चौकस रहें आरबीआई और सेबी : सीतारमण
नयी दिल्ली, 5 फरवरी (Swarnim Savera) ,,, वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने अडाणी समूह के शेयरों में आई भारी गिरावट को एक कंपनी तक केंद्रित मामला बताया है। साथ ही उन्होंने कहा कि शेयर बाजार को स्थिर रखने के लिए सेबी और रिजर्व बैंक जैसे नियामकों को हमेशा चौकस रहना चाहिए। सीतारमण ने एक टीवी चैनल के साथ बातचीत में कहा है कि बैंक एवं बीमा कंपनियों ने किसी एक कंपनी में हद से अधिक निवेश नहीं किया है। इसके साथ ही उन्होंने आश्वस्त किया कि भारतीय बाजारों का नियामक बहुत अच्छी तरह प्रबंधन करते हैं।
वित्त मंत्री ने कहा कि बैंक एवं बीमा कंपनियां खुद ही आगे आकर अडाणी समूह को लेकर अपनी स्थिति साफ कर रही हैं। उन्होंने कहा, ‘इनका किसी भी एक कंपनी में अधिक पैसा नहीं लगा है। यह बात खुद वही सामने आकर कह रहे हैं।’ गौर हो कि अडाणी समूह की कंपनियों के शेयरों में बीते 10 दिन में भारी गिरावट आई है। हिंडनबर्ग रिसर्च की एक रिपोर्ट में शेयरों के भाव बढ़ाने के लिए गलत तरीके अपनाने के आरोप लगने के बाद इस समूह का बाजार पूंजीकरण 100 अरब डॉलर से अधिक गिर चुका है। हालांकि, अडाणी समूह ने इन आरोपों को खारिज करते हुए कहा है कि उसकी कंपनियां सभी कानूनों एवं खुलासा प्रावधानों का पालन करती हैं।
सवालों से भाग नहीं सकती मोदी सरकार : कांग्रेस
इस मामले में कांग्रेस ने आरोप लगाया है कि मोदी सरकार की ‘गहरी चुप्पी’ से ‘मिलीभगत की बू आती है।’ कांग्रेस महासचिव जयराम रमेश ने कहा, ‘मोदी और उनकी सरकार ‘एचएएचके’ (हम अडाणी के हैं कौन) कहकर नहीं बच सकते।’ उन्होंने आरोप लगाया कि प्रधानमंत्री मोदी ने अपने राजनीतिक विरोधियों को ‘डराने’ और उन कारोबारी घरानों को ‘दंडित’ करने के लिए वर्षों से ईडी, सीबीआई और राजस्व खुफिया निदेशालय जैसी केंद्रीय एजेंसियों का ‘दुरुपयोग’ किया है, जो उनके ‘साथियों’ के वित्तीय हितों के अनुरूप नहीं हैं। कांग्रेस ने अपने आधिकारिक ट्विटर हैंडल पर एक सर्वेक्षण भी शुरू किया, जिसमें लोगों से पूछा गया है कि क्या प्रधानमंत्री ‘अपने दोस्त अडाणी’ के खिलाफ लगे धोखाधड़ी के आरोपों की जांच कराएंगे?