हिट एंड रन कानून के विरोध में वाहन चालकों की हड़ताल का दूसरा दिन, जिले में दिख रहा व्यापक असर
बलौदाबाजार। जिले में हिट एंड रन कानून में संशोधन का विरोध में वाहन चालक संघ की हड़ताल का आज दूसरा दिन है, हड़ताल के चलते पूरे जिले में भारी वाहनों के पहिये थम गए है. जिससे सभी वर्गों को परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है. हड़ताल की वजह से बच्चे स्कूल नहीं जा पा रहे है, सब्जी मंडी में सब्जियों के आवक कम होने से भाव बढ़ने लगे हैं. वहीं पेट्रोल पंपों में पेट्रोल-डीजल भराने के लिए वाहनों की लंबी कतारें लगी दिखाई दे रही है.
बलौदाबाजार में वाहन चालक संघ से जुड़े वाहन चालक प्रीतम सिंह ने हिट एंड रन कानून में संशोधन को शासन की ज्यादती बताया. उन्होंने कहा कि, शासन कानून बनाएं लेकिन वाहन चालकों के हित को ध्यान में रखकर बनाएं. हिट एंड रन कानून में सम्पूर्ण दोष वाहन चालक का ही बताया जा रहा है जो उचित नहीं है. अनेकों बार सामने वाले की गलती रहती है जो जांच के बाद पता चलेगा, पहले जांच करे फिर कार्यवाही करे. वाहन चालकों ने हिट एंड रन कानून में संशोधन को वापस करने के अलावा भी कई मांग शासन से की है.
वाहन चालकों की शासन की मांग
- चालकों का कहना है कि, उन्हें एक अकुशल श्रमिक से भी कम मजदूरी मिल रही है, शासन वाहन चालक का वेतन निर्धारित करें.
- चालकों के बीमे की व्यवस्था की जाएं.
- दुर्घटना में मौत हो जाने पर शासन की ओर से अनुग्रह राशि दी जाएं.
- हाईवे में वाहन चालकों के लिए शासकीय रेस्ट रूम की व्यवस्था हो.
- वाहन मालिक आठ घंटे से ज्यादा ड्यूटी न ले इसका नियम बनाया जाएं.
- रास्ते में डीजल चोरी होने पर वाहन चालकों के मालिक उनकी तनख्वाह काट देते है, इसे रोकने की व्यवस्था की जाएं.
वाहन चालकों का कहना है कि, हम गरीब लोग है यदि यह कानून पास होता है तो इसका सीधा असर हमारे परिवार पर पड़ेगा. शासन हमारी मांगों को पूरी करें और हमारे परिवार की सुरक्षा को ध्यान में रखकर उचित व्यवस्था करें. बहरहाल अब देखना यह होगा कि वाहन चालकों की हड़ताल का सरकार के फैसले पर क्या असर होता है. फिलहाल दो दिनों की हड़ताल का असर जनमानस पर दिखने लगा है, अगर आगे भी यही स्थित रही तो जनता को पेट्रोल-डीजल की कमीं के साथ-साथ भारी महंगाई का भी सामना करना पड़ेगा.