कौन होगा कोप का शिकार, किसकी होगी नैया पार
पांच प्रत्याशियों में कौन मारेगी बाजी
*बीजेपी, कांग्रेस के लिए कितना नफा कितना नुकसान
उतई 06 Feb, (Swarnim Savera) /- उतई के पंद्रह वार्ड वाले इस नगर पंचायत चुनाव में महिला(सामान्य) के लिए आरक्षित अध्यक्ष पद पर अपने विजय का परचम लहराने के लिए पांच प्रत्याशियों ने इस चुनावी समर में ताल ठोक दिया है। कांग्रेस पार्टी से हीरा देवी वर्मा, भारतीय जनता पार्टी से सरस्वती नरेन्द्र साहू, जोहार छत्तीसगढ़ पार्टी से कुसुम देवांगन वहीं निर्दलीय प्रत्याशी श्वेता सतीश पारख और सुनीता रूपनारायण शर्मा चुनाव मैदान में हैं। इस नगर पंचायत का यह चौथा चुनाव है। यहां के चुनाव का पिछला इतिहास को देखें तो पहले और दूसरे चुनाव में निर्दलीय प्रत्याशी ने अध्यक्ष पद पर जीत हासिल की थी वहीं तीसरे चुनाव में कांग्रेस पार्टी के प्रत्याशी ने बाजी मारी थी। प्रत्याशियों की राजनीति में पकड़ कितनी सशक्त है इस पर गौर करें तो बीजेपी की सरस्वती नरेन्द्र साहू पिछले कार्यकाल में पार्षद रह चुकी हैं। कांग्रेस की हीरा देवी वर्मा के पुत्र भी राजनीतिक पृष्ठ भूमि से आते हैं।जोहार छत्तीसगढ़ पार्टी से कुसुम देवांगन की राजनीति में शुरुवात हुई है। निर्दलीय प्रत्याशी में सुनीता रूपनारायण शर्मा पूर्व में उतई पंचायत की सरपंच रह चुकी हैं। इनके पति रूपनारायण शर्मा का नाम भारतीय जनता पार्टी के वरिष्ठ सदस्यों में गिना जाता रहा है, लेकिन नाराजगी के जो भी कारण हो उनकी पत्नी सुनीता शर्मा को चुनावी मैदान में बतौर निर्दलीय प्रत्याशी उतरना पड़ा। इस नाराजगी के असर को बीजेपी की प्रत्याशी कितना कम कर पाएगी ये देखने वाली बात होगी। श्वेता सतीश पारख की राजनीति के आधार का पूर्वावलोकन यही दर्शाता है कि इनके पति सतीश पारख जनपद सदस्य रह चुके हैं। स्थानीय स्तर के चुनाव में आम तौर पर मतदाता की पसंद होता है एक ऐसा व्यक्तित्व जो शहर की स्थिति और आवश्यकताओं से भलीभांति परिचित हो। उसकी अपेक्षाओं की पूर्ति के लिए दमखम के साथ खड़ा दिखाई दे। मतदाता के इस मापदंड में जो भी प्रत्याशी सौ प्रतिशत खरा उतर गया समझो उसकी नैया पार लगी। वार्ड 07 से एक दिलचस्प और रोचक नजारा देखने को मिल रहा है जिसमें जोहार छत्तीसगढ़ पार्टी से खुमान सिंह साहू जिसे यहां के लोग चाय वाला के नाम से भी बुलाते हैं वे चुनाव में अपनी किस्मत आजमाने पार्षद पद के लिए चुनावी समर में कूद पड़े हैं।