मुख्तार के बेटे उमर ने बांदा DM को लिखा पत्र, दिल्ली एम्स के डॉक्टरों से पोस्टमॉर्टम कराए जाने की मांग
नई दिल्ली। उत्तर प्रदेश की बांदा जेल में बंद माफिया मुख्तार अंसारी की गुरुवार देर रात मौत हो गई। परिजनों की ओर से दी गई सूचना के अनुसार, परिवार का गाजीपुर जिले के काली बाग में पारिवारिक कब्रिस्तान है। वहीं पर मुख्तार को सुपुर्द-ए-खाक करने की तैयारी की जा रही है। जिले में भारी सुरक्षा व्यवस्था भी की गई है।
बेटे उमर ने की दिल्ली एम्स के डॉक्टरों से पोस्टमॉर्टम कराए जाने की मांग
मुख्तार अंसारी के बेटे उमर अंसारी ने बांदा के जिलाधिकारी को पत्र लिखकर मांग की है कि उनके पिता का पोस्टमॉर्टम दिल्ली एम्स के डॉक्टरों से कराया जाए। अपने पत्र में अंसारी ने लिखा है कि उनके परिवार को बांदा की चिकित्सा व्यवस्था पर भरोसा नहीं है।
सपा नेता शिवपाल सिंह यादव ने कहा, “इस परिवार से हमारे बहुत अच्छे संबंध थे… उनकी मौत संदिग्ध है। इसलिए कोर्ट को स्वत: संज्ञान लेना चाहिए। अगर जेल में किसी की मौत होती है तो जिम्मेदारी सबकी बनती है। जेल प्रशासन से लेकर राज्य सरकार तक।
ग़ाज़ीपुर की डीएम आर्यका अखौरी का कहना है, “सारी व्यवस्थाएं कर ली गई हैं, फोर्स की तैनाती और मजिस्ट्रेट की तैनाती कर दी गई है। हर कोई ड्यूटी पर है। जुमे की नमाज भी है, हमें यह सुनिश्चित करना है कि यह शांतिपूर्ण माहौल में हो सके।
मऊ के एसपी ने कहा, “जैसे ही हमें मुख्तार अंसारी की मौत की सूचना मिली, मऊ पुलिस ने तुरंत संवेदनशील इलाकों में जवानों को तैनात कर दिया। आज, शुक्रवार की नमाज भी पढ़ी जाएगी… कुछ अफवाहें फैल रही हैं कि क्षेत्र में कर्फ्यू लगा दिया गया है, हम हाई अलर्ट पर हैं। मऊ में सीआरपीसी की धारा 144 पहले ही लागू कर दी गई है। मैं सभी से शांति बनाए रखने की अपील करता हूं और अफवाहों पर विश्वास न करें। अफवाह फैलाने वालों के खिलाफ कार्रवाई की जाएगी।”