चुनौतियों के बावजूद एयर इंडिया के चार्टर विमान ने ढाका से भरी उड़ान, दिल्ली पहुंचा

ढाका / बांग्लादेश में हिंसा का दौर अभी भी जारी है। शेख हसीना के प्रधानमंत्री पद से इस्तीफा देने और देश छोड़ने के बाद भी प्रदर्शनकारी सड़कों पर डटे हुए हैं। ऐसी खबरें हैं कि पूर्व पीएम हसीना लंदन जा सकती हैं। वहीं, नोबेल पुरस्कार से सम्मानित मोहम्मद यूनुस को बांग्लादेश की अंतरिम सरकार का प्रमुख नियुक्त किया गया है। दरअसल, सरकारी नौकरियों में कुछ खास लोगों के एक वर्ग के लिए आरक्षण प्रणाली के खिलाफ जुलाई के मध्य से छात्रों के विरोध प्रदर्शन शुरू हुए थे। अब ये विरोध-प्रदर्शन हिंसा का रूप ले चुका है। 

लाइव अपडेट

09:25 AM, 07-AUG-2024

शेख हसीना की पार्टी के 20 नेताओं की हत्या

मीडिया रिपोर्ट के अनुसार, पूर्व पीएम शेख हसीना की पार्टी (अवामी लीग)  के 20 नेता मारे गए हैं। 

09:16 AM, 07-AUG-2024

चुनौतियों के बावजूद एयर इंडिया ने ढाका से दिल्ली के लिए भरी उड़ान
एयर इंडिया ने ढाका हवाई अड्डे पर बुनियादी ढांचे की चुनौतियों के बावजूद कल देर रात कम समय में विशेष चार्टर उड़ान संचालित की। एयरलाइन सूत्रों ने बताया कि 199 यात्रियों और छह शिशुओं को ढाका से दिल्ली लाया गया। आज सुबह चार्टर विमान दिल्ली पहुंचा।

09:16 AM, 07-AUG-2024

अवामी लीग के नेता का होटल जलाया
हिंसा के दौरान प्रदर्शनकारियों ने सोमवार रात पश्चिमी जोशोर में अवामी लीग के एक नेता का होटल याग के हवाले कर दिया। इसमें इंडोनेशिया के एक नागरिक समेत 24 लोग जिंदा जल गए। 

09:15 AM, 07-AUG-2024

एससीबीए के अध्यक्ष ने हसीना को गिरफ्तार करने का किया आग्रह
बांग्लादेश के सुप्रीम कोर्ट बार एसोसिएशन (एससीबीए) के अध्यक्ष एएम महबूब उद्दीन खोकन ने भारत से पूर्व पीएम शेख हसीना और उनकी बहन शेख रेहाना को गिरफ्तार करने और उन्हें बांग्लादेश वापस भेजने का आग्रह किया है। 

09:12 AM, 07-AUG-2024

Bangladesh Protest LIVE: चुनौतियों के बावजूद एयर इंडिया के चार्टर विमान ने ढाका से भरी उड़ान, दिल्ली पहुंचा

बांग्लादेश में हिंसा का दौर अभी भी जारी है। शेख हसीना के प्रधानमंत्री पद से इस्तीफा देने और देश छोड़ने के बाद भी प्रदर्शनकारी सड़कों पर डटे हुए हैं। ऐसी खबरें हैं कि पूर्व पीएम हसीना लंदन जा सकती हैं। वहीं, नोबेल पुरस्कार से सम्मानित मोहम्मद यूनुस को बांग्लादेश की अंतरिम सरकार का प्रमुख नियुक्त किया गया है। दरअसल, सरकारी नौकरियों में कुछ खास लोगों के एक वर्ग के लिए आरक्षण प्रणाली के खिलाफ जुलाई के मध्य से छात्रों के विरोध प्रदर्शन शुरू हुए थे। अब ये विरोध-प्रदर्शन हिंसा का रूप ले चुका है। 

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