रामपुर लोकसभा सीट: सपा के लिए चुनौती बना आजम का गढ़, उनके समर्थक ही पार्टी प्रत्याशी के खिलाफ
लखनऊ /- सपा नेतृत्व को रामपुर में आजम खां के समर्थकों को साधना टेढ़ी खीर साबित हो रहा है। आजम के बेहद खास माने जाने वाले सपा के पूर्व जिलाध्यक्ष वीरेंद्र गोयल ने पार्टी प्रत्याशी मौलाना मोहिब्बुल्लाह के खिलाफ मोर्चा खोल दिया है। इतना ही नहीं, उन्होंने मोहिब्बुल्लाह पर गंभीर आरोप लगाते हुए बसपा के प्रत्याशी जीशान खां को चुनाव लड़ाने का एलान किया है।
रामपुर में जब सपा का जिला कार्यालय सील किया गया, तब वीरेंद्र गोयल ने अपनी जमीन पर नया कार्यालय खुलवाया। आजम के साथ ही गोयल के खिलाफ भी बकरी चोरी समेत करीब 11 मुकदमे दर्ज हैं। वीरेंद्र गोयल समेत आजम समर्थकों का आरोप है कि सपा प्रत्याशी मोहिब्बुल्लाह उन लोगों के यहां जा रहे हैं, जिन्होंने आजम खां व उनके समर्थकों के खिलाफ फर्जी मुकदमे दर्ज कराए हैं।
गोयल का कहना है कि आजम खां के समर्थक मुरादाबाद में सपा प्रत्याशी रुचि वीरा को लड़ा रहे हैं, लेकिन मजबूरी में रामपुर में निर्णय बदलना पड़ा। रामपुर में तो मोहिब्बुल्लाह के लिए हेलीकॉप्टर से पार्टी का सिंबल लेकर आए सपा प्रदेश अध्यक्ष नरेश उत्तम तक ने जिला कार्यालय पर आना मुनासिब नहीं समझा। आजम खां के समर्थकों का कहना है कि अगर अखिलेश यादव रामपुर से चुनाव लड़ते, तो उन्हें सिर्फ पर्चा भरने के लिए ही आना होता। बाकी सब वे संभाल लेते।
खैर, सपा के स्थानीय नेताओं का कहना है कि मोहिब्बुल्लाह की टीम स्थानीय स्तर के मतभेदों से अच्छी तरह से वाकिफ नहीं है। इस वजह से भी दिक्कतें आ रही हैं। इस बारे में सपा प्रत्याशी मोहिब्बुल्लाह का कहना है कि वे तो यहां सभी को जोड़ने के लिए आए हैं। इसलिए सबके यहां वोट मांगने जा रहे हैं। वीरेंद्र गोयल को कोई गलतफहमी हो गई थी, जिसे दूर कर लिया गया है।