आखिर दुबई में बैठे महादेव एप के मुख्य सरगना सौरभ चंद्राकर और रवि उप्पल की कब होगी गिरफ्तारी?

महादेव एप के आरोपियों को कुवैत से लाने का किया जा रहा है प्रयास : गृहमंत्री श्री शर्मा
रायपुर/दुर्ग । महादेव एप के जरिए सैकड़ों लोगों के साथ धोखाधड़ी करने वाले मुख्य आरोपी सौरभ चंद्राकर को आखिर ईडी और सीबीआई कब करेगी गिरफ्तार? महादेव एप को लेकर छत्तीसगढ़ पुलिस ने 2022 में महादेव सट्टेबाजी ऐप के खिलाफ कार्रवाई शुरू की थी। बाद में, प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने पिछले साल मनी लॉन्ड्रिंग से संबंधित मामले में ऐप की जांच शुरू की। ईडी ने इस मामले में अब तक रायपुर की अदालत में दो आरोप पत्र दायर किए हैं, जिनमें कथित अवैध सट्टेबाजी और गेमिंग ऐप के दो मुख्य प्रमोटरों सौरभ चंद्राकर और रवि उप्पल के खिलाफ आरोप पत्र शामिल हैं। ईडी के अनुसार, इस मामले में अपराध की अनुमानित आय लगभग छह हजार करोड़ रुपये है। इस साल मार्च में एसीबी/ईओडब्ल्यू ने ईडी की रिपोर्ट के आधार पर कथित महादेव सट्टेबाजी ऐप घोटाले में प्राथमिकी दर्ज की थी और ऐप के प्रमोटरों रवि उप्पल, सौरभ चंद्राकर, शुभम सोनी और अनिल कुमार अग्रवाल के साथ-साथ 14 लोगों को आरोपी बनाया था।
सवाल ये उठता है कि शासन-प्रशासन द्वारा एक बड़े अभियान चलाने के बाद भी आज तक सरकार को इस महादेव एप पर लगाम लगाने में कोई ठोस सफलता प्राप्त नहीं हुई है। दिन-ब-दिन महादेव एप के आरोपी पकड़ाते जाते है और फिर कोई नया प्लान महादेव एप का बन जाता है।
आज भी दुर्ग-भिलाई-रायपुर तथा छत्तीसगढ़ में महादेव एप का कारोबार बड़ी तेजी से फल-फूल रहा है। इतनी सारी पाबंदियों के बाजवूद एक प्रश्न उठता है,कि ये कौन सा कारोबार है, कि इतनी पाबंदियों के बावजूद धड़ल्ले से चल रहा है!
महादेव ऑनलाइन सट्टे एप मामले में एक और बड़ी कार्रवाई की गई है. दुर्ग एसपी जितेंद्र शुक्ला ने इस फर्जीवाड़े में शामिल एक आरक्षक को बर्खास्त कर दिया है. आरोप आरक्षक अर्जुन यादव पुलिस लाइन में पदस्थ था. वह 118 दिन से बिना अनुमति छुट्टी पर था. इतना ही नहीं आरक्षक के खिलाफ विभागीय जांच भी के भी आदेश दिए गए हैं. बता दें कि बर्खास्त आरक्षक अर्जुन यादव मामले में मुख्य आरोपी रहे भीम सिंह यादव के भाई है. दुर्ग में पदस्थ भीम सिंह यादव को पहले ही सस्पेंड कर दिया गया है.
बीते कुछ दिनों से महादेव एप पर अब तक कोई कार्यवाही की सूचना ईडी व सीबीआई द्वारा प्राप्त नहीं हुई है। महोदव एप में लाखों भोले-भाले बेरोजगार युवा इस गंदी मकड़ जाल में फंसते जा रहे है। शासन-प्रशासन द्वारा महादेव एप पर अंकुश लगाने के बाद भी इस पर कोई खास फर्क नहीं दिखाई पड़ता है। यह काला गोरखधंधा और अधिक तेजी से पूरे भारत में अपना पैर पसार रहा है। अब देखना यह है,कि आगे इस गोरखधंधे पर ईडी व सीबीआई द्वारा किस प्रकार का एक्शन लिया जाता है? शासन-प्रशासन को चाहिए कि वह अपने हर स्तर तक प्रयास करके इस महोदव एप को पूरे भारत से उखाड़ फेंके। ताकि हमारा समाज गंदा न हो पाए।
बीते फरवरी 2024 में महादेव ऑनलाइन सट्टे एप मामले में एक और बड़ी कार्रवाई की गई थी। . जिसमें दुर्ग एसपी जितेंद्र शुक्ला ने इस फर्जीवाड़े में शामिल एक आरक्षक को बर्खास्त कर दिया है. आरोपी आरक्षक अर्जुन यादव पुलिस लाइन में पदस्थ था. वह 118 दिन से बिना अनुमति छुट्टी पर था. इतना ही नहीं आरक्षक के खिलाफ विभागीय जांच के भी आदेश दिए गए हैं.
महादेव एप के आरोपियों को कुवैत से लाने का किया जा रहा है प्रयास : गृहमंत्री श्री शर्मा
बैठक में महादेव एप मामले पर श्री शर्मा ने कहा कि महादेव ऐप पर लगातार और भी कार्रवाइयां हुईं हैं अगर डिटेल्स चाहिए तो कुछ दिन बाद दुर्ग में आकर मैं स्वयं विवरण सामने रखूंगा। वैसे महादेव पहले जैसे चलता था वो बंद हुआ है, बात अगर प्रत्यर्पण की है तो उसके लिए प्रयास हुए हैं, कुवैत से आरोपी पकड़ के लाना है तो इस हेतु भी प्रयास किए गए हैं।
आज प्रभारी मंत्री विजय शर्मा के साथ बैठक में दुर्ग सांसद विजय बघेल, वैशाली नगर विधायक रिकेश सेन, दुर्ग ग्रामीण विधायक ललित चंद्राकर, दुर्ग शहर विधायक गजेंद्र यादव, अहिवारा विधायक डोमन लाल कोर्सेवाडा़ भी मौजूद रहे।
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