पूर्वोत्तर फिर बाढ़ के मुहाने पर,त्रिपुरा में बिगड़े हालात; 22 राज्यों में दो दिन भारी बारिश का अलर्ट

नई दिल्ली / गुजरात और पश्चिमी राजस्थान में आफत की बारिश हो रही है। मुंबई समेत पश्चिमी और मध्य महाराष्ट्र और गोवा में भी मूसलाधार बारिश हुई है। इस बीच, भारत मौसम विज्ञान विभाग ने देश के कई राज्यों में भारी से अत्यधिक भारी बारिश की चेतावनी जारी की है। मौसम विभाग ने सोमवार को कहा कि उत्तर पश्चिम मध्य प्रदेश और इससे सटे पूर्वी राजस्थान पर बना दबाव गहरे दबाव में तब्दील हो गया है। इसके कारण दोनों राज्यों तथा गुजरात, गोवा और महाराष्ट्र के कुछ हिस्सों में अगले दो से तीन दिनों में भारी से अत्यधिक भारी बारिश की संभावना है। 

आईएमडी ने देर रात दो बजे जारी एक अपडेट में कहा कि उत्तर पश्चिम बंगाल की खाड़ी और निकवर्ती पश्चिम बंगाल और बांग्लादेश के क्षेत्रों में पिछले एक हफ्ते से कम दबाव का क्षेत्र बना हुआ था, जो धीरे-धीरे अवदाब में बदल गया। यह धीरे-धीरे उत्तर पश्चिम की दिशा में बढ़ते हुए 24 अगस्त तक राजस्थान और अरब सागर तक पहुंच गया। वहीं, 25 अगस्त को रात 11:30 बजे, गहरे दबाव का क्षेत्र राजस्थान के चित्तौड़गढ़ से 70 किमी दक्षिण-दक्षिणपूर्व में केंद्रित था।  अब इसके पश्चिम-दक्षिण-पश्चिम की ओर बढ़ने की उम्मीद है, जो दक्षिण राजस्थान और गुजरात को प्रभावित करेगा। वहीं 29 अगस्त तक यह सौराष्ट्र, कच्छ और पाकिस्तान के कुछ हिस्सों तक पहुंच जाएगा।

वहीं, मौसम विभाग ने यह भी कहा कि एक और कम दबाव का क्षेत्र बांग्लादेश और उससे सटे गंगीय पश्चिम बंगाल पर स्थित है। अगले दो दिनों में इसके और तेज होने और गंगीय पश्चिम बंगाल, उत्तरी ओडिशा और झारखंड की ओर बढ़ने की संभावना है।

इन राज्यों में भारी बारिश की संभावना
आईएमडी ने रेड अलर्ट जारी करते हुए कहा कि 26 अगस्त को पश्चिमी मध्य प्रदेश में भारी से बेहद भारी बारिश होने की संभावना है। आईएमडी ने गुजरात के अलावा पश्चिमी राजस्थान, महाराष्ट्र और गोवा में सोमवार को अत्यधिक वर्षा को लेकर रेड अलर्ट जारी किया है। पश्चिमी मध्य प्रदेश, झारखंड और ओडिशा के लिए ऑरेंज अलर्ट है। वहीं, जम्मू-कश्मीर, उत्तराखंड़, उत्तर प्रदेश, बिहार, पूर्वी मध्य प्रदेश, केरल, कर्नाटक, छत्तीसगढ़, आंध्र प्रदेश, तेलंगाना और तमिलनाडु के लिए यलो अलर्ट जारी किया है। मंगलवार को भारी बारिश को लेकर गुजरात के लिए रेड और राजस्थान व महाराष्ट्र के लिए ऑरेंज अलर्ट जारी किया गया है।

वहीं, आईएमडी ने 26 अगस्त को मध्य प्रदेश में 50 किमी प्रति घंटे और 26-27 अगस्त को दक्षिण राजस्थान में 60 किमी प्रति घंटे तक की तेज हवाएं चलने की भी चेतावनी दी है। साथ ही यह भी कहा है कि गुजरात, निकटवर्ती पाकिस्तान, उत्तरी महाराष्ट्र और उत्तर-पूर्वी अरब सागर में 26 अगस्त को 55 किमी प्रति घंटे की रफ्तार से तेज हवाएं चलने की उम्मीद है, जो 27 और 28 अगस्त को बढ़कर 60 किमी प्रति घंटे तक पहुंच जाएंगी।

आईएमडी ने मछुआरों को 30 अगस्त तक अरब सागर और बंगाल की खाड़ी, विशेषकर गुजरात, पाकिस्तान और महाराष्ट्र के तटों के आसपास जाने से बचने की सलाह दी है। मौसम विभाग ने कहा है कि लोग जलभराव वाले क्षेत्रों से बचें और यात्रा से पहले ट्रैफिक एडवाइजरी को पढ़ें। आईएमडी ने विशेष रूप से शहरी क्षेत्रों में संभावित स्थानीय बाढ़, सड़क बंद होने और जलभराव की भी चेतावनी दी है। प्रभावित क्षेत्रों में बाढ़ के कारण भूस्खलन और बागवानी फसलों को नुकसान होने का खतरा है।

त्रिपुरा में बिगड़े हालात
त्रिपुरा में हालात संभल भी नहीं सके थे कि फिर बारिश ने जनजीवन अस्त-व्यस्त कर दिया है। मौसम विभाग ने देश के अधिकतर हिस्सों में अगले चार दिन भारी बारिश की संभावना जताई है। सोमवार और मंगलवार को कम से कम 22 राज्यों में भारी से अत्यधिक भारी वर्षा को लेकर अलर्ट जारी किया है। गुजरात में दो दिन के लिए रेड अलर्ट जारी किया गया है।

निचले इलाके खाली कराए
मूसलाधार बारिश से दक्षिण गुजरात के वलसाड, तापी, नवसारी, सूरत, नर्मदा और पंचमहल जिले सबसे ज्यादा प्रभावित रहे। इन जिलों में भारी बारिश के चलते निचले इलाकों में पानी भर गया है। मुख्यमंत्री भूपेंद्र पटेल ने रविवार को अधिकारियों को निर्देश दिया कि जलभराव वाले इलाकों से लोगों को निकालकर सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाया जाए। बड़ी संख्या में लोगों को सुरक्षित स्थानों पर पहुंचा भी दिया गया है।

राज्य आपका संचालन केंद्र ने बताया कि नर्मदा जिले के सागबाड़ा तालुका में रविवार सुबह छह से आठ बजे के बीच दो घंटे में ही 64 मिलीमीटर वर्ष रिकॉर्ड की गई। वहीं, बीते 24 घंटे में वापी में सबसे अधिक 326 मिलीमीटर बारिश हुई। आईएमडी ने राज्य में भारी बारिश को लेकर अगले दो दिन के लिए रेड अलर्ट किया है।

बदरीनाथ हाईवे तीसरे दिन भी बंद रहा
बदरीनाथ राष्ट्रीय राजमार्ग पर रविवार को तीसरे दिन भी वाहनों की आवाजाही ठप रही। नंदप्रयाग के समीप भूस्खलन क्षेत्र पर्थाडीप में पहाड़ी से लगातार आ रहे मलबे से हाईवे के अभी खुलने के आसार नजर नहीं आ रहे हैं। पुलिस प्रशासन की ओर से वाहनों की आवाजाही वैकल्पिक नंदप्रयाग-सैकोट-कोठियालसैंण मोटर मार्ग से करवाई गई, लेकिन सड़क संकरी और तीखे मोड़ होने से करीब पांच घंटे तक जाम लगा रहा। जाम में बदरीनाथ धाम, हेमकुंड साहिब की यात्रा पर जा रहे और यात्रा कर लौट रहे करीब 500 श्रद्धालु फंसे रहे।

पहाड़ी से मलबा आने से 23 अगस्त से बदरीनाथ हाईवे अवरुद्ध है। जिला आपदा प्रबंधन अधिकारी नंदकिशोर जोशी ने बताया, वाहनों की आवाजाही के लिए सैकोट सड़क पर वनवे सिस्टम कर लिया गया है। एक-एक घंटे में वाहनों को छोड़ा जा रहा है।

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