T20 World cup : छह महीने पहले तक रोहित-कोहली के चयन पर था संशय, दमदार वापसी कर बने विश्व विजेता
नई दिल्ली/ भारतीय टीम के मौजूदा दौर में दो सबसे बड़े खिलाड़ी रोहित शर्मा और विराट कोहली ने टी20 विश्व कप जीतने के बाद अंतरराष्ट्रीय टी20 से संन्यास लेने का एलान कर दिया। भारत ने बारबाडोस में खेले गए फाइनल मुकाबले में दक्षिण अफ्रीका को हराकर 17 साल के लंबे इंतजार के बाद इस प्रारूप का अपना दूसरा वैश्विक खिताब जीता। रोहित के लिए यह जीत विशेष रही क्योंकि खेल के सबसे छोटे प्रारूप में महेंद्र सिंह धोनी के बाद विश्व विजेता कप्तान बनने वाले वह दूसरे भारतीय बने। हालांकि, इन दोनों दिग्गज खिलाड़ियों के संन्यास की घोषणा करने से फैंस को खुशी के बीच निराशा भी मिली। रोहित 2007 विश्व विजेता टीम का भी हिस्सा रहे थे, वहीं कोहली भी लंबे समय से भारतीय टीम में नियमित रूप से शामिल रहे हैं। हालांकि, 2022 टी20 विश्व कप में सेमीफाइनल में मिली हार के बाद एक वक्त ऐसा आया जब यह दोनों दिग्गज खिलाड़ी कुछ समय तक भारतीय टी20 टीम का हिस्सा नहीं रहे थे। रोहित की अनुपस्थिति में हार्दिक पांड्या ने कुछ द्विपक्षीय टी20 सीरीज में भारत की कमान संभाली थी और रोहित तथा कोहली के टी20 टीम में शामिल होने पर संशय बना हुआ था।
जून में शुरुआत और जून में ही अंत
कोहली ने अपने टी20 अंतरराष्ट्रीय करियर की शुरुआत 12 जून 2010 को की थी। अब 14 साल बाद जून में ही अपना आखिरी मैच भी खेला। भारत के लिए विराट ने 125 टी20 मैच खेले, जिसमें 48.69 की औसत के साथ 4188 रन बनाए। वह रोहित शर्मा के बाद इस प्रारूप में सबसे ज्यादा रन बनाने वालों में दूसरे नंबर पर हैं। कोहली ने अपने इस करियर में एक शतक और 38 अर्धशतक जमाए। वह टी20 विश्व कप के इतिहास में सबसे ज्यादा 1292 रन बनाने वाले बल्लेबाज भी हैं। उनके नाम टी20 विश्व कप में सबसे ज्यादा 15 अर्धशतक भी हैं।
रोहित ने बतौर चैंपियन किया अंत
वहीं, रोहित की बात करें तो उन्होंने अपने टी20 अंतराष्ट्रीय करियर की शुरुआत 2007 में टी20 विश्व कप ट्रॉफी जीतकर की थी। वह 2007 में धोनी की अगुआई में चैंपियन बनने वाली टीम का भी हिस्सा रहे थे। अब नौवें संस्करण में उन्होंने खुद अगुआई करते हुए भारत को टी20 विश्व कप चैंपियन बनाया और करियर का अंत भी एक चैंपियन के तौर पर किया। रोहित ने टीम इंडिया के लिए टी20 में बतौर कप्तान 50 मैच जीते हैं और यह एक रिकॉर्ड भी है। उनसे ज्यादा मैच अभी तक टी20 में किसी कप्तान ने नहीं जीते हैं।
टी20 अंतरराष्ट्रीय से दूर थे रोहित-कोहली
भारत को जब इंग्लैंड के खिलाफ 2022 टी20 विश्व कप के सेमीफाइनल में हार का सामना करना पड़ा तो उसके बाद रोहित और कोहली ने टी20 से ब्रेक लिया। रोहित की अनुपस्थिति में हार्दिक ने कमान संभाली और सूर्यकुमार यादव उपकप्तान की भूमिका में आए। इस बात की चर्चा होने लगी कि भारतीय टीम अब हार्दिक की कप्तानी में 2024 टी20 विश्व कप में खेलने उतर सकती है। दूसरी तरफ, रोहित और कोहली के टी20 में स्ट्राइक रेट पर भी लगातार सवाल उठते रहे। पिछले साल वनडे विश्व कप को देखते हुए भारत ने अधिकतर वनडे प्रारूप के मुकाबले खेले। विश्व कप से पहले एशिया कप 50 ओवर के प्रारूप में हुआ जहां भारतीय टीम विजेता बनकर उभरी। इसके बाद ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ तीन मैचों की वनडे सीरीज भी खेली गई। भारतीय टीम का वनडे विश्व कप में शानदार प्रदर्शन रहा और टीम ने फाइनल से पहले अपने सभी मुकाबले जीते। हालांकि, फाइनल में टीम को ऑस्ट्रेलिया से हार मिली और एक बार फिर रोहित-कोहली का विश्व विजेता बनने का सपना टूट गया।
हार्दिक की अनुपस्थिति में सूर्यकुमार ने संभाली कमान
विश्व कप के बाद भारत को ऑस्ट्रेलिया से टी20 सीरीज खेलनी थी। हार्दिक पांड्या वनडे विश्व कप के दौरान चोटिल हो गए थे जिस कारण वह उस सीरीज का हिस्सा नहीं रहे, जबकि रोहित शर्मा और विराट कोहली को भी ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ टी20 सीरीज के लिए नहीं चुना गया और सूर्यकुमार यादव ने टीम की कमान संभाली। ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ सीरीज के बाद भारत को दक्षिण अफ्रीका दौरे पर जाना था। इस दौरे पर सूर्यकुमार यादव को टी20 सीरीज के लिए कप्तान बनाया गया और टीम ने सीरीज 1-1 से बराबर की। इसके बाद यह लगने लगा कि शायद रोहित और कोहली का टी20 अंतरराष्ट्रीय करियर अब समाप्त हो गया है।
कैसे बदली रणनीति?
जहां एक तरफ इस बात की चर्चा तेज हो गई थी कि रोहित और कोहली शायद अब भारत के लिए टी20 खेलते ना दिखें, वहीं स्थिति एक बार फिर बदली और रोहित तथा कोहली की टी20 टीम में वापसी हुई। दरअसल, हार्दिक के चोटिल होने से भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड (बीसीसीआई) और टीम प्रबंधन को रणनीति में बदलाव करना पड़ा। हार्दिक की अनुपस्थिति में कप्तानी संभालने वाले सूर्यकुमार भी दक्षिण अफ्रीका दौरे पर चोटिल हो गए थे। भारत को इस साल की शुरुआत में अफगानिस्तान के खिलाफ तीन मैचों घरेलू टी20 सीरीज खेलनी थी और इसके बाद इंग्लैंड के खिलाफ पांच मैचों की टेस्ट सीरीज होनी थी। अफगानिस्तान के खिलाफ सीरीज के लिए रोहित और कोहली की भारतीय टीम में वापसी हुई। कोहली पहले मैच में नहीं खेले, जबकि रोहित खाता खोले बिना आउट हुए। दूसरे मैच में रोहित फिर शून्य पर पवेलियन लौटे, जबकि कोहली ने 16 गेंदों पर 29 रनों की पारी खेली। हालांकि, तीसरे मैच में रोहित ने 69 गेंदों पर नाबाद 121 रनों की पारी खेली, वहीं कोहली खाता खोले बिना आउट हुए।
टी20 विश्व कप से पहले यह एकमात्र द्विपक्षीय सीरीज थी क्योंकि इसके बाद खिलाड़ियों को इस प्रारूप में सिर्फ आईपीएल ही खेलना था। इस बीच, बीसीसीआई के सचिव जय शाह ने एक कार्यक्रम के दौरान घोषणा कर दी कि टीम रोहित के नेतृत्व में टी20 विश्व कप में उतरेगी जिसके बाद स्थिति स्पष्ट हो गई और रोहित तथा कोहली को इस प्रारूप में एक और मौका दिया गया। कोहली इसके बाद इंग्लैंड के खिलाफ टेस्ट सीरीज के लिए उपलब्ध नहीं रहे और उन्होंने आईपीएल 2024 से मैदान पर वापसी की। कोहली के लिए आईपीएल का यह सीजन शानदार रहा और वह ऑरेंज कैप जीतने में सफल रहे। टीम प्रबंधन ने इस विश्व कप में रोहित के साथ कोहली को ओपनिंग के तौर पर उतारने का निर्णय लिया। कोहली का बल्ला पूरे टूर्नामेंट में खामोश रहा, लेकिन फाइनल में उन्होंने 76 रनों की महत्वपूर्ण पारी खेली और अपने टी20 करियर का 38वां अर्धशतक जड़ा।