विनेश फोगाट का रेलवे से इस्तीफा मंजूर… चुनाव लड़ने पर संशय खत्म, बजरंग का भी औपचारिक रूप से स्वीकार
नई दिल्ली/ पहलवान विनेश फोगाट के हरियाणा विधानसभा चुनाव लड़ने पर बना संशय देर रात रेलवे की ओर से इस्तीफा मंजूर किए जाने के बाद खत्म हो गया है। रेलवे ने विनेश और पहलवान बजरंग पूनिया का इस्तीफा औपचारिक रूप से स्वीकार कर लिया है। फोगाट को चुनाव लड़ने के लिए रेलवे की तरफ से अनापत्ति प्रमाणपत्र (एनओसी) लेना जरूरी था। दरअसल, रेलवे नियमों के अनुसार, नौकरी छोड़ने के लिए तीन माह पहले नोटिस देना होता है। माना जा रहा था कि रेलवे ने नामांकन प्रक्रिया की आखिरी तारीख 12 सितंबर तक एनओसी नहीं दिया, तो विनेश चुनाव नहीं लड़ पाएंगी। विनेश को कांग्रेस ने जुलाना विधानसभा से प्रत्याशी बनाया है। बजरंग को राष्ट्रीय किसान कांग्रेस का कार्यकारी अध्यक्ष नियुक्त किया गया है।
विनेश और पूनिया रेलवे में खेल विभाग के अधिकारी पद पर थे। दोनों के सामने सबसे बड़ी चुनौती इस्तीफा स्वीकार किए जाने की थी। शनिवार दिन भर गहमागहमी के बाद देर रात रेलवे की ओर से इस्तीफा मंजूर होने के बाद सभी अटकलों पर विराम लग गया है। माना जा रहा है कि राहत मिलने के बाद विनेश जल्द ही नामांकन दाखिल कर सकती हैं।
कारण बताओ नोटिस पर दिया था इस्तीफा
रेलवे बोर्ड के सूत्रों का कहना है कि विनेश और बजरंग को राजनीतिक गतिविधियों में शामिल होने पर कारण बताओ नोटिस जारी किया था। इसके बाद 6 सितंबर को दोनों पहलवानों ने रेलवे में अपने पद से इस्तीफा देकर कांग्रेस पार्टी की सदस्यता ग्रहण कर ली।
व्यक्तिगत वजह बता राजनीतिक गतिविधि कर रहे
रेलवे अधिकारियों ने पहले कहा था कि प्रथम दृष्टया पता चला है कि दोनों पहलवानों ने इस्तीफे का कारण व्यक्तिगत बताया है, जबकि उनकी राजनीतिक गतिविधियां सामने आई हैं। सूत्रों के अनुसार रेलवे अनापत्ति प्रमाणपत्र देने का भी इच्छुक नहीं था। हालांकि इस्तीफा स्वीकार होने के बाद विनेश के हरियाणा विधानसभा का चुनाव लड़ने का रास्ता साफ हो गया है।
- उधर कांग्रेस में उठापटक के बीच आधा दर्जन नेताओं ने बागी तेवर दिखाए हैं। पूर्व सीएम भूपेंद्र सिंह हुड्डा के करीबी कपूर सिंह नरवाल ने इस्तीफा दे दिया।