सचिवों की हड़ताल से बिगड़ा पंचायतों के काम का सुर ताल
शासकीयकरण की मांग को लेकर आंदोलनरत हैं पंचायत सचिव =
बस्तर 01 May, (Swarnim Savera) । स्वयं को शासकीय सेवक का दर्जा देने की मांग को लेकर बस्तर जिले की ग्राम पंचायतों के सचिव हड़ताल पर चले गए हैं। उनकी हड़ताल से पंचायतों के कामकाज का सुर ताल बिगड़ गया है। जिले की सभी ग्राम पंचायतों का काम बुरीतरह प्रभावित हो रहा है।
बकावंड, बस्तर, जगदलपुर समेत सभी विकासखंडों की ग्राम पंचायतों के सचिव ब्लॉक मुख्यालयों में धरने पर बैठे हुए हैं। पंचायत सचिव अपने पद के शासकीयकरण और अन्य शासकीय कर्मियों की तरह वेतन, भत्ता समेत अन्य सभी शासकीय सुविधाएं देने की मांग कर रहे हैं।बस्तर ब्लॉक मुख्यालय में आयोजित धरना में सचिव संघ के बस्तर ब्लाक अध्यक्ष विद्याधर नेताम, रुपसिंह बघेल, पीलासिंह ठाकुर, मीडिया प्रभारी बस्तर हेमंत सेठिया, राजेश कुमार नाग, रमेश ठाकुर, सजेंद्र नाग आदि लगातार शामिल होते आ रहे हैं। उनकी हड़ताल की वजह से ग्राम पंचायतों में कामकाज ठप पड़ गया है। बेरोजगारी भत्ता के लिए बेरोजगारों का पंजीयन, जन्म – मृत्यु पंजीयन, बुजुर्गों, विधवाओं की पेंशन, राशि आहरण, भुगतान आदि कार्य थम गए हैं। आर्थिक – सामाजिक सर्वेक्षण के कार्य में भी अड़चन आ रही है। सचिवों का कहना है कि राज्य सरकार जब तक उनकी मांग मान नहीं लेती, तब तक हड़ताल जारी रहेगी।