परियोजना अधिकारी के खिलाफ आंगनबाड़ी कार्यकर्ता लामबंद
रुक्मणि की बर्खास्तगी का मामला पकड़ने लगा तूल =. = परियोजना अधिकारी खोब्रागढ़े की प्रताड़ना से ट्रस्त हैं आंगनबाड़ी कार्यकर्ता =
*जगदलपुर।* बस्तर जिले के बास्तानार विकासखंड में पदस्थ महिला एवं बाल विकास विभाग की परियोजना अधिकारी उर्मिला खोब्रागढ़े की मनमानी चरम पर पहुंच गई है। अधीनस्थ आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं व सहायिकाओं को प्रताड़ित करना उनकी आदत में शामिल हो गया है। उनके ऐसे कृत्य का विरोध करने वाली आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं को झूठी शिकायतों के आधार पर नौकरी से हटवा दिया जाता है। ग्राम पंचायत बिरगाली के आश्रित ग्राम पुसेम की आंगनबाड़ी कार्यकर्ता रुक्मणि सज्जन की भी नौकरी ऐसी ही झूठी शिकायत पर छीन ली गई है। अब रुक्मणि सज्जन के समर्थन में पूरे जिले की आंगनबाड़ी कार्यकर्ता व सहायिकाएं उतर आई हैं।उन्होंने परियोजना अधिकारी के खिलाफ मोर्चा खोल दिया है। आंगनबाड़ी कार्यकर्ता सहायिका संघ की बस्तर संभाग शाखा की बैठक 10 दिसंबर को कृषि उपज मंडी प्रांगण जगदलपुर में हुई। बस्तर जिले की सैकड़ों कार्यकर्ता और सहायिकाएं इस बैठक में पहुंची थीं। संघ की प्रांतीय सलाहकार जयश्री राजपूत, महामंत्री रंभा गागड़ा बीजापुर, पार्वती नाग उपाध्यक्ष दंतेवाड़ा, दयावती यालम सुकमा जिला अध्यक्ष, मीरा कोर्राम कोंडागांव सचिव एवं जगदलपुर जिले की सभी आंगनबाड़ी कार्यकर्ता व सहायिकाएं उपस्थित थीं। रुक्मणी सजन की बर्खास्तगी को लेकर भारी नाराजगी व्यक्त की गई। परियोजना अधिकारी उर्मिला खोब्रागढ़े के रवैए का पुरजोर विरोध करने तथा उन्हें बास्तनार विकासखंड से स्थानांतरित कराने के लिए आंदोलन की रणनीति तैयार की गई। आंगन बाड़ी कार्यकर्ता रुक्मणि सज्जन को बर्खास्त करने का मामला अब तूल पकड़ने लगा है। कई जिलों की सैकड़ों कार्यकर्ताओं ने मंडी प्रांगण जगदलपुर में बैठक लेकर रुक्मणि सज्जन को बर्खास्त किए जाने को दमनात्मक कदम बताया गया। कहा गया कि परियोजना अधिकारी निरीक्षण के नाम पर आंगनबाड़ी केंद्रों में किसी भी समय आ धमकती हैं। कई बार तो अवकाश हो जाने के बाद पहुंचती हैं और केंद्र में ताला लगे होने का हवाला देकर कार्यकर्ताओं व सहायिकाओं को कारण बताओ नोटिस जारी किया जाता है। केंद्रों के लिए आवश्यक सामग्री उपलब्ध कराने में वे कोताही बरतती हैं और सारा ठीकरा कार्यकर्ताओं पर फोड़ देती हैं। संघ की पदाधिकारियों को परियोजना अधिकारी टार्गेट करके प्रताड़ित कर रही हैं। रुक्मणि सज्जन को भी टार्गेट किया गया है। रुक्मणि के खिलाफ फर्जी शिकायत पत्र लगवाकर उन्हें बर्खास्त करा दिया गया। जबकि बिरगाली के सरपंच अशोक कुमार पोयाम और तीन अन्य ग्रामीणों ने विभाग के जिला कार्यक्रम अधिकारी के समक्ष शपथ पत्र प्रस्तुत कर कहा है कि उन्होंने रुक्मणि सज्जन के खिलाफ कभी किसी अधिकारी के पास शिकायत ही नहीं की है। सरपंच और ग्रामीणों ने आंगनबाड़ी कार्यकर्ता रुक्मणि सज्जन की कार्यप्रणाली की सराहना ही की है। सरपंच और इन तीनों ग्रामीणों के नाम से फर्जी शिकायत पत्र लगवाकर परियोजना अधिकारी ने रुक्मणि सज्जन की बर्खास्तगी की कार्रवाई करवाई है। बैठक में कहा गया कि रुक्मणि सज्जन को न्याय दिलाने, सभी आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं को परियोजना अधिकारी की तानाशाही से मुक्ति दिलाने के लिए जल्द बड़ा आंदोलन शुरू किया जाएगा। इंसाफ की इस लड़ाई में सभी कर्मचारी संघों से भी सहयोग मांगा जाएगा।