बिहार का मोस्टवांटेड इनामी भू-माफिया गिरफ्तार
गोपालगंज. बिहार में हत्या, लूट, डकैती, चोरी में फरार 50 हजार के इनामी अपराधी और कुख्यात भू-माफिया योगेंद्र पंडित को जिला एसटीएफ और एसआइटी ने हथियार के साथ गिरफ्तार कर लिया है. पटना में भू-माफिया छिपा हुआ था. पुलिस ने इसके पास से एक देसी कट्टा, अपराध में इस्तेमाल किये गये लग्जरी गाड़ी और दो कारतूस के अलावा एप्पल कंपनी का दो मोबाइल फोन बरामद किया है. नगर थाना क्षेत्र के बंजारी भितभेरवा रोड के रहनेवाले स्व. गोखुला पंडित के पुत्र योगेंद्र पंडित पर ताइद की हत्या समेत विभिन्न जिलों में 14 अपराधिक मामले दर्ज है.
एसपी स्वर्ण प्रभात ने बताया कि कुख्यात भू-माफिया योगेंद्र पंडित पिछले तीन साल से फरार चल रहा था. कोर्ट में सरेंडर करने के लिए तीन दिन पहले गोपालगंज में आया था, लेकिन पुलिस की भनक लगते ही भागकर पटना चला गया. जिला एसटीएफ और एसआइटी इसकी गिरफ्तारी के लिए लगातार छापेमारी कर रही थी. सोमवार को छापेमारी के दौरान योगेंद्र पंडित गिरफ्तार हुआ. गिरफ्तारी के बाद कड़ी सुरक्षा के बीच नगर थाना लाया गया, जहां पूछताछ करने के बाद उसे जेल दिया गया.
एसपी ने कहा कि गिरफ्तारी के बाद 24 घंटे के अंदर न्यायालय में प्रस्तुत करना होता है, इसलिए पुलिस को पूछताछ के लिए अधिक समय नहीं मिल सका. गोपालगंज पुलिस योगेंद्र पंडित को रिमांड पर लेगी और ताइद सुजीत कुशवाहा की हत्या समेत विभिन्न कांडों में पूछताछ करेगी. योगेंद्र पंडित से पूछताछ के बाद इसके सहयोगियों को भी अभियुक्त बनाकर गिरफ्तारी की जाएगी.
पिछले महीने ही नगर थाने की पुलिस ने कुख्यात भू-माफिया योगेंद्र पंडित के बंजारी स्थित आलीशान मकान को कुर्क किया था. तीन मंजिला इमारत को कुर्क करते समय भी भू-माफिया ने पुलिस को चकमा देने के लिए सरेंडर किये जाने की अफवाह उड़ायी थी, लेकिन सरेंडर नहीं किया था. पुलिस की कुर्की के बाद भू-माफिया ने सिविल कोर्ट में वकील के ताइद की गोली मारकर हत्या करा दी थी.
योगेंद्र अपने संरक्षण के लिए जरूरत के हिसाब से कई लोगों को अपने साथ जोड़ रखा है. कई राजनीतिक दल के नेता से लेकर समाज के सफेदपोश भी शामिल है. पुलिस उसे संरक्षण देने वाले की तलाश में जुटी है. पुलिस को मिले इनपुट में कई राजनीतिक दल के नेताओं से योगेंद्र पंडित का कनेक्शन सामने आया है. जिसे गंभीरता से पुलिस जांच कर रही. साक्ष्य मिलते ही संरक्षण देने वालों पर भी कार्रवाई तय है.
बंजारी में भू-माफिया योगेंद्र पंडित के रडार पर बंजारी के कई लोगों के अलावा एकता दल के राष्ट्रीय अध्यक्ष टाइगर पंडित भी थे. ताइद सुजीत कुशवाहा की हत्या के बाद बंजारी व उससे हर गुनाहों के खिलाफ लड़ने वाले में दहशत का माहौल बना रहा. कब किसकी हत्या हो जाय कहना मुश्किल है. हालांकि पुलिस योगेंद्र पंडित के साथ-साथ उससे जुड़े लोगों की गतिविधियों पर नजर रख रही है.
कुख्यात योगेंद्र पंडित का अपराधिक इतिहास लंबी-चौड़ी है. पटना के अगमकुआ थाने में 2015 और 2018 में दो अपराधिक केस दर्ज है. इसके अलावा गोपालगंज में नगर थाना और कुचायकोट थाने में हत्या समेत 12 अपराधिक मामले दर्ज है. गोपालगंज के एसपी स्वर्ण प्रभात ने इसके अपराधिक इतिहास को देखते हुए जिंदा या मुर्दा पकड़े जाने पर 50 हजार रुपये का इनाम घोषित किया था.