भाजपा अडानी संग खड़ी है, कांग्रेस आदिवासी के साथ :राहुल गांधी

आदिवासियों से नफरत करते हैं भाजपा के नेता =

= वे नहीं चाहते आदिवासी बच्चे शिक्षित बन आगे बढ़ें =

= भाजपा आदिवासियों को वनवासी पुकारती है =

= आदिवासियों को पेशाब कांड याद दिलाया राहुल ने =

*जगदलपुर।* कांग्रेस के स्टार प्रचारक एवं पूर्व राष्ट्रीय अध्यक्ष राहुल गांधी ने शनिवार को बस्तर की जमीन से भाजपा पर जमकर हमला बोला। उन्होंने भाजपा को घोर आदिवासी विरोधी करार देते हुए कहा कि भाजपा आदिवासियों की जमीन, जंगल और जल छीनकर अडानी जैसे उद्योगपतियों को दे रही है। भाजपा अडानी के साथ खड़ी है और कांग्रेस आदिवासियों के साथ है।

      जगदलपुर में बड़ी चुनावी सभा को संबोधित करते हुए राहुल गांधी भाजपा और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर जमकर शब्द बाण चलाए। उन्होंने कहा कि भाजपा और आरएसएस के लोग आदिवासियों को आदिवासी कहना पसंद नहीं करते, वे उन्हें वनवासी कहते हैं। दरअसल उनकी नजरों में आदिवासियों की कोई इज्जत नहीं है। मध्यप्रदेश में एक आदिवासी युवक के साथ हुए पेशाब कांड का जिक्र करते हुए राहुल गांधी ने कहा कि भाजपा के एक कार्यकर्त्ता ने यह गंदा और अमानवीय कृत्य किया था। भाजपा नेता आदिवासियों के साथ जानवरों जैसा सलूक करते हैं। यह बात उनके वनवासी शब्द के इस्तेमाल से भी जाहिर होती है। जंगल में जानवर रहते हैं, इसलिए भाजपा और आरएसएस के लोग आदिवासियों को वनवासी कहते हैं। वे हमेशा आप लोगों को जंगलों में ही रखना चाहते हैं। वे नहीं चाहते कि आदिवासी युवा और बच्चे पढ़ लिखकर डॉक्टर, इंजीनियर, कलेक्टर, एसपी, पॉयलट बनें। इसीलिए भाजपा के शासन में बस्तर के तीन सौ स्कूल बंद करवा दिए गए थे। भूपेश बघेल की सरकार ने बंद स्कूलों को फिर से शुरू कराया और दर्जनों आत्मानंद इंग्लिश मीडियम स्कूल खुलवाए। ताकि आपके बच्चे भी अंग्रेजी पढ़ बोल सकें, देश विदेश में काम कर सकें। श्री गांधी ने कहा कि भाजपा हमेशा से बड़े उद्योगपतियों का भला करने में लगी रहती है, जबकि कांग्रेस आदिवासियों, पिछड़ों और दलितों के उत्थान के लिए काम करती है। उन्होंने कहा कि बस्तर के जंगलों में में आयरन ओर निकालने का प्रोजेक्ट अडानी ग्रुप को भाजपा ने दे दिया था। प्रदेश की कांग्रेस सरकार ने प्रोजेक्ट कैंसिल कर दिया। क्योंकि जल, जंगल और जमीन पर पहला अधिकार आदिवासियों का है। इसीलिए हमारी सरकार ने ट्रायबल बिल लाया, पेसा कानून बनाया है। भाजपा इन कानूनों की भी परवाह नहीं करती और जल, जंगल, जमीन अपने उद्योगपतिमित्रों को सौंप देती है। भाजपा की मंशा है कि आदिवासी जंगलों में रहकर ही समाज की मुख्यधारा से कटे रहें। संयोग देखिए कि मोदी सरकार जंगलों को भी अपने उद्योगपति मित्रों के हवाले करती जा रही है। अब दोबारा मोदी यहां आएं, तो आप लोग उनसे यह जरूर पूछना कि जल जमीन और जंगल तो हमसे छीनते जा रहे हो, फिर हम रहें कहां? राहुल गांधी ने कहा कि मेरे बार बार आदिवासी बनाम वनवासी शब्द का मुद्दा उठाने पर अब नरेंद्र मोदी ने भी आदिसियों को आदिवासी कहना शुरू कर दिया है।

*बॉक्स*

*कर्जमाफी से किसान ने खरीदी कार*

राहुल गांधी ने कहा कि कांग्रेस ने पिछले विधानसभा चुनाव के दौरान किसानों का कर्ज माफ करने का वादा किया था, उसे पूरा कर दिखाया है। रायपुर के ग्राम कठिया में अपने द्वारा धान फसल की कटाई की जाने का अनुभव राहुल गांधी ने साझा किया। उन्होंने कहा कि किसान के साथ मैंने दो घंटे तक धान की कटाई की थी। तब उस किसान से पूछा था कि आपका कर्ज माफ हुआ कि नहीं? इस पर किसान ने खुश होकर बताया कि हां माफ हो गया है और उस रकम से मैंने बड़ी गाड़ी खरीद ली है। राहुल गांधी ने कहा कि इस तरह के उपाय करके कांग्रेस किसानों के जीवन में बदलाव ला रही है। आदिवासियों का जीवन स्तर ऊंचा उठाने के लिए भी कांग्रेस सरकार ने ठोस पहल की है। छत्तीसगढ़ आज तेजी से उन्नति कर रहा है और तरक्की का यह सफर कांग्रेस के नेतृत्व में आगे भी जारी रहेगा।

*बॉक्स*

*गिनाई भूपेश सरकार की उपलब्धियां*

राहुल गांधी ने अपने भाषण में भूपेश बघेल सरकार की तारीफों के पुल बांधे। उन्होंने कहा कि भाजपा जितना कहती है, उससे भी ज्यादा कर दिखाती है। पिछले चुनाव में कांग्रेस ने धान की कीमत प्रति क्विंटल ढाई हजार रु. देने का वादा किया था, मगर उससे बढ़कर 2640 रु. की दर पर धान की खरीदी की। आगे हम धान की दर को तीन हजार रु. क्विंटल तक ले जाएंगे। उन्होंने कहा कि भाजपा सरकार में तेंदूपत्ता का पारिश्रमिक प्रति मानक बोरा तीन हजार रु. दिया जाता था, हमारी सरकार ने उसे बढ़ाकर चार हजार रु. कर दिया है। अगले तेंदूपत्ता सीजन में हर तेंदूपत्ता श्रमिक परिवार को चार हजार रुपए का बोनस दिया जाएगा। मजदूर न्याय योजना की राशि बढ़ाकर दी जाएगी। उन्होंने लोगों से कांग्रेस प्रत्याशियों को जिताने की अपील की। मंच पर मुख्यमंत्री भूपेश बघेल, कांग्रेस की राष्ट्रीय महासचिव एवं छत्तीसगढ़ प्रभारी कुमारी शैलजा, प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष एवं बस्तर के सांसद दीपक बैज, संसदीय सचिव रेखचंद जैन, कांग्रेस प्रत्याशी कवासी लखमा कोंटा, मोहन मरकाम कोंडागांव, जतिन जायसवाल जगदलपुर, चंदन कश्यप नारायणपुर, लखेश्वर बघेल बस्तर, विक्रम मंडावी बीजापुर, छविंद्र कर्मा दंतेवाड़ा समेत अन्य नेता उपस्थित थे।

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