UP: अमेठी कांग्रेस को ‘अमृत’ का इंतजार, आज होगा राहुल के नाम का एलान? पिछड़ा वर्ग साधने को BJP का ये है प्लान

अमेठी /- बैसाख की चटख धूप में सियासी रण भी दिलचस्प होता जा रहा है। भाजपा की स्मृति जूबिन इरानी पहले से ही अपनी सेना के साथ मैदान में डटी हैं। रविवार को बसपा ने भी रवि प्रकाश मौर्य को मार्चे पर उतार दिया। अब सभी की निगाहें सिर्फ कांग्रेस पर टिकी हुई हैं। 

शनिवार को दिल्ली में कांग्रेस नेताओं की बैठक हुई। चर्चा में कई मुद्दों पर खुलकर बात हुई, लेकिन अभी तक प्रत्याशी के नाम का एलान नहीं हो सका है। शनिवार देर शाम दिल्ली में कांग्रेस की उच्चस्तरीय बैठक हुई। 

माना जा रहा था कि कांग्रेस अमेठी और रायबरेली में अपने उम्मीदवारों की घोषणा कर देगी। इन्हीं उम्मीदों से अमेठी के कांग्रेस कार्यालय में सरगर्मियां बढ़ गई थीं। आतिशबाजी के सारे इंतजाम हो गए थे। मिठाई बांटने की तैयारी थी।

स्थानीय नेता दिल्ली में हो रही बैठक के फैसलों की फोन के जरिए टोह ले रहे थे, लेकिन बैठक खत्म हुई तो फिर से मायूसी हाथ लगी। उम्मीद है कि आज अमेठी में कांग्रेस के प्रत्याशी के नाम का एलान हो सकता है। अमेठी से राहुल गांधी मैदान में उतरेंगे या फिर कोई और उम्मीदवार होगा, इसका सभी को इंतजार है। 

कांग्रेस प्रत्याशी को लेकर कयासबाजियां फिर से राजनैतिक फिजाओं में तैरने लगीं कि आखिर कौन होगा जो अमेठी से भाजपा की स्मृति जूबिन इरानी के मुकाबले मैदान में उतारा जाएगा। कांग्रेस के स्थानीय नेता इस मामले में कुछ भी कहने से बच रहे हैं।

स्मृति जूबिन इरानी आज करेंगी नामांकन
अमेठी में 26 अप्रैल से नामांकन प्रक्रिया शुरू हुई है। 20 मई को चुनाव है। 27 व 28 अप्रैल को छुट्टी पड़ गई। अब सोमवार यानी 29 को नामांकन शुरू होगा और तीन मई तक चलेगा। भाजपा की स्मृति इरानी ने दो पर्चे लिए हैं। 29 को वह रोड शो के बाद नामांकन करेंगी। इसके अलावा चौदह अन्य ने पर्चे लिए हैं। अब तक नामांकन के लिए 22 पर्चे लिए गए हैं।

पिछड़ा वर्ग साधने की भाजपा की कवायद
भाजपा प्रत्याशी स्मृति जूबिन इरानी के नामांकन में शामिल होने के लिए मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव सोमवार को यहां पहुंच रहे हैं। दरअसल, उनके बहाने भाजपा ओबीसी मतदाताओं को साधने की कोशिश करेगी।

वजह साफ है…ओबीसी या अन्य पिछड़ा वर्ग के मतदाताओं की संख्या जिले में करीब 21 फीसदी है। डॉ. मोहन यादव की ससुराल पड़ोसी जिले सुल्तानपुर में होने के कारण उनका प्रभाव भी है। ऐसे में उनका आगमन अमेठी के साथ ही रायबरेली और सुल्तानपुर को भी सीधे तौर पर प्रभावित करेगा।

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