शास. कर्मचारियों के हड़ताल से कार्यालयों में रहा कामकाज ठप्प

-महंगाई व गृहभाड़ा भत्ता समेत पांच सूत्रीय मांगों पर कर्मचारियों ने की आवाज बुलंद, कहा मांगे पूर्ण नहीं होने पर 1 अगस्त से करेंगे अनिश्चित कालीन हड़ताल

दुर्ग 07 Jully (Swarnim Savera) । जिले के शासकीय कर्मचारी महंगाई व गृहभाड़ा भत्ता समेत अपनी 5 सूत्रीय लंबित मांगों को लेकर शुक्रवार को कामबंद हड़ताल पर रहे। जिससे शासकीय विभागों में कामकाज ठप रहा। स्वास्थ्य कर्मचारी और सर्व विभागीय संविदा कर्मचारी पहले ही अनिश्चित कालीन हड़ताल पर चले गए हैं। फलस्वरुप शासकीय विभागों की व्यवस्था शुक्रवार को बुरी तरह गड़बड़ा गई। जिसका खामियाजा जनता को भुगतना पड़ रहा है। शुक्रवार की सुबह जिले के हड़ताली शासकीय कर्मचारी हिंदी भवन के सामने जुटे और यहां छत्तीसगढ़ कर्मचारी अधिकारी संयुक्त मोर्चा के बैनरतले धरना में बैठकर अपनी लंबित मांगों को लेकर आवाज बुलंद की। धरना में शासकीय कर्मचारी नेताओं ने शासन व प्रशासन को चेतावनी भरे लहजे में कहा है कि अगर समय रहते शासन द्वारा लंबित मांगों पर सार्थक निर्णय नहीं लिया गया, तो वे 1 अगस्त से अनिश्चितकालीन हड़ताल पर चले जाएंगे। छत्तीसगढ़ कर्मचारी अधिकारी संयुक्त मोर्चा के मांगों में छठे वेतनमान के आधार पर देय गृहभाड़ा भत्ते को सातवें वेतनमान के आधार पर केंद्रीय दर पर पुनरीक्षित करने, राज्य के कर्मचारियों एवं पेंशनरों को केंद्र के समान देय तिथि से महंगाई भत्ता स्वीकृत करने,पिंगुआ कमेटी एवं सामान्य प्रशासन विभाग के सचिव की अध्यक्षता में वेतन विसंगति हेतु गठित समिति की रिपोर्ट को सार्वजनिक करने, कांग्रेस पार्टी की जन घोषणा पत्र के क्रियान्वयन हेतु कर्मचारियों को चार स्तरीय वेतनमान क्रमश: 8, 16, 24 एवं 30 वर्ष की सेवा अवधि उपरांत करने एवं अनियमित, संविदा एवं दैनिक वेतनभोगी कर्मचारियों का नियमितीकरण, पुरानी पेंशन का लाभ दिलाने हेतु प्रथम नियुक्ति तिथि से सेवा गणना एवं पूर्ण पेंशन का लाभ अहर्तादायी सेवा 33 वर्ष के स्थान पर 25 वर्ष करना शामिल है। धरना में कर्मचारी नेताओं ने राज्य सरकार द्वारा कैबिनेट की बैठक में 5 प्रतिशत डीए में वृद्धि के फैसले पर आक्रोश जताया गया। उनका कहना था कि इस तरह की घोषणा कर राज्य सरकार ने शासकीय कर्मचारियों का अपमान किया है। कर्मचारी नेताओं ने बताया कि प्रदेश के 7 लाख कर्मचारी हड़ताल पर है। हड़ताल को 157 कर्मचारी संगठनों का समर्थन है। हड़ताल से 54 शासकीय विभागों में कामकाज ठप है। धरना उपरांत छत्तीसगढ़ कर्मचारी अधिकारी संयुक्त मोर्चा द्वारा मुख्यमंत्री के नाम जिला प्रशासन को ज्ञापन सौंपकर अपनी 5 सूत्रीय मांगों से अवगत कराया गया। धरना में छत्तीसगढ़ कर्मचारी अधिकारी संयुक्त मोर्चा के प्रांतीय संयोजक अनिल शुक्ला, दुर्ग संभाग प्रभारी राजेश चटर्जी, जिला संयोजक विजय लहरे, महासचिव अनुरूप साहू, छत्तीसगढ़ बहुउद्देशीय स्वास्थ्य कर्मचारी संघ के कार्यवाहक अध्यक्ष वीएस राव, विजय प्रकाश मिश्रा, जगदेव भारती, आरएस उपाध्याय, महेश चंद्राकर, गौरीशंकर रावणा, हर्षवर्धन श्रीवास्तव, एके कनेरिया, आनंदमूर्ति झा, कमलेश राजपूत, बाबा चौहान, घनश्याम सोनी एसआर जायसवाल के अलावा न्यायिक कर्मचारी संघ, शिक्षक संघ, पेंशनर संघ व अन्य शासकीय कर्मचारी संगठनों के पदाधिकारी व सदस्य बड़ी संख्या में शामिल हुए। महिला शासकीय कर्मचारियों ने भी हड़ताल में बढ़ चढ़कर हिस्सा लिया।

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