पोस्टर वार से अब जानवर वार पर पहुंची छत्तीसगढ़ की राजनीति: बीजेपी-कांग्रेस ने एक दूसरे को बताया कुत्ते की दुम

रायपुर/- छत्तीसगढ़ में लोकसभा चुनाव जैसे-जैसे नजदीक आते जा रही है। वैसे ही कांग्रेस-भाजपा के बीच विवादित बयान बढ़ते जा रहा है। दोनों ही पार्टी एक-दूसरे पर लगातार निशाना साध रहे हैं। वहीं छत्तीसगढ़ भाजपा ने सोशल मीडिया एक्स पर एक वीडियो पोस्ट किया है, जिसमें कांग्रेस कार्यकर्ताओं को कुत्ते के पूछ कभी सीधी नहीं होती कहावत से तुलना की है। वहीं इस वीडियो पर कांग्रेस ने भी तीखा प्रहार करते हुए बीजेपी की चरित्र को पूछ की तरह बताया है। छत्तीसगढ़ भाजपा ने अपने एक्स पर वीडियो जारी किया है। वीडियो में कहा जा रहा है कि वो कहावत है, न कि कुत्ते की पूछ कभी सीधी नहीं हो सकती। कुछ इसी तरह के हालत कांग्रेसी खेमे भी है। लोगों ने इन्हें विधायक, मंत्री और सांसद तो बना दिया, लेकिन ये लोग सुधरने का नाम नहीं ले रहे हैं। इस वीडियो में कांग्रेसी नेताओं के चेहरे को भी दिखाया गया है। साथ ही विवादित बयान भी दिखाया गया है।

भाजपा के वीडियो का कांग्रेस प्रदेश संचार के अध्यक्ष सुशील आनंद शुक्ला ने का पलटवार किया है। उन्होंने कहा कि भारतीय जनता पार्टी का चरित्र है। उनका ही संस्कार है। एक तरफ तो दुहाई दे रहे हैं कि हमारे नेताओं के बारे में कांग्रेस के लोग टिप्पणी कर रहे हैं, दूसरी तरफ इस प्रकार के अनादर आपत्तिजनक बयान जारी करके पूरी पार्टी को अपमानित कम कर रही है। यह भारतीय जनता पार्टी का चरित्र है। भारतीय जनता पार्टी का यह जो चरित्र है यह कुछ नया नहीं है। उसे वीडियो में जिस तरह का मुहावरे का प्रयोग किया है, जिसके पूछ का प्रयोग किया है। लगभग भारतीय जनता पार्टी का वही चरित्र है वह कभी भी सीधी नहीं हो सकती। 

कवासी लखमा और महंत ने जो कहा है उन शब्दों के भावनाएं कहीं से भी गलत नहीं थे। भारतीय जनता पार्टी को हिंदी, गोंडी, छत्तीसगढ़ी, अंग्रेजी नहीं आते उसमें हमारा कोई दोष नहीं है। उन्होंनेकवासी लखमा के बयान पर सफाई देते हुए कहा कि गोंडी भाषा ने कहा गया कि कवासी जीतेगा और मोदी का कार्यकाल का अंत होगा। यह सामान्य बात है।  

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