CG महानदी नाव हादसा: अब तक 6 शव बरामद, चार महिला और तीन बच्चे लापता, नाव में सवार थे 70 लोग
रायगढ़ /- छत्तीसगढ़ के रायगढ़ जिले की सीमा से लगे ओडिसा के रेंगाली थाना क्षेत्र के अंतर्गत आने वाले शर्धा महानदी घाट में शुक्रवार की दोपहर नाव पलटने से बड़ा हादसा हो गया। शनिवार की सुबह छह बजे से नाव दुर्घटना में लापता लोगों की तलाश के लिए महानदी में रेस्क्यू और सर्च ऑपरेशन शुरू किया गया। जिसके तहत गोताखोरों के साथ भुवनेश्वर से पहुंचे स्कूबा डाइवर्स की टीम खोजबीन में जुटी। इस बीच सुबह सवा आठ बजे एक पीकू राठिया उम्र सात वर्ष, निवासी अंजोरीपाली का शव मिला और बाद में एक महिला राधिका राठिया 27 साल एवं राधिका के बेटे नवीन राठिया सात साल का भी शव मिला। वहीं एक और महिला तेरसबाई राठिया, लक्ष्मीन राठिया और बालक कुणाल राठिया का भी शव गोताखोरों की टीम ने ढूंढ निकाला है। कुल मिलाकर आज सुबह छह लोगों के शव निकाले जा चुके हैं।
चार महिला और तीन बच्चे लापता
रायगढ़ कलेक्टर कार्तिकेय गोयल ने शुक्रवार की रात मौके पर पहुंचकर बताया कि मौके पर झारसुगडा जिला प्रशासन का पूरा सहयोग मिल रहा है। यहां के कलेक्टर, एसपी व आईजी सभी मुस्तैद हैं। ओडीआरएफ अभी भी गोताखोरी कर रहे हैं और भुवनेश्वर से भी एक टीम आने की खबर मिल रही है। इस हादसे में जो बचाये गए हैं। उनकी संख्या 48 से 49 के बीच है। जिनसे हम मिलकर आयें हैं। उन्हें खाना खिलाने के बाद हम उन्हें वापस उनके गांव भेज देंगे। एक महिला का शव बरामद हुआ है, जो कि लगभग 35 साल की है। सात अन्य लोग अभी भी लापता हैं। उसमें से चार महिलाएं एवं 3 बच्चे शामिल है।
इस संबंध में मिली जानकारी के अनुसार रायगढ़ जिले से लगे हुए ओडिसा के झारसुगुड़ा जिले के रेंगालि थाना अंतर्गत आने वाले शर्धा महानदी घाट में रायगढ़ जिले के कोतरलिया निवासी गंगाराम लोहर के यहां खरसिया से 50 लोग पहुंचे थे जहां से सभी एक साथ ओडिसा के पंचगांव में स्थित पथरसेनी मंदिर दर्शन करने गए हुए थे। इस दौरान नाव में घूमने के दौरान बीच नदी में नाव पलट जाने की घटना से अफरा-तफरी की स्थिति निर्मित हो गई। बताया जा रहा है कि नाव में 70 लोग सवार थे। बताया जा रहा है कि एक नाव में 70 लोग सवार होकर पथरसेनी मंदिर बकरा लेकर जा रहे थे, इस दौरान बीच नदी में नाव बीच से टूट जाने के दौरान यह हादसा हुआ है।
मन्नत पूरी होने के बाद बकरा लेकर गए थे मंदिर
ओडिसा के झारसुगडा जिले में स्थित पत्थर सैनी मंदिर में मन्नत पूरी होने के बाद एक ही नाव में सवार होकर बकरा लेकर 70 लोग गए हुए थे। इसमें से कोतरलिया से 14 लोग एवं खरसिया विधानसभा क्षेत्र के अंतर्गत आने वाले अंजोरीपाली के 50 लोग नाव में सवार थे। मंदिर से वापसी के दौरान यह घटना घटित हुई।