इस जिले में पुलिस विभाग में हावी है भ्रष्टाचार, जांच के बाद सात दरोगा, छह मुंशी सहित 30 पुलिसकर्मी निलंबित
आगरा / उत्तर प्रदेश के आगरा में कमिश्नरेट प्रणाली लागू होने के बाद भी दरोगा, मुंशी और सिपाहियों का भ्रष्टाचार नहीं रुका। पासपोर्ट सत्यापन से लेकर मुकदमों की विवेचना में भ्रष्टाचार और न्यायिक व सरकारी कार्यों में लापरवाही पर पुलिस कमिश्नर जे रविन्दर गौड पर बुधवार को डीसीपी सिटी सूरज कुमार राय ने सात दरोगा, छह मुंशी और 22 सिपाहियों को निलंबित किया है.पुलिस कमिश्नरेट व्यवस्था लागू होने के 19 महीने में यह अब तक की सबसे बड़ी कार्रवाई है। पुलिस कमिश्नर तक शहर के 9 थाना क्षेत्रों में तैनात दरोगा, मुंशी और सिपाहियों की शिकायतें पहुंची थीं। पुलिस कमिश्नर ने फीडबैक सेल से शिकायतों की जांच कराई। जांच में 30 पुलिसकर्मियों की कलई खुल गई। नवंबर 2022 में आगरा में पुलिस कमिश्नरेट व्यवस्था लागू की गई थी.
साइबर अपराधियों से मिलीभगतसाइबर क्राइम थाना में तैनात चार मुंशियों सहित पांच पुलिसकर्मियों की साइबर अपराधियों से मिलीभगत थी। साइबर अपराध के पीड़ितों का भी मुंशी व सिपाही उत्पीड़न करते थे। साइबर क्राइम थाना में तैनात मुख्य आरक्षी अविनाश, शेर सिंह, सनी कुमार, कर्मवीर और सिपाही धर्मेंद्र शर्मा को निलंबित किया है।पासपोर्ट सत्यापन में वसूली, फंसे 4 दरोगा और 12 सिपाहीपासपोर्ट सत्यापन के नाम पर आवेदक से अवैध वसूली करने में 4 दरोगा सहित 16 सिपाही निलंबित हुए हैं। पासपोर्ट आवेदकों से फीडबैक में 21 लोगों ने शिकायत दर्ज कराई। उनके पासपोर्ट की रिपोर्ट लगाने वाले थाना न्यू आगरा में तैनात दरोगा विनोद कुमार, हरीपर्वत में तैनात दरोगा जितेंद्र प्रताप सिंह, शाहगंज में तैनात प्रशिक्षु दरोगा प्रखर और कमला नगर में तैनात प्रशिक्षु दरोगा प्रशांत कुमार को निलंबित किया है। ऑटो चालक से मारपीट में गिरी गाजऑटो चालक से मारपीट और रुपये छीनने के आरोप में थाना छत्ता में तैनात दरोगा शांतनु अग्रवाल और मुंशी संजीव कुमार को निलंबित किया है। सिपाही नकुल कुमार, सुमित कुमार, अभिषेक को भी निलंबित किया गया है। पांचों के विरुद्ध विभागीय जांच भी हो सकती है। मुकदमे की विवेचना में फर्जीवाड़ान्यू आगरा में तैनात दरोगा धर्मेंद्र सिंह और प्रशिक्षु दरोगा अनंत सिंह ने मुकदमों की विवेचना में भी फर्जीवाड़ा किया। साक्ष्य आधारित विवेचना प्रणाली लागू होने के बाद भी लापरवाही बरती। आरोप है कि आरोपी पक्षों से मिलकर दरोगाओं ने धाराओं और विवेचना के तथ्यों में फेरबदल किया। दोनों को निलंबित किया गया है। ये दरोगा हुए निलंबितउप निरीक्षक न्यू आगरा धर्मेंद्र सिंहप्रशिक्षु उप निरीक्षक न्यू आगरा अनंत सिंहउप निरीक्षक थाना छत्ता शांतनु अग्रवालउप निरीक्षक न्यू आगरा विनोद कुमारउप निरीक्षक थाना हरीपर्वत जितेंद्र प्रताप सिंहप्रशिक्षु उपनिरीक्षक थाना शाहगंज प्रखरप्रशिक्षु उपनिरीक्षक कमला नगर प्रशांत कुमारइन पर भी गिरी भ्रष्टाचार की गाजसिकंदरा में सिपाही पवन कुमार, देशराज कुशवाह, अमित कुमार, कमला नगर में महिला सिपाही आरती, एत्माउद्दौला में सौरभ, शाहगंज में श्यामसुंदर, न्यू आगरा में मुख्य आरक्षी राजेंद्र कुमार, हरीपर्वत में सिपाही रिंकू, अजीत और विकास, जगदीशपुरा में कुलदीप कुमार, मंटोला में सागर, न्यू आगरा में सिपाही सचिन पाल, न्यायिक कार्य में लापरवाही पर एसीपी न्यायालय में तैनात सिपाही दीपचंद्र को निलंबित किया गया है