झोलाछाप से कराया प्रेमिका का गर्भपात, गर्भाशय ही निकाल दिया, हालत बिगड़ने पर प्रेमी फरार
बरेली/ बरेली के फतेहगंज पूर्वी थाना क्षेत्र के एक गांव निवासी बीए अंतिम वर्ष की छात्रा पांच माह की गर्भवती हो गई तो घबराए प्रेमी ने फरीदपुर के डीके अस्पताल में झोलाछाप से गर्भपात करा दिया। इस दौरान झोलाछाप और उसके सहायकों ने छात्रा का गर्भाशय ही निकाल दिया। इससे छात्रा की हालत बिगड़ गई तो प्रेमी, झोलाछाप व उसके दोस्त वहां से फरार हो गए। परिजनों ने उसे शहर के निजी अस्पताल में भर्ती कराया है। पुलिस ने डीके अस्पताल के संचालक मोहल्ला मिर्धान निवासी इरफान, मोहल्ला फर्रखपुर निवासी निजाकत, भगवंतापुर गांव निवासी सोनू व मोहल्ला बक्सरिया निवासी एक महिला दाई समेत पांच लोगों को हिरासत में लिया है।
21 जून को विद्यालय में योग शिविर में जाने की बात कहकर छात्रा घर से निकली थी। उसी रात पौने नौ बजे फरीदपुर के डीके अस्पताल से किसी ने कॉल करके बेटी से पिता की बात कराई। छात्रा के पिता उसकी मां के साथ अस्पताल में पहुंचे और बेटी को गांव ले गए।
हालत गंभीर होने पर 22 जून को उसे बरेली के निजी अस्पताल में भर्ती कराया। यहां उसकी हालत में कुछ सुधार हुआ है। मंगलवार रात छात्रा के पिता ने फतेहगंज पूर्वी थाने में गांव निवासी युवक के खिलाफ बेटी से दुष्कर्म करने के आरोप में रिपोर्ट दर्ज कराई है।
रिपोर्ट में छिपाई हकीकत, आईजी पहुंचे तो खुली पोल
छात्रा के पिता ने रिपोर्ट में असलियत छिपाई, पर आईजी मौके पर पहुंचे तो हकीकत खुल गई। रिपोर्ट में पीड़िता के पिता ने जिक्र किया है कि उनकी बेटी एक कॉलेज में बीए अंतिम वर्ष की पढ़ाई कर रही है। 21 जून को वह कॉलेज गई थी। वह कॉलेज से घर आने के लिए हाईवे पर वाहन के इंतजार में खड़ी थी, तभी गांव निवासी युवक बाइक से आया और उसे बैठाकर ले गया।
युवक ने पास के ही एक खोखे से कोल्डड्रिंक खरीदी और उसमें नशीला पदार्थ मिलाकर उनकी बेटी को पिला दिया। इसके बाद उसके साथ दुष्कर्म किया। हालत बिगड़ने पर किसी अन्य व्यक्ति के जरिये उसे निजी अस्पताल में भर्ती करा दिया और खुद फरार हो गया।
मंगलवार रात में गांव पहुंचे आईजी
आईजी डॉ. राकेश सिंह ने मंगलवार रात दो बजे गांव जाकर घटना की जानकारी ली। पीड़िता का हाल देखकर उसके पिता व डॉक्टरों से जानकारी ली। जांच में हकीकत कुछ और सामने आई। पता लगा कि छात्रा पांच माह की गर्भवती थी। युवक ने बिना पंजीकरण के संचातिल डीके अस्पताल में उसे भर्ती करा दिया। यहां गर्भपात के दौरान कुछ ऐसा हुआ कि छात्रा की हालत बिगड़ गई। तब आरोपी फरार हो गया।
आईजी डॉ. राकेश कुमार सिंह ने बताया कि अवैध अस्पताल में अप्रशिक्षित लोगों से गर्भपात कराने की वजह से छात्रा की हालत बिगड़ी है। छात्रा के बेहतर उपचार और दोषियों के खिलाफ कार्रवाई का निर्देश दिया है। बरेली के अस्पताल में भी पेट दर्द का बहाना कर उसे भर्ती किया गया। जानकारी छुपाने वालों पर भी कार्रवाई की जाएगी।