र बताते हैं कि फिलहाल टिकट की रेस में रुपसिंह पोटाई आगे चल रहे हैं। प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष दीपक बैज बड़े ही धैर्यवान नेता माने जाते हैं और सियासत के माहिर खिलाड़ी भी हैं। लिहाजा वे अंतागढ़ से टिकट के दावेदारों के धैर्य, सामर्थ्य, चाल चरित्र और योग्यता की अग्नि परीक्षा भी दीपक बैज ने आज के संकल्प शिविर के बहाने ले ली। सूत्रों ने बताया कि संकल्प शिविर के दौरान अनूप नाग और रुपसिंह पोटाई के समर्थक भी बड़ी संख्या में पहुंचे थे। ये समर्थक अपने – अपने नेता के पक्ष में लगातार नारेबाजी करते है। इससे शिविर संचालन में बाधा आ रही थी। अमूमन शांत चित्त रहने वाले नेता दीपक बैज ने इस नारेबाजी को लेकर थोड़ी नाराजगी भी दिखाई। कुल मिलाकर इसी बीच दीपक बैज ने दोनों दावेदारों की राजनैतिक समझ की गहराई भी नाप ली। अब देखना है की दीपक की लौ में हुई इस अग्नि परीक्षा में कौन सा दावेदार तप कर कुंदन सा निखरा है और कौन भस्म हो गया है। जौहरी का पैमाना 15 अथवा 16 अक्टूबर को साबित कर देगा कि कुंदन कौन है? संकल्प शिविर में महिला एवं बाल विकास मंत्री अनिला भेंड़िया मंत्री और राष्ट्रीय महासचिव राजेश तिवारी भी पहुंचे थे। पीसीसी चीफ दीपक बैज, मंत्री श्रीमती भेंड़िया और महासचिव राजेश तिवारी ने पार्टी के स्थानीय नेताओं और कार्यकर्त्ताओं का मार्गदर्शन किया और विधानसभा चुनाव में जीत के मंत्र भी दिए।*बॉक्स**इसलिए है दावेदारों की भरमार*छत्तीसगढ़ विधानसभा के चुनाव में पहली बार अमूमन हर सीट पर दावेदारों की भरमार नजर आ रही है। इसकी एकमात्र वजह भूपेश बघेल सरकार के अब तक का शानदार परफॉरमेंस है। इस सरकार की योजनाओं ने समाज के हर वर्ग का भला किया है। खासकर आदिवासियों के हक में बनाई गईं योजनाएं बेहद कारगर साबित हुई हैं और बस्तर संभाग की सभी बारहों सीटों पर इसका व्यापक प्रभाव नजर आ रहा है। बस्तर आदिवासी बहुल है और यहां लगभग 80 फीसदी आबादी आदिवासी समुदाय की है।भूपेश सरकार की लोकप्रियता का जादू प्रदेश की जनता के सिर चढ़कर बोल रहा है। यही कारण है की कांग्रेस में टिकट के तलबगार बेशुमार हैं।

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