मेरी औकात ये है… कहते हुए दामाद ने ससुर को मार दी गोली, इसलिए था नाराज
शाहजहांपुर /- शाहजहांपुर में पत्नी को विदा न करने से नाराज दामाद ने आरसी मिशन थाना क्षेत्र के लालबाग चौढ़ेरा में ससुर सालिगराम (65) की तमंचे से गोली मारकर हत्या कर दी। वारदात को अंजाम देने बाद आरोपी मौके से भाग गया।
उसके भांजे नकुल को लोगों ने पकड़कर पुलिस के हवाले कर दिया। घटना का वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है। चौक कोतवाली क्षेत्र के मोहल्ला भारद्वाजी कॉलोनी निवासी सालिगराम राजकीय मेडिकल कॉलेज में सफाईकर्मी के पद से सेवानिवृत्त हुए थे।
उन्होंने बेटी खुशबू की शादी थाना सदर बाजार के मोहल्ला वाईबाग निवासी व पेशे से चालक संजय बलधारी के साथ की थी। आरोप है कि शादी के कुछ दिन बाद ही संजय दहेज को लेकर मारपीट करने लगा। इससे तंग आकर खुशबू तीन महीने पहले पिता के घर आ गई थी।
बृहस्पतिवार को सालिगराम अपनी बड़ी बेटी लक्ष्मी के घर बेटी खुशबू के साथ लालबाग चौढ़ेरा आए थे। शुक्रवार को घर के बाहर वह राजमिस्त्री से काम करवा रहे थे। शाम करीब चार बजे संजय अपने भांजे नकुल के साथ बाइक से वहां आ गया। घर के बाहर खड़े ससुर सालिगराम से उसकी बहस होने लगी तभी अचानक संजय ने तमंचा निकालकर ससुर को गोली मार दी थी।
शुक्रवार की शाम आए संजय और सालिगराम के बीच तीखी बहस हुई थी। सालिगराम ने संजय से कहा कि तुम्हारे जैसे न जाने कितने आए… क्या है तुम्हारी औकात। इतने में दो कदम पीछे हटे संजय ने मेरी औकात यह है…कहते हुए तमंचा निकालकर गोली मार दी।
यह पूरा घटनाक्रम वीडियो में कैद हुआ है। संजय का भांजा नकुल रौसरकोठी में ही रहता है। उसे किसी माध्यम से ससुर और पत्नी खुशबू के साली लक्ष्मी के घर आने की सूचना मिली थी। बताते हैं कि वह बृहस्पतिवार को चार लोगों के साथ लक्ष्मी के घर के आसपास बाइक से कई बार आया।
पड़ोस में रहने वाले एक व्यक्ति के घर भी गया। लक्ष्मी ने बताया, शुक्रवार को जब पिता घर के बाहर खड़े थे, तब संजय ने उन्हें देखकर थोड़ी दूर पर बाइक रुकवाई और पास में आकर नशे की हालत में बहस करने लगा।
बहस बढ़ने पर तमंचा लोड कर सालिगराम को गोली मार दी। उनकी बड़ी बेटी लक्ष्मी व अन्य लोग उसे पकड़ने के लिए दौड़े तो उसने दोबारा तमंचा लोड किया और जान से मारने की धमकी देकर फरार हो गया। बताते हैं कि आरोपी संजय असम का रहने वाला है। उसके पिता यहां आकर बस गए थे।
नकुल ने बताया-बातचीत करने आया था संजय
घटना के बाद लोगों ने संजय के भांजे नकुल को पकड़ लिया। उसके हाथ बांध दिए। नकुल एक रेस्टोरेंट में सफाई कर्मचारी है। नकुल ने बताया कि वह बाइक चलाकर लाया था। संजय सिर्फ बातचीत करने के लिए आया था।
फॉरेंसिक टीम पहुंची
आरसी मिशन इंस्पेक्टर सीपी शुक्ला ने पहुंचकर मामले की जानकारी ली। इसके बाद फॉरेंसिक टीम ने भी घटनास्थल पर आकर साक्ष्य संकलित किए। मौके पर पहुंचे एसपी सिटी संजय कुमार ने बताया कि आरोपी की तलाश में दबिश दी जा रही है।
बेटा-बेटी रहते हैं साथ
सालिगराम के पांच बेटियां और एक पुत्र है। बेटियों की शादी हो चुकी है। बड़ी बेटी दीपमाला और लक्ष्मी लालबाग चौढे़रा में ब्याही थीं। मधु की ऋषिकेश व सरिता की मोहम्मदी में शादी हुई है। खुशबू और बेटा सालिगराम के साथ मोहल्ला भारद्वाजी स्थित आवास में साथ रहता है। लक्ष्मी के पति की मृत्यु हो चुकी है।
कई बार दिए रुपये, हर बार बढ़ती गई मांग
संजय बलधारी अपने ससुर सालिगराम से करीब तीन लाख रुपये ले चुका था। आरोप है कि इसके बाद तीन लाख रुपये की मांग और कर रहा था। इससे परेशान होकर सालिगराम अपनी बेटी खुशबू को घर ले आए थे। उनके बीच मामला अदालत में चल रहा था।
सरकारी कर्मचारी बताकर की थी शादी
लक्ष्मी के मुताबिक, संजय ने खुद को बिजली निगम में सरकारी कर्मचारी बताकर खुशबू से शादी की थी। शादी के बाद पता चला कि संजय बिजली निगम में ठेके पर गाड़ी चलाता है। इसका विरोध करने पर नशे की हालत में मारने-पीटने लगा था। वह ससुरालियों से रुपयों की भी मांग करता था।