जिम में किया वर्क आउट, फुटबॉल को लगाई किक, लोगों को पिलाई खुद की बनाई चाय : गैदू का गजब अंदाज

= रेखचंद जैन की किक से दूर तक उछली बॉल =

= कांग्रेस प्रत्याशी मलकीत सिंह के दिखे कई अवतार =

*-अर्जुन झा-*

*जगदलपुर।* सिख यानि सरदारों का देश की आजादी और धर्म की रक्षा में सबसे महत्वपूर्ण योगदान रहा है। सरदार तो पैदायशी हट्टे कट्टे होते हैं, कसरत भी जमकर करते हैं खेलों में भी माहिर होते हैं। नगर का सरदार बनने की जंग में दांव आजमा रहे महापौर पद के कांग्रेस प्रत्याशी सरदार मलकीत सिंह गैदू आज कई अवतारों में नजर आए। 

      मलकीत सिंह गैदू गुरुवार को सुबह सुबह पूर्व विधायक एवं संसदीय सचिव रेखचंद जैन के साथ स्कूटी पर सवार होकर निकल पड़े थे शहर की सड़कों पर। दो बड़े कांग्रेस नेताओं की स्कूटी की सवारी तो आकर्षण का केंद्र रही ही, इसके बाद दोनों ने जो कुछ किया वह और भी आकर्षक रहा। आज सुबह कांग्रेस के महापौर प्रत्याशी मलकित सिंह गैदू और पूर्व विधायक रेखचंद जैन ने शहर के शहीद पार्क, इंदिरा स्टेडियम, लालबाग मैदान, पुराना बस स्टैंड, दलपत सागर मे आम नागरिकों, खिलाड़ियों से मुलाक़ात कर आशीर्वाद मांगा, कांग्रेस को प्रचंड बहुमत से विजयी बनाने की अपील की। उनके साथ अतिरिक्त शुक्ला, रोजविन दास, महेंद्र महापात्र भी मौजूद रहे। सभी स्कूटर पर सवार होकर चल रहे थे। इस बीच वे एक चाय वाले की गुमटी में जा पहुंचे। एक चाय वाले की कामयाबी तो पूरी दुनिया देख रही है, सो सरदार मलकीत सिंह भी कुछ देर के लिए ही सही चाय वाले की भूमिका में आ गए। उन्होंने गुमटी में चाय बनाई और लोगों को पिलाई। इसके बाद मलकीत सिंह और रेखचंद जैन जा पहुंचे जिम में। वहां उन्होंने वर्क आउट कर अपनी भुजाओं और जंघा की ताकत दिखाई। जिम में पहुंचे युवाओं से चुनाव में वोट का सहयोग मांगा और उन्हें भरोसा दिलाया कि मेयर बनने के बाद हर वर्ग के लोगों का ध्यान रखते हुए काम करेंगे। इसके बाद श्री गैदू और श्री जैन अपनी टीम के साथ स्टेडियम में जा धमके, जहां दोनों नेताओं ने फुटबॉल पर अपना जौहर दिखाया। मलकीत सिंह ने फुटबाल को किक मारी लेकिन फुटबाल ज्यादा दूर तक नहीं जा पाई, जबकि रेखचंद जैन ने ऎसी किक मारी कि उसे पकड़ने के लिए कांग्रेस कार्यकर्ताओं को काफी दूर तक दौड़ लगानी पड़ी। वैसे सिख तो खेलों, गानों और भंगड़ा, गिद्दा नृत्य में माहिर होते हैं। शायद हमारे गैदू भाई की यह कला भी हमें जल्द दिखने को मिल जाए। अब देखने वाली बात यह है कि पंजाबी मलकीत सिंह गैदू की चाय गुजराती चाय वाले की चाय की तरह ही असर दिखा पाती है या नहीं? यह भी देखना है कि मलकीत भाई की पहलवानी दारासिंह जैसी असरकारी होती है या नहीं, उनकी सियासी फुटबाल गोल की नेट को फाड़ पाती है या नहीं। वैसे आज मलकीत सिंह गैदू और रेखचंद जैन अलग अलग अंदाज में नजर आए। उनके ये अंदाज शहर में चर्चा का विषय बन गए हैं।

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