अंतरजातीय विवाह करने पर युवक के परिजनों को गांव में दौड़ा-दौड़कर पीटा, महिलाओं के कपड़े फाड़े

हरियाणा /- हरियाणा के फतेहाबाद के एक गांव में एक प्रेमी जोड़े के घर से जाकर अंतरजातीय विवाह किए जाने के खिलाफ युवती पक्ष के लोगों ने शुक्रवार को दूसरे पक्ष की महिलाओं को पुलिस की मौजूदगी में दौड़ा-दौड़कर पीटा और गांव से निकलने का फरमान सुना दिया।

दबंग लोगों के गुस्से का शिकार हुए छह महिलाओं सहित सात लोगों को सीएचसी केंद्र में दाखिल किया गया है। घटना की सूचना मिलते ही डीएसपी जगदीश काजला ने थाने में पहुंचकर घटनाक्रम का विवरण लिया और हमलावर आरोपियों के खिलाफ तत्काल प्रभाव से केस दर्ज करके गिरफ्तार करने के आदेश दिए।

एक गांव से 15 फरवरी की रात्रि को एक युवक व युवती घर से चले गए थे। युवक गांव में किराना की दुकान चलाता था और लड़की स्कूल की पढ़ाई कर रही थी। युवती के पिता ने 17 फरवरी को भूना थाने में शिकायत देकर गुमशुदगी का केस दर्ज करवाया था।

पुलिस ने शिकायत पर कार्रवाई करके 28 फरवरी को लड़की व लड़के को हिरासत में ले लिया और न्यायालय फतेहाबाद में 164 के बयान दर्ज करवाए। परंतु न्यायालय में युवती ने बताया कि वह युवक के साथ रहना चाहती है और उसके साथ उसने विवाह कर लिया है। युवती ने अपने मां-बाप के साथ जाने से स्पष्ट इंकार कर दिया था।

लेकिन गांव युवक के पारिवारिक सदस्यों का रहना मुश्किल हो गया और उन्हें धमकियां मिलनी शुरू हो गई। इस कारण मामला शांत होने तक पारिवारिक सदस्य अपनी रिश्तेदारी में चले गए थे। 28 मार्च को युवक के पिता व भाई ने पुलिस थाने में हाजिर होकर शिकायत देकर अपने घर जाने के लिए गुहार लगाई।

थानाध्यक्ष संदीप कुमार ने 29 मार्च को परिवार के सदस्यों को घर में जाने की अनुमति दे दी और किसी भी प्रकार की घटना होने पर तुरंत फोन करने के लिए निर्देश दिए। पीड़ित परिवार के लोगों ने बताया कि जब वह घर के आगे पहुंचे तो 40-50 लोगों ने उन्हें घेर लिया और महिलाओं के साथ छेड़छाड़ व हुड़दंग करने लगे। इसके बाद युवक के भाई ने एसएचओ को अवगत करवाया। सूचना मिलते ही एसएचओ तुरंत दल बल सहित मौके पर पहुंचे।

पीड़ित परिवार का आरोप है कि पुलिस के सामने ही महिलाओं को दौड़ा-दौड़ा कर दबंग लोगों ने पिटाई करके कपड़े फाड़ दिए। एक घायल महिला ने कहा कि हमलावर उसे उठाकर ले जा रहे थे और कपड़े फाड़कर गुप्तांगों को सार्वजनिक करने की साजिश रची। पुलिस ने कड़ी मशक्कत के बाद युवक के पारिवारिक सदस्यों को सीएचसी केंद्र में दाखिल करवाया। युवक की मां 60 वर्षीय, बुआ व एक 70 वर्षीय महिला, मौसी, भाभी व 35 साल की महिला व युवक को चोटें आई है।

साहब गांव निकाला दे रहे हैं मेरा कसूर बताओ
65 वर्षीय व्यक्ति ने रोते हुए कहा कि 28 फरवरी को लड़की के हमने पैर पकड़कर और हाथ जोड़कर अपने मां-बाप के घर जाने के लिए कहा। मगर वह युवक के साथ रहने की जिद पर अड़ी रही। कोर्ट ने दोनों को एक साथ रहने की अनुमति दे दी। मगर हमारा गांव में जीना हराम हो गया। हमारे को गांव निकाला देने के साथ-साथ बदला लेने की धमकियां दी जा रही थी।

इसलिए डर के मारे से हम रिश्तेदारी में रह रहे थे। शुक्रवार को जैसे ही अपने घर के पास पहुंचे तो युवती पक्ष के लोग उनकी बहू-बेटियों पर टूट पड़े और खूब मारपीट की गई। बेटे की सजा परिवार और उसे मत दी जाए, यह कहते-कहते बुजुर्ग की आंखों से आंसू बहने लगे।

एक गांव में अंतरजातीय प्रेम विवाह मामले को लेकर युवती पक्ष के लोगों द्वारा युवक के पारिवारिक सदस्यों से मारपीट करने की सूचना मिली थी। थाना अध्यक्ष ने तुरंत मौके पर पहुंचकर स्थिति को काबू किया। घायलों के बयान लेकर 14 नामित व 20 नामालूम आरोपियों के खिलाफ केस दर्ज कर लिया है। गिरफ्तारी के प्रयास किया जा रहे हैं। – जगदीश काजला, डीएसपी

पीड़ित परिवार को सुरक्षा के साथ आरोपियों की तत्काल हो गिरफ्तारी : भीम आर्मी
घटना के बाद महात्मा ज्योतिबा फुले जागृति मिशन हरियाणा के प्रदेश अध्यक्ष एवं भीम आर्मी के कुलदीप बौद्ध एवं उपाध्यक्ष दिनेश बौद्ध व भीम आर्मी के महासचिव रमन, संदीप भोरिया, गुलशन ग्रोवर, संतोष राजपूत, अजय नायक आदि ने गांव में प्रेम विवाह करने से उत्पन्न हुए विवाद में एक जाति के लोगों द्वारा पीड़ित पक्ष पर हमले की कड़े शब्दों में निंदा की है। कुलदीप बौद्ध ने कहा कि भीम आर्मी और महात्मा ज्योतिबा फुले जागृति मिशन हरियाणा की पूरी टीम पीड़ित परिवार के साथ में खड़ी है, किसी को भी बदमाशी नहीं करने दी जाएगी। पुलिस प्रशासन से मामले की निष्पक्ष जांच करके हमलावर आरोपियों को तत्काल प्रभाव से गिरफ्तार करने की मांग रखी गई है। अगर प्रशासन ने किसी भी प्रकार की ढिलाई व लापरवाही की गई तो पीड़ित परिवार के समर्थन में हजारों लोग सड़कों पर आ जाएंगे।

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *