साहू समाज उस दर्पण की भांति हो जिसमें हर समाज अपना प्रतिबिंब देखे: ताम्रध्वज साहू


Bhilai/- साहू समाज को एकता के सूत्र में पिरोकर समाज की दशा सुधारने और नई दिशा देने की सोच के साथ परिक्षेत्रीय साहू संघ पुरई और ग्रामीण साहू समाज कोकड़ी के सहयोग से ग्राम कोकड़ी में परिक्षेत्र स्तरीय कर्मा जयंती मनाई गई। कर्मा जयंती में मुख्य अतिथि पूर्व गृहमंत्री ताम्रध्वज साहू ने कहा कि साहू समाज बड़ा समाज है। इसका प्रयोग दर्पण की भांति हो जिसमें दूसरा समाज अपना प्रतिबिंब देखे इसके लिए आवश्यक है जो भी पदाधिकारी समाज का नेतृत्व कर रहे हैं वे समाज में बने नियमों का पालन करते हुए अनुशासन में रहकर कार्य करते हुए साहू समाज को एक नई दिशा देने में अपना योगदान दें। कुछ कुरीति जैसे मृत्युभोज, विवाह में साड़ी का जिसका पहनावे से कोई लेना देना नहीं होता जो एक हाथ से दूसरे हाथों में बंटता रहता है। हम सभी को इस प्रकार हो रहे व्यर्थ खर्चों को रोकने के लिए सोच में बदलाव लाना होगा। समाज की महिलाओं को अपनी नारी शक्ति को हर पल जगाकर रखने की आवश्यकता है जो समाज के बेहतर स्वरूप को ढालने और साकार करने में सक्षम है।जयंती में अध्यक्षता करते हुए तहसील अध्यक्ष पुसऊ राम साहू, एवं बतौर विशेष अतिथि महासचिव उमाशंकर साहू, नगर पंचायत अध्यक्ष उतई सरस्वती साहू, पूर्व जिला पंचायत सदस्य लक्ष्मी साहू व अन्य अतिथियों ने भी समाज सुधार को लेकर अपने विचार रखे। कर्मा जयंती में महत्वपूर्ण विचारों को सम्मिलित करने में परिक्षेत्र साहू संघ पुरई के अध्यक्ष खिलावन साहू, उपाध्यक्ष तुलाराम साहू, उपाध्यक्ष लक्ष्मी हिरवानी, कोषाध्यक्ष शंकर लाल साहू, सचिव द्रौपति साहू, छबिलाल साहू, अशोक साहू, किशोर साहू, ईश्वर साहू, वामन साहू, मोहन साहू, जगदीश दीपक, दयाराम साहू, सुमंत साहू, नीलकंठ साहू, रोहित साहू महिला प्रकोष्ठ से गायत्री साहू, नारायणी साहू, नंदनी साहू, उषा साहू, राजेश्वरी साहू, तारा साहू, सुनीति साहू , तामेश्वरी साहू महिला मंडल अध्यक्ष अन्नू साहू , राजकुमारी साहू और मीरा साहू का योगदान रहा।

