उजड़ गया हंसता-खेलता परिवार: ग्रामीण चिल्लाते रहे… नहर में कूद जाओ, हम बचा लेंगे; दंपती और बेटे की मौत
लखीमपुर खीरी / जिस समय लखनऊ-पीलीभीत पैसेंजर ट्रेन रफ्तार के साथ लखीमपुर आ रही थी, ठीक उसी समय लहरपुर के शेखटोला निवासी मो. अहमद (30) पुत्र महफूज रहमान अपनी पत्नी नाजमीन (24) व ढाई वर्ष के बच्चे मो. अरकम के साथ रेलवे पुल पर रील बना रहे थे। ट्रेन समीप आते देख मोहम्मद अहमद अचानक रेलवे पुल से भागने लगे। परिवार को साथ लेकर भागते अहमद को देखकर आसपास मौजूद ग्रामीणों ने चिल्लाते हुए उसे परिवार सहित नहर में कूद जाने की बात कही, लेकिन तेज रफ्तार ट्रेन और प्रेशर हार्न की वजह से शायद यह बात दंपती सुन नहीं पाए होंगे या मौत सिर पर देखकर उन्हें कुछ सूझा नहीं और तीनों हादसे का शिकार हो गए। प्रत्यक्षदर्शियों का कहना था कि अगर दंपती बच्चे को लेकर रेलवे पुल से नहर में कूद जाते तो उनको बचाया जा सकता था।
बच्चे को बचाने के चक्कर में चली गई दंपती की जान
मो. अहमद अपनी पत्नी नाजमीन के साथ सोशल मीडिया पर पोस्ट करने के लिए रील बना रहे थे। इसी दौरान ट्रेन आई। खुद और परिवार को बचाने के चक्कर में मोहम्मद अहमद ने भागने का प्रयास किया, लेकिन उसका ढाई साल का पुत्र अरकम अचानक ट्रैक पर ही गिर गया। पुत्र के ट्रैक पर गिरते ही माता पिता सदमे में आ गए। तीनों की मौत हो गई।
हादसे के बाद लेट हो गईं ट्रेनें
ओयल के समीप स्थित रेलवे पुल पर बुधवार को हुए हादसे के बाद दो ट्रेनों के समय में भी परिवर्तन हो गया। गोरखपुर मैलानी एक्सप्रेस ट्रेन निर्धारित समय से करीब 40 मिनट देरी से लखीमपुर पहुंची। ट्रेन को हरगांव में करीब आधे घंटे तक रोके रखा गया। वहीं पीछे से आ रही डालीगंज-मैलानी पैसेंजर ट्रेन करीब एक घंटा देरी से पहुंची। उक्त ट्रेन को लखीमपुर 11.20 बजे पहुंचने का समय है। ट्रेन लेट होने की वजह से मुसाफिरों को दिक्कतों का सामना करना पड़ा।
रेल ट्रैक पर रील बनाते समय गई जान
रेल ट्रैक पर रील बनाना एक परिवार को भारी पड़ गया। बुधवार सुबह लखीमपुर-सीतापुर रेलखंड पर ग्राम उमरिया स्थित बड़ी नहर के रेलवे पुल दंपती और उनके बेटे की ट्रेन की चपेट में आकर मौत हो गई। जानकारी मिलते ही मौके पर बड़ी संख्या में लोगों की भीड़ जमा हो गई। पुलिस ने शवों को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया। मृतक के मामा मुश्ताक ने बताया कि मंगलवार को ग्राम क्योंटीकलां में ताजिये का 40वां का मेला देखने के लिए सीतापुर के थाना लहरपुर के शेखटोला निवासी मो. अहमद (30) पुत्र महफूज रहमान अपनी पत्नी नाजमीन (24) और ढाई वर्ष के बच्चे मो. अरकम के साथ आया था। बुधवार सुबह वह बाइक से पत्नी व बच्चे को लेकर टहलने निकला था।
ओयल पुलिस चौकी क्षेत्र में ग्राम छोटी उमरिया खुर्द से निकली बड़ी नहर पर खीरी शाखा नहर पुल संख्या 156 पर प्रातः करीब 9:30 बजे वह अपनी पत्नी और बच्चे के साथ मोबाइल फोन से रील बनाने लगा। इसी दौरान लखनऊ-पीलीभीत पैसेंजर ट्रेन संख्या 05086 आ गई। तीनों ट्रेन की चपेट में आ गए।
बताते हैं कि ट्रेन को आता देख मो. अहमद और नजमीन अपने बच्चे को लेकर जान बचाने के लिए भागे, लेकिन उनके हाथ से बच्चा छूटकर ट्रैक पर गिर गया। बच्चे को ट्रैक से उठाने के दौरान सभी ट्रेन की चपेट में आ गए और तीनों की करीब 200 मीटर तक ट्रैक पर घिसट कर मौके पर ही मौत हो गई।
मृतक की बाइक पास में ही रास्ते पर खड़ी मिली, जिसे पुलिस ने कब्जे में ले लिया है। मौके पर सैकड़ों की संख्या में भीड़ जमा हो गई। सीओ सिटी रमेश चंद्र तिवारी, एसओ खीरी अजीत कुमार सहित रेलवे पुलिस भी मौके पर पहुंच गई। पुलिस ने रेलवे ट्रैक पर पड़े क्षत-विक्षत शवों को हटवाया और उन्हें पोस्टमार्टम के लिए जिला मुख्यालय भेज दिया।
मृतक दंपती की चार वर्ष पहले शादी हुई थी। एसओ अजीत कुमार ने बताया कि हादसे में पति-पत्नी और बच्चे की मौत हुई है। लोगों ने बताया कि सभी नहर पर बने रेलवे पुल पर मोबाइल से वीडियो बना रहे थे, तभी ट्रेन आ गई और चपेट में आकर तीनों की मौत हो गई।