हिमाचल राज्यसभा चुनाव में काउटिंग रोकी, भाजपा विधायक और पुलिस में धक्कामुक्की
शिमला. हिमाचल विधानसभा में बनाए गए राज्यसभा चुनाव के काउंटिंग सेंटर के बाहर हंगामा मचा हुआ है और फिलहाल काउंटिंग रोक दी गई. यहां भाजपा विधायक और पुलिस के बीच धक्का मुक्की हुई है. हिमाचल विधानसभा में भाजपा विधायक और पूर्व स्पीकर विपिन परमार ने कहा कि उनका गला दबाने की कोशिश की गई. पूर्व सीएम जय राम ठाकुर ने कहा कि प्रदेश सरकार पूरी चुनावी प्रक्रिया को प्रभावित कर रही है. एक वोट लाने के लिए आचार संहिता का उल्लंघन किया गया है. उन्होंने कहा कि सुदर्शन बबलू का वोट काउंटिंग से अलग रखा जाए. भाजपा चुनाव आयोग से शिकायत करने जा रही है.
जयराम ठाकुर का कहना है कि पुलिस चुनाव आयोग से मिलने नहीं दे रही है और उन्हें रोका गया है. हिमाचल में कांग्रेस के अभिषेक मनु सिंघवी के मुकाबला भाजपा के हर्ष महाजन से है. हर्ष महाजन दिवंगत पूर्व सीएम वीरभद्र सिंह के करीबी रहे हैं. उन्होंने 2022 में भाजपा का दामन थामा था. इधर, हिमाचल प्रदेश के मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू ने कहा, “हमारे 40 विधायक हैं, अगर कोई बिका नहीं होगा तो निश्चित तौर पर हमें पूरे 40 वोट मिलेंगे. मेरा मानना है कि कांग्रेस की विचारधारा पर जो लोग चुन कर आए हैं उन्होंने पार्टी के समर्थन में वोट डाला होगा.”
भाजपा विधायकों के साथ हुई धक्का मुक्की के बाद मार्शल्स ने मीडिया को विधानसभा से बाहर निकाल दिया है. सूत्रों का कहना है कि राज्यसभा चुनाव के निष्पक्ष संपन्न होने को लेकर जो खबरें विधानसभा से बाहर आईंं; उसके बाद यह कदम उठाया गया है. भाजपा विधायकों ने मतगणना को लेकर भारी हंगामा किया है. उनका कहना है कि कांग्रेस ने आचार संहिता का उल्लंघन करते हुए एक विधायक को एयर लिफ्ट करते हुए और वाहन उपलब्ध कराते हुए वोटिंग कराई है.
हिमाचल प्रदेश में 68 विधायकों ने राज्यसभा की इकलौती सीट के लिए मंगलवार को शिमला में विधानसभा में वोट डाले थे. बता दें कि कांग्रेस के पास 40 सीटें हैं. तीन निर्दलीय ने भी पार्टी को समर्थन दिया और बीती शाम को हुई कांग्रसे विधायक दल की मीटिंग में हिस्सा लिया था.