कतल की रात : प्रत्याशियों ने की देवी देवताओं से फरियाद
= मतदान की पूर्व संध्या धर्म ध्यान में लीन रहे प्रत्याशी =
= इष्ट की आराधना कर मांगा जीत के लिए आशीर्वाद =
*-अर्जुन झा-*
*जगदलपुर।* सोमवार 6 नवंबर की रात चुनावी रणभूमि के बांकुरों के लिए कतल की रात रही। 7 नवंबर को सुबह मतदान शुरू हो जाएगा। मतदान की पूर्व संध्या सारे उम्मीदवार जीत की उम्मीद लिए और आशीर्वाद की कामना के साथ देवी देवताओं से फरियाद करने देव स्थलों में पहुंचते रहे। वे धर्म ध्यान में लीन नजर आए।
छत्तीसगढ़ विधानसभा के चुनाव दो चरणों में हो रहे हैं। प्रथम चरण में बस्तर संभाग की सभी बारह सीटों के लिए 7 नवंबर को मतदान होना है। ये सीटें हैं – जगदलपुर, बस्तर, चित्रकोट, कोंटा, दंतेवाड़ा, बीजापुर, नारायणपुर, कांकेर, भानुप्रतापपुर, अंतागढ़, कोंडागांव और केशकाल। मतदान की पूर्व संध्या इन सभी सीटों पर भाग्य आजमा रहे उम्मीदवार छत्तीसगढ़ का भाग्य विधाता बनने के लिए ऊपर वाले विधाता की शरण में पहुंचते रहे। बस्तर की इष्ट देवी दंतेश्वरी माई के दंतेवाड़ा स्थित दरबार में दोनों प्रमुख दलों के प्रत्याशियों के अलावा आम आदमी पार्टी, काम्युनिस्ट पार्टी के उम्मीदवारों और निर्दलीय प्रत्याशियों का भी रेला लगा रहा। जगदलपुर के दंतेश्वरी मंदिर, बारसुर के गणेश जी मंदिर, कांकेर के कंकाली माता मंदिर समेत अन्य जगहों में स्थित प्रमुख देवी देवताओं के भी मंदिरों में प्रत्याशी मिन्नतें और अनुष्ठान करते नजर आए। बस्तर के कांग्रेस प्रत्याशी लखेश्वर बघेल ने हिंगलाजिन माता मंदिर में पूजा अर्चना की। अब देखना है की इवीएम के जरिए प्रत्याशियों की तकदीर लिखने वाले मतदाता देवता किसके भाग्य में जीत और किसके भाग्य में हार की इबारत लिखेंगे।
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*ये हैं बस्तर की हाई प्रोफाइल सीटें*
बस्तर संभाग की हाई प्रोफाइल सीटों में चित्रकोट, कोंटा, बस्तर, नारायणपुर और कोंडागांव सीटें शामिल हैं। चित्रकोट सीट पर कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष एवं बस्तर लोकसभा क्षेत्र के सांसद दीपक बैज की प्रतिष्ठा दांव पर लगी है। हालांकि उनके सामने भाजपा के प्रत्याशी का कद थोड़ा छोटा है, फिर भी कांग्रेस की ओर से बड़ी हस्ती को चुनाव लड़ाए जाने से चित्रकोट में दिलचस्प मुकाबला होगा। दीपक बैज इस सीट से दो बार चुनाव जीत चुके हैं और तीसरी पारी भी उनके लिए आसान मानी जा रही है। सुकमा जिले की इकलौती विधानसभा सीट पर भूपेश सरकार के आबकारी एवं एवं मंत्री कवासी लखमा की प्रतिष्ठा दांव पर है। कोंटा के अजेय योद्धा कवासी लखमा को भाजपा उम्मीदवार के साथ ही कम्युनिस्ट पार्टी के मनीष कुंजाम की भी चुनौती का सामना करना पड़ रहा है। बस्तर सीट पर कांग्रेस ने बस्तर क्षेत्र आदिवासी विकास प्राधिकरण के अध्यक्ष एवं अपने स्टैंडिंग एमएलए लखेश्वर बघेल पर फिर से दांव खेला है। कोंडागांव सीट पर भाजपा सरकार में मंत्री रहीं लता उसेंडी और प्रदेश कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष एवं भूपेश बघेल सरकार के केबिनेट मंत्री मोहन मरकाम के बीच सीधा मुकाबला है। यहां सुश्री उसेंडी और श्री मरकाम की आन बान और शान का सवाल है। नारायणपुर सीट पर रमन सरकार में मंत्री रहे केदार कश्यप और कांग्रेस के स्टैंडिंग एमएलए एवं हस्तशिल्प विकास बोर्ड के अध्यक्ष चंदन कश्यप की प्रतिष्ठा की लड़ाई चल रही है।