आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं को बड़ी उम्मीद है विधायक गोयल से
= आंगनबाड़ी कार्यकर्ता और सहायिकाएं पहुंचीं विनायक गोयल के आंगन में =
= गोयल को दी जीत की बधाई, सुनाई समस्याएं =
*लोहंडीगुड़ा।* चित्रकोट के नव निर्वाचित भाजपा विधायक विनायक गोयल का आंगन भी अब गुलजार होने लगा है। उनके निवास में बधाई देने और फरियाद लेकर पहुंचने वालों की भीड़ उमड़ने लगी है। मंगलवार को सैकड़ों आंगनबाड़ी कार्यकर्ता और सहायिकाएं श्री गोयल के निवास में आंगन में जमा थीं। इन लोगों ने श्री गोयल और उनकी धर्मपत्नी से भेंटकर उन्हें जीत की बधाई दी और अपनी समस्याओं व मांगों से अवगत कराया। विधायक विनायक गोयल ने उन्हें भरोसा दिलाया कि सरकार का गठन होते ही वे मांगों को रखेंगे और निराकरण के लिए हर संभव कदम उठाएंगे।
आंगनबाड़ी कार्यकर्ता एवं सहायिका संघ की प्रदेश अध्यक्ष रुकमणी सज्जन और संघ की अन्य पदाधिकारियों के नेतृत्व में बस्तर जिले के सभी विकासखंडों की आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं और सहायिकाओं ने मंगलवार को चित्रकोट के विधायक विनायक गोयल से उनके गृहग्राम धर्मोऊर जाकर उनसे भेंट की, उन्हें बधाई दी और प्रदेशभर की आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं व सहायिकाओं की मांगों तथा समस्याओं से अवगत कराया। मानदेय में वृद्धि, सेवनिवृति उपरांत पेंशन, आश्रितों को अनुकंपा नियुक्ति दिलाने, सरकारी कर्मचारी का दर्जा दिलाने आदि मांगें श्री गोयल के समक्ष रखी गईं। विधायक विनायक गोयल ने कहा कि भारतीय जनता पार्टी सबका साथ, सबका विकास की अवधारणा पर चलने वाली पार्टी है। हमारे प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जी आप जैसी माता बहनों के समग्र उत्थान के किए प्रतिबद्ध हैं। केंद्र की मोदी सरकार ने हर क्षेत्र में महिलाओं की भागीदारी बढ़ाने के लिए आरक्षण बिल नारी शक्ति वंदन अधिनियम पारित किया है। निश्चित रूप से छत्तीसगढ़ में नई बनने जा रही हमारी सरकार आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं और सहायिकाओं को उनका वाजिब हक दिलाएगी। श्री गोयल ने कहा कि क्षेत्र की माता बहनों, युवाओं, आदिवासियों, किसानों और मजदूरों की सेवा के लिए मैं हमेशा तत्पर रहूंगा। मेरे घर के दरवाजे आप सभी के लिए हर क्षण खुले रहेंगे। अपने विधायक की अपनत्व भरी बातों से आंगनबाड़ी कार्यकर्ता और सहायिकाएं खुशी से झूम उठीं। उल्लेखनीय है कि चुनाव परिणाम आने के बाद से ही विधायक विनायक गोयल के निवास में प्रतिदिन क्षेत्र के सैकड़ों ग्रामीण श्री गोयल को बधाई देने और अपना दुखड़ा सुनाने पहुंच रहे हैं।