रुपये लेकर शादी कराने वाले गिरोह का भंडाफोड़, दूसरी शादी नहीं करने पर महिला को मार डाला, तीन गिरफ्तार
कानपुर/ दूसरी शादी नहीं करने पर कानपुर देहात के भोगनीपुर की रहने वाली एक बच्चे की मां की हत्या के बाद रुपये लेकर शादी कराने के सनसनीखेज मामले का खुलासा हुआ है। मामले में पुलिस ने महिला के पति की तहरीर पर चार लोगों के खिलाफ रिपोर्ट दर्ज कर तीन लोगों को गिरफ्तार किया। पुलिस ने आरोपियों को अदालत में पेश किया, जहां से उन्हें जेल भेज दिया गया।रुपये लेकर शादी कराने का मामला इस क्षेत्र में पहली बार आया है। इस तरह के मामले कुछ अन्य राज्यों में पहले जरूर आते रहे हैं। दरअसल आरोपियों ने महिला की हत्या करके शव को ललितपुर के तालबेहट में फेंक दिया था। मंगलवार को शव मिलने के बाद ललितपुर की पुलिस सक्रिय हुई। बताया जा रहा है कि महिला 14 दिन पहले गिरोह के सरगना के घर गई थी।
उसे दूसरी शादी के लिए झांसी भेजा गया था। आरोपी ने ही महिला की पहली शादी कराई थी। इसके लिए पहले पति से डेढ़ लाख रुपये लिए गए थे। पति से विवाद के बाद अब दूसरी शादी करा रहे थे। महिला के इन्कार करने व पुलिस से शिकायत करने की धमकी पर आरोपियों ने उसकी हत्या कर दी।
रोहित के साथ फोटो खिंचवाने पुखरायां गई
जानकारी के अनुसार, कानपुर देहात के भोगनीपुर कोतवाली क्षेत्र के गुरगांव निवासी नितिन की पत्नी सावित्री उर्फ सुनीता (22) बेटी अंशिका (1) के साथ चार सितंबर को पड़ोस में रहने वाले अखिलेश सचान उर्फ पप्पू के घर जाने की बात कहकर अपने घर से निकली थी। बाद में पता चला कि वह अखिलेश के बेटे रोहित के साथ फोटो खिंचवाने पुखरायां गई है।
अखिलेश और महिला रुपये लेकर करते थे शादी कराने की दलाली
दोपहर तक घर नहीं आने पर महिला का पति नितिन अखिलेश के घर पहुंचा तो उसकी पत्नी विद्या देवी ने सुनीता के घर नहीं आने की जानकारी दी। बताया कि सुनीता गांव के धर्मेंद्र व उसकी पत्नी रानी से मिलने गई है। जबकि विद्या देवी की जेठानी ने सुनीता के आने की जानकारी दी। विद्या देवी की जेठानी ने यह भी बताया कि अखिलेश और उसकी पत्नी रुपये लेकर शादी कराने की दलाली करते हैं।
100 किलोमीटर के सीसीटीवी फुटेज खंगाले
इसके बाद मंगलवार रात पुलिस को ललितपुर जिले के तालबेहट क्षेत्र में राजमार्ग पर रेलवे स्टेशन पुल के आगे सड़क के किनारे झाड़ियों में सुनीता की लाश मिलने का पता चला। घटना के आठ घंटे के भीतर ही पुलिस ने मामले का खुलासा कर दिया। एसपी मोहम्मद मुश्ताक ने मामले का खुलासा करने के लिए छह टीमों का गठन किया। पुलिस टीमों ने रात में ही ललितपुर, झांसी व जालौन के टोल प्लाजा व अन्य सीसीटीवी कैमरों के कई सौ किलोमीटर के सीसीटीवी फुटेज खंगाले।
पर्स के अंदर एक पर्ची में पति का नंबर मिला
इसमें एक सफेद रंग की कार होंडा अमेज की पहचान की गई। साथ ही मृतका की शिनाख्त सुनीता उर्फ सावित्री (22) पत्नी नितिन निवासी ग्राम गुरगांव थाना भोगनीपुर कानपुर देहात के रूप में हुई। सुनीता के शव के पास से ज्वैलर्स के एक पर्स पर भोगनीपुर लिखा हुआ था। पर्स के अंदर एक पर्ची में पति नितिन का फोन नंबर भी मिला था।
पप्पू बोला- उनका एक संगठित गिरोह है
पुलिस ने कार को बरामद करते हुए पप्पू सचान उर्फ अखिलेश पुत्र लक्ष्मीनारायण, धर्मेंद्र सचान पुत्र लालता प्रसाद एवं रानी पत्नी धर्मेंद्र निवासी गुरगांव (भोगनीपुर) को हिरासत में लिया। पूछताछ में पप्पू ने बताया कि उनका एक संगठित गिरोह है। वह लोग रुपये लेकर शादी कराते हैं। सुनीता उर्फ सावित्री की शादी करीब दो वर्ष पूर्व उन्होंने नितिन उर्फ सोनू सचान कराई थी।
सुनीता को फुसलाकर अपनी कार में बैठाया
पप्पू ने बताया कि नितिन शराब पीता था, जिस कारण पति-पत्नी में अक्सर वाद-विवाद होता रहता था। इस कारण सुनीता पुनः उसके संपर्क में आई। वह लोग सुनीता को बहला-फुसलाकर झांसी में दूसरी शादी कराने का प्रयास कर रहे थे। लेकिन सुनीता राजी नहीं हुई और उसने पुलिस में शिकायत करने की धमकी दी थी। भेद खुलने के डर में उन लोगों ने सुनीता को फुसलाकर अपनी कार में बैठाया।
गला घोंटकर मौत के घाट उतारा
इसके बाद झांसी से ललितपुर की ओर आते समय रास्ते में तौलिया से गला घोंटकर मौत के घाट उतार दिया। मृतका की पहचान न हो सके, इसलिए तालबेहट क्षेत्र में सुनसान जगह पर शव को फेंक दिया था। सुनीता की बेटी को तालबेहट में एक सुनसान जगह पर छोड़कर भाग गए थे। हत्याकांड का मात्र आठ घंटे में सफलतापूर्वक खुलासा करने वाली पुलिस टीमों को एसपी ने 25 हजार रुपये का ईनाम दिया है।
हत्यारोपियों ने कार में सुनीता को उसकी एक साल की पुत्री अंशिका के सामने ही मार दिया था। अंशिका को तालबेहट में सुनसान एरिया में छोड़कर चले गए थे। मृतका वास्तविक रूप से कहां की रहने वाली है इस संबंध में जानकारी जुटाई जा रही है। कुछ लोग उसे गुडगांव का और कुछ सोनभद्र का बता रहे हैं। -अनुराग अवस्थी, कोतवाली तालबेहट प्रभारी निरीक्षक