महार समाज के किसी भी व्यक्ति-परिवार के खिलाफ होने वाले अन्याय पर उन्हें उचित न्याय दिलाने डॉ. अम्बेडकर वेलफेयर सोसायटी करेगी पहल
मुम्बई मेट्रोपॉलिटन पूर्व मजिस्ट्रेट और मानवाधिकार आयोग के पूर्व अध्यक्ष की उपस्थिति में भारतीय संविधान के प्रावधानों और अधिकारों पर हुई गहन चर्चा*
*संवैधानिक प्रावधानों और अधिकारों का उपयोग समाज, राज्य और देशहित में करने दिया गया मार्गदर्शन*
*जाति प्रमाण पत्र बनाने की कठिनाईयों के स्थायी समाधान के लिए छत्तीसगढ़ शासन और केन्द्र सरकार को भेजा जाएगा प्रस्ताव*
*झारखण्ड, उत्तराखण्ड, महाराष्ट्र और अन्य राज्यों में जाति प्रमाण पत्र बनाने की प्रक्रिया बेहद सरलीकृत*
रायपुर, 29 अगस्त 2023/ छत्तीसगढ़ राज्य सहित देश के अन्य प्रदेशों में अनुसूचित जाति वर्ग के महार समाज अंतर्गत आने वाले किसी भी व्यक्ति और परिवार के खिलाफ होने वाले अन्याय, अत्याचार, शोषण, प्रताड़ना के विरूद्ध डॉ. अम्बेडकर वेलफेयर सोसायटी उन्हें उचित न्याय दिलाने के लिए संवेदनशील, तत्पर और आवश्यक कदम उठाएगी। महार समाज के लोगों को जाति प्रमाण पत्र बनाने में आ रही कठिनाईयों का स्थायी समाधान किया जाएगा। झारखण्ड, उत्तराखण्ड, महाराष्ट्र और अन्य राज्यों में जाति प्रमाण बनाने की प्रक्रिया को जिस प्रकार बेहद सरलीकरण किया गया है, उसी प्रकार छत्तीसगढ़ राज्य में जाति प्रमाण बनाने की प्रक्रिया को सरलीकरण करने के लिए डॉ. अम्बेडकर वेलफेयर सोसायटी छत्तीसगढ़ शासन और केन्द्र सरकार को संवैधानिक प्रावधानों और नियमों के तहत तर्क-संगत प्रस्ताव भेजेगी।
मुम्बई मेट्रोपॉलिटन के पूर्व मजिस्ट्रेट, मानवाधिकार आयोग एवं अनुसूचित जाति -जमाती आयोग मुंबई के पूर्व अध्यक्ष जस्टिस चंद्रभान एल. थूल की विशिष्ट उपस्थिति में गत दिवस राजधानी रायपुर के लाभाण्डी में डॉ. अम्बेडकर वेलफेयर सोसायटी की विशेष आमसभा की महत्वपूर्ण बैठक हुई। मुम्बई से आए विशिष्ट अतिथि श्री थूल की उपस्थिति में हुई इस बैठक में भारतीय संविधान के विभिन्न प्रावधानों और अधिकारों पर हुई गहन चर्चा की गई। उन्होंने डॉ. अम्बेडकर वेलफेयर सोसायटी के पदाधिकारियों और सदस्यों को भारतीय संविधान के महत्वपूर्ण और उपयोगी प्रावधानों से अवगत कराया। उन्होंने इस सोसायटी के द्वारा समाज विकास के लिए संविधान में प्रावधानित कानूनों और मिले अधिकारों का उपयोग कर समाज, राज्य और देशहित में कैसे कर सकते हैं, इस विषय पर मार्गदर्शन देते हुए प्रबोधन किया।
वेलफेयर सोसायटी की विशेष आमसभा में विभिन्न प्रस्ताव पारित कर अनेक निर्णय लिए गए। प्रदेश और देश में वर्तमान में महार समाज के व्यक्तियों के समक्ष व्याप्त ज्वलंत समस्याओं के निराकरण के लिए प्राथमिकताएं तय की गई। बैठक में सर्वसम्मति से यह भी तय किया गया कि डॉ. बी. आर. अम्बेडकर की स्मृति और उनके विचारों को स्थायी बनाने के लिए सभी तरह के प्रयास किए जाएंगे। अनुसूचित जाति वर्ग के महार समाज के व्यक्तियों के आर्थिक, सामाजिक और शैक्षणिक के साथ सांस्कृतिक हितों का संवर्धन करने की दृष्टि से व्यापक विचार-विमर्श किया गया। वेलफेयर सोसायटी के उद्देश्यों को और अधिक व्यापक और सुस्पष्ट करते हुए इसका विस्तार करने का भी निर्णय लिया गया। डॉ. अम्बेडकर वेलफेयर सोसायटी का विस्तारीकरण जिलों और तहसीलों तक करने का प्रस्ताव पारित किया गया।
डॉ. अम्बेडकर वेलफेयर सोसायटी के आगामी सम्मेलनों में समाज के बुद्धिजीवी वर्ग यथा अखिल भारतीय प्रशासनिक सेवा के अधिकारियों, राज्य सिविल सेवा के अधिकारियों, डॉक्टर्स, इंजीनियर्स, अधिवक्तागणों, प्रोफेसरों, पत्रकारों इत्यादि को भी समय-समय पर विशेष रूप से आमंत्रित करने का निर्णय लिया गया।
डॉ. अम्बेडकर वेलफेयर सोसायटी की विशेष आमसभा में अध्यक्ष एवं विभागीय जांच आयुक्त दिलीप वासनीकर, उपाध्यक्ष एवं संभागायुक्त महादेव कावरे, ऑल इंडिया एसटी एससी एम्पलाई फेडरेशन के चेयरमेन सुनील कुमार रामटेके और अपेक्स बैंक के प्रबंध संचालक कमल नारायण काण्डे ने उद्देश्यों और लक्ष्यों की प्राप्ति के लिए उपस्थितों को सम्बोधित किया। महाराष्ट्र सामाजिक न्याय सहायता के अध्यक्ष जयप्रकाश भावसागर ने डॉ. अम्बेडकर के विचारों पर केन्द्रित संस्था के कृतित्व पर प्रकाश डाला। छत्तीसगढ़ सामान्य प्रशासन विभाग के संतोष बोरकर और बीजापुर से आए कैलाशचन्द्र रामटेके ने समाज के हित में किए जाने वाले कार्यों पर महत्वपूर्ण विचार रखे। इस अवसर पर संस्था के पदाधिकारियों में उपाध्यक्ष एवं जलसंसाधन विभाग के पूर्व प्रमुख अभियंता हेमराज कुटारे, सारंगराव हुमने, महासचिव कमलेश बंसोड़, कोषाध्यक्ष मदनलाल मेश्राम, सचिव अशोक ढवले, उपेन्द्र कुमार मेश्राम, के. आर. उके और सदस्यों में प्रमोद बंसोड़, शशांक घोड़ेश्वर,डा अनिल कुमार रामटेके, देवलाल भारती , अपर कलेक्टर जांजगीर एस. पी. वैद्य, विद्युत मंडल के अधीक्षण अभियंता बिंबिसार नागार्जुन, वाणिज्यिक कर विभाग के बेनीराम गायकवाड़ एवं अनेक आमंत्रित सदस्य उपस्थित थे।