17 कांग्रेस समर्थित जनपद सदस्य होने के बाद भी जनपद अध्यक्ष की गई कुर्सी
आरंग. जनपद पंचायत आरंग के अध्यक्ष खिलेश देवांगन अपनी कुर्सी बचाने में नाकाम रहे. बुधवार को हुए अविश्वास प्रस्ताव में 24 सदस्यों वाले जनपद पंचायत में 23 सदस्यों ने अविश्वास प्रस्ताव के पक्ष में मत किया. वहीं जनपद अध्यक्ष को अपना ही मत प्राप्त हुआ. इस तरह 23-01 से आरंग जनपद पंचायत अध्यक्ष के खिलाफ अविश्वास प्रस्ताव पारित हो गया.
आपको जानकर हैरानी होगी कि आरंग जनपद पंचायत में अध्यक्ष खिलेश देवांगन सहित 17 जनपद सदस्य कांग्रेस समर्थित हैं. इसके बावजूद खिलेश देवांगन को एकमात्र मत मिला, जो खुद उनका है. अध्यक्ष की कुर्सी जाने के बाद जनपद अध्यक्ष खिलेश देवांगन ने कहा कि वे जनादेश स्वीकार करते हैं, लेकिन इस अविश्वास प्रस्ताव में पता चल गया कि कौन अपना है. 17 कांग्रेस समर्थित जनपद सदस्य होने के बाद सिर्फ 01 मत मिलना ये बताता है कि संघर्ष में किसी ने साथ नहीं दिया.आरंग के 19 जनपद सदस्यों ने रायपुर कलेक्टर गौरव कुमार सिंह से अध्यक्ष खिलेश देवांगन के खिलाफ विभिन्न मुद्दों पर शिकायत करते हुए अविश्वास प्रस्ताव के लिए आवेदन किया था. इस पर रायपुर कलेक्टर ने आरंग एसडीएम पुष्पेंद्र शर्मा को पीठासीन अधिकारी नियुक्त करते हुए 17 जनवरी को अविश्वास प्रस्ताव के लिए चर्चा और मतदान के लिए तय किया था. अब जनपद पंचायत की उपाध्यक्ष हेमलता साहू को कार्यवाहक अध्यक्ष बनाया गया है.