पति की आंखों के सामने तड़प-तड़प कर गई जान…बीच सड़क पर चीखती-चिल्लाती रही पत्नी, किसी ने भी नहीं की मदद
मथुरा /- मथुरा के राधारानी की स्थली बरसाना में बुधवार रात मानवीय संवेदनाओं को झकझोर देने वाली घटना हुई। उन्नाव से दर्शन करने आए पूर्व फौजी की हार्ट अटैक से मौत हो गई। पत्नी का आरोप है कि रात दो बजे तबीयत बिगड़ी थी। होटल स्टाफ को मदद के लिए बुलाया। मगर, वहां से मदद नहीं मिली। होटल के बाहर सड़क पर खड़े होकर लोगों से चीख-चीखकर मदद मांगी। कोई अस्पताल ले जाने तक को तैयार नहीं हुआ। रात ढाई बजे के बाद पुलिस आई। करीब तीन बजे उनके पति को सीएचसी पर लेकर पहुंचे, जहां डॉक्टरों ने मृत घोषित कर दिया।
उन्नाव के आजादपुरम, शुक्लागंज निवासी सौरभ सोनी (41) पुत्र राम सहोदर पत्नी पुनीता व साढू धर्मेंद्र सोनी, साली पूनम के साथ शादी के एक दशक बाद पहले बच्चे के तौर पर तीन माह पहले बेटी होने पर बरसाना में राधारानी के दर्शन करने के लिए बुधवार को पहुंचे थे। पत्नी पूनम ने बताया कि एक होटल में कमरा किराए पर लिया था। वहां रात को सभी सो रहे थे। तभी पति सौरभ की तबीयत बिगड़ी। वह जोर-जोर से सांस लेने लगे। हार्ट अटैक होने के लक्षण लगने पर होटल स्टाफ को जगाया। उनसे अस्पताल लेकर चलने को कहा। मगर, उन्होंने आनाकानी करते हुए एंबुलेंस बुलाने का बहाना कर दिया।
काफी देर तक एंबुलेंस नहीं आई। इसके बाद पति अचेत हो गए। घबराकर वह खुद सड़क पर गईं और वहां मौजूद एक्का-दुक्का लोगों से मदद की गुहार लगाई। उन्होंने भी साथ नहीं दिया। तब तक बहन के पति धर्मेंद्र ने पुलिस को फोन कर दिया। पुलिस ढाई बजे के बाद आई। पुलिस की मदद से पति को सीएचसी लेकर पहुंची। वहां डॉक्टरों ने मृत घोषित कर दिया।
मृतक की पत्नी की पोस्टमार्टम हाउस पर बिगड़ी तबीयत
पति को अपनी आंखों के सामने तड़पते हुए मौत के मुंह में जाता देख पुनीता की भी तबीयत बिगड़ गई। उन्हें किसी प्रकार बहन पूनम और जीजा धर्मेंद्र ने संभाला। पोस्टमार्टम हाउस पर भी वह रात के उस भयावह मंजर को याद कर बिलख पड़ीं। यहां भी उनकी दिन में तबीयत बिगड़ गई। पोस्टमार्टम के बाद परिवार वाले शव को उन्नाव ले गए।
विश्वविख्यात स्थल, सुविधाओं के नाम पर कुछ नहीं
बरसाना राधारानी के कारण विश्वविख्यात स्थल है। यहां हर साल करोड़ों श्रद्धालु दर्शन को पहुंचते हैं। जिला मुख्यालय से करीब 55 किमी दूर इस स्थल पर आज भी सुविधाओं का अभाव है। एक भी अच्छा अस्पताल नहीं है। प्राइवेट डॉक्टरों ने कुछेक क्लीनिक खोल रखे हैं। सरकारी के नाम पर सिर्फ एक सीएचसी है। इधर, रात आठ बजे के बाद सार्वजनिक परिवहन सेवा नहीं मिलती है। सुबह छह बजे से सिर्फ रात आठ बजे तक बसों का संचालन होता है। बरसाना के एसएचओ अरविंद निर्वाल ने बताया कि को सूचना पर पुलिस टीम पहुंची थी। सीएचसी में उपचार को ले गए। मगर, वहां सौरभ को मृत घोषित कर दिया। शव का पोस्टमार्टम कराकर परिवार वालों को सौंप दिया है।