सीएसवीटीयू-फाउंडेशन फॉर रूरल टेक्नोलॉजी एंड एंटरप्रेन्योरशिप (CSVTU-FORTE) के”छत्तीसगढ़ में मिलेट्स के द्वारा पोषण सुरक्षा और आजीविका निर्माण” के प्रोजेक्ट को मिला 4.५ करोड़ का सी.एस.आर.
भिलाई /- छत्तीसगढ़ स्वामी विवेकानन्द तकनीकी विश्वविद्यालय की सेक्शन-८ कंपनी सीएसवीटीयू-
फाउंडेशन फॉर रूरल टेक्नोलॉजी एंड एंटरप्रेन्योरशिप (CSVTU-FORTE) लगातार नवाचार
की दिशा में कार्य कर रहा है । CSVTU-फोर्टे के द्वारा “छत्तीसगढ़ में मिल्लेट्स के द्वारा
पोषण सुरक्षा और आजीविका निर्माण” के कांसेप्ट पर एक प्रोजेक्ट तैयार किया गया है।
इस प्रोजेक्ट को हमारे छत्तीसगढ़ राज्य में मिलेट्स को बढ़ावा देने तथा मिलेट्स से उद्यमिता
उत्पन्न के लिए आरईसी लिमिटेड, नई दिल्ली के द्वारा CSR अनुदान के रूप में 4.59 करोड़ रु.
के प्रोजेक्ट को स्वीकृत किया गया है । मिलेट्स पोषक तत्वों से भरपूर होते है तथा वैश्विक
बाजार में वर्तमान में सबसे अधिक डिमांड में है । इस परियोजना का प्रमुख उद्देश्य मिलेट्स
को बढ़ावा देना, किसानों का समर्थन करना, मिट्टी का संरक्षण, पारंपरिक खेती में प्रशिक्षण,
महिलाओं व एसएचजी का सशक्तिकरण, पोषण सुरक्षा आदि हैं। इस परियोजना के
माध्यम से सैकड़ों किसानों और महिलाओं (SHGs) को सीधा लाभ मिलेगा; और हजारों
लोगों को रियायती दर पर मिलेट खाद्य सामग्री मिलेगी। इस प्रोजेक्ट के माध्यम से स्थानीय
स्तर पर मिलेट्स को बढ़ावा मिलेगा, साथ ही उद्यमिता के भी रास्ते भी खुलेंगे ।
CSVTU-FORTE ने इस परियोजना को लागू करने के लिए 21 दिसंबर 2023 को REC-
फाउंडेशन के साथ दिल्ली में एक समझौता ज्ञापन पर हस्ताक्षर किया । आरईसी फाउंडेशन
द्वारा आयोजित CSR -संगोष्ठी में एमओए पर हस्ताक्षर करने के लिए प्रतिनिधि के रूप में
यूनिवर्सिटी के कुलपति डॉ. एम के वर्मा, प्रो-वीसी डॉ. संजय अग्रवाल और सीएसवीटीयू-
फोर्टे के निदेशक डॉ. आरएन पटेल को आमंत्रित किया था । यह पहली बार है आर.इ.सी
लिमिटेड ने छत्तीसगढ़ में इस तरह के प्रोजेक्ट पर अपनी स्वीकृति दी है । आर.इ.सी
लिमिटेड द्वारा लगातार नवाचार और ग्रामीण उद्यमिता को बढ़ावा देने पर सक्रिय रूप से पूरे
देश में कार्य किया जा रहा है । इस अवसर पर कुलपति डॉ एम के वर्मा ने आरईसी के
सीएमडी श्री विवेक कुमार देवांगन और आरईसी फाउंडेशन की सीएसआर टीम के सभी
सदस्यों को विशेष धन्यवाद दिया।