प्यार और हवस में किस हद तक इंसान जानवर हो जाता है आईए पढ़े इस जंगल मर्डर मिस्ट्री की कहानी….
उदयपुर। उदयपुर के उमरिया के जंगल में 39 दिन पहले हुई महिला की हत्या के पीछे उसके प्रेमी की क्रूरता का सच सामने आया है। आरोपी को अपनी पत्नी और प्रेमिका में से किसी एक को चुनना था, उसने पत्नी को चुना और प्रेमिका की गला रेत कर हत्या कर दी। पकड़ा गया तो एक साल पहले प्रेमिका के बेटे की हत्या का भी जुर्म कबूल लिया।
अहमदाबाद में हुई थी मुलाकात
फलासिया थाना इंचार्ज सीताराम के मुताबिक सेमारी थाना इलाके के धनकावाड़ा गांव निवासी देवीलाल परमार (30) अहमदाबाद में सिद्धि ऑयल कंपनी में कॉन्ट्रैक्टर था। दो साल पहले उसकी मुलाकात मध्यप्रदेश के रीवा जिले की सीता कोल (30) से हुई। दोनों शादीशुदा थे, लेकिन देवीलाल और सीता के बीच नजदीकियां बढ़ गईं और वे लिव-इन में रहने लगे।
बच्चे का मर्डर
देवीलाल को सीता का बेटा दादू पसंद नहीं था। एक साल पहले, शराब के नशे में उसने दादू को फर्श पर पटककर मार डाला। सीता ने पुलिस और अस्पताल प्रशासन से झूठ बोलकर प्रेमी को बचा लिया।
पत्नी का दबाव
देवीलाल के गांव आने के बाद सीता भी वहां पहुंच गई। देवीलाल की पत्नी भावना को जब उनके रिश्ते के बारे में पता चला तो उसने देवीलाल को किसी एक को चुनने की कंडीशन रख दी। देवीलाल ने पत्नी को चुना और प्रेमिका सीता से पीछा छुड़ाने के लिए उसकी हत्या की योजना बनाई।
हत्या की योजना
देवीलाल ने सीता को बुआ के घर ले जाने का बहाना किया और बाइक पर अहमदाबाद से उमरिया के जंगल एरिया में पहुंचा। वहां, धारदार चाकू से सीता का गला काट दिया। पहचान छुपाने के लिए उसने सीता के हाथ की चमड़ी काटकर तालाब में फेंक दी।
पुलिस की कार्रवाई
हत्या के बाद देवीलाल अपने ससुराल मादला पहुंच गया और पत्नी को मर्डर की बात बताई। पुलिस को उमरिया के जंगल में महिला की लाश मिली। पोस्टमॉर्टम के बाद पुलिस ने मादला पंचायत के सहयोग से अंतिम संस्कार कराया। कॉन्स्टेबल नीलेश को देवीलाल के अहमदाबाद में सीता नाम की महिला से अफेयर की जानकारी मिली। पुलिस ने सीता के भाई श्रीनिवास को फोटो भेजकर शिनाख्त करवाई।
गिरफ्तारी
देवीलाल को डिटेन करने के बाद पूछताछ में उसने वारदात कबूल कर ली। उसने स्वीकार किया कि एक साल पहले सीता के बेटे की भी हत्या की थी। देवीलाल और भावना को हत्या और हत्या की साजिश रचने के मामले में गिरफ्तार कर लिया गया है।