बस्तर की शांति में खलल की कोशिश बर्दाश्त नहीं होगी- शंकर राव

जगदलपुर। वरिष्ठ कांग्रेस नेता शंकर राव ने बीते रोज जुलूस के दौरान अनावश्यक रूप से तनाव उत्पन्न किए जाने के संदर्भ में अपील की है कि इस प्रकार की गतिविधियों से सभी सावधानी बरतें। बस्तर की संस्कृति आपसी सौहार्द्र पर आधारित है। यहां सभी मिलकर रहते हैं। मिल जुलकर त्यौहार मनाते हैं। एक दूसरे के सुख दुख के साथी हैं। बस्तर एक परिवार है। परिवार के सभी सदस्य एक दूसरे की भावना को समझते हैं और परस्पर सम्मान देते हैं। बस्तर में वैमनस्य के लिए न तो कोई स्थान था और न हो सकता। कुछ अराजक प्रवृत्ति के लोग बस्तर की शांति को खंडित नहीं कर सकते। ऐसे प्रयासों को विफल करना हर बस्तरवासी की जिम्मेदारी है। हमें अपनी एकता को सुरक्षित रखना है। बस्तर को बुरी नजर से बचाए रखना है। किसी भी प्रकार के बहकावे में न आएं, भड़कावे में न आएं। आपसी प्रेम ही बस्तर की पहचान है। यह कायम रखना है। हमारी संस्कृति ही हमारा सब कुछ है। इस सांस्कृतिक सौहार्द्र से खिलवाड़ करने की कोई भी कोशिश बस्तर बर्दाश्त नहीं करेगा और बस्तर की शांति में खलल डालने का इरादा रखने वालों को बस्तर की जनता अपने संयम और विवेक से सही जवाब देगी।

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