Mahadev बेटिंग एप का पासवर्ड न देने पर दो दोस्तों का अपहरण, बंधक बना कराई साइबर ठगी, आठ गिरफ्तार
लखनऊ/ तीन लाख रुपये लेकर महादेव बेटिंग एप का यूजर आईडी पासवर्ड न देने पर छत्तीसगढ़ के आठ युवकों ने दो दोस्तों को प्रयागराज से अगवा कर लिया। सुशांत गोल्फ सिटी इलाके में एक किराये के मकान में दोनों को बंधक बना लिया। पिछले एक सप्ताह से उनसे ऑनलाइन गेमिंग के जरिये साइबर ठगी करवाते रहे। पुलिस ने मंगलवार को वहां दबिश देकर सभी आठ आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया। बंधक बनाए गए दोनों दोस्तों को मुक्त करवा लिया। इसके बाद आरोपियों को कोर्ट में पेश किया, वहां से जेल भेजे गए।गोसाईंगंज एसीपी किरन यादव ने बताया कि प्रतापगढ़ के लालगंज के पुरवारा गांव निवासी आईटीआई पास अंकित पटेल और छत्तीसगढ़ के अनीश कुमार सिंह की ऑनलाइन गेमिंग के दौरान कई गेमर्स से दोस्ती हुई थी। गेमर्स को महादेव बेटिंग एप का यूजर आईडी व पासवर्ड देने की बात कही थी। इसके एवज में उनको तीन लाख रुपये मिले थे। बावजूद इसके आईडी-पासवर्ड नहीं दिया था।
ऑनलाइन संपर्क में आए गेमर अविनाश मिश्रा ने 25 अगस्त को काम दिलाने के बहाने दोनों को प्रयागराज बुलाया। वहां पर छत्तीसगढ़ निवासी राजा खां, सैलाब दीवान, अमन सिंह, एम सुज्वाय, राज नारायण, महेश्वर विश्वकर्मा, जितेंद्र साहू और सचिन कुमार शाह मिलकर अंकित व अनीश को थार कार से अगवा कर ले गए। सीधे लखनऊ लेकर आए और यहां मकान में बंधक बना लिया। एसीपी ने बताया कि इन आठ आरोपियों को गिरफ्तार किया गया है। कई और लोग इसमें शामिल हैं। उनकी तलाश की जा रही है। गिरफ्तार किए गए सात आरोपी छात्र हैं।
ठगी करवाकर वसूल रहे थे रकम
गिरोह ने कुछ दिन पहले सुशांत गोल्फ सिटी इलाके में किराये पर कमरा लिया था। यहीं से वह ठगी को अंजाम दे रहे थे। अंकित और अनीश को भी यहीं पर बंधक बनाया था। आईडी-पासवर्ड न देने पर ऑनलाइन गेमिंग के नाम पर इन दोनों से ठगी करवा रहे थे। दोनों को एक-एक लैपटॉप दिया था। इसके जरिये लोगाें को सोशल मीडिया पर लिंक भेजकर गेम खेलने के लिए इनवाइट भिजवाते थे। पहचान इन दोनों की इस्तेमाल कर रहे थे। आरोपियों का कहना था कि जो तीन लाख रुपये दोनों ने हड़पे थे वह वसूल रहे थे।
फेक आईडी पर खुलवाए खातों के लिए देते थे 30-40 हजार
ठगी में फेक आईडी पर खुलवाए गए बैंक खातों का इस्तेमाल करते थे। जिसकी आईडी का इस्तेमाल करते थे उसको 30-40 हजार रुपये देते थे। जबकि उस खाते में लाखों रुपये ठगी के आते थे। कुछ लोग ऐसे भी गिरोह से जुड़े हैं जो खाते के इस्तेमाल के लिए हर महीने एकमुश्त रकम लेते हैं। खाते खुलवाने के लिए पीछे बैंकों की भी कुछ लापरवाही उजागर हुई है। उस पहलू पर पुलिस जांच कर रही है।
टास्क देकर रकम लेते, फिर हड़प लेते
आरोपी टेलीग्राम व व्हाट्सएप पर गेमिंग संबंधी लिंक भेजते थे। इसमें टास्क दिया जाता था। एवज में मोटा मुनाफा दिखाया जाता था। पहले छोटी रकम दोगुनी करके भी अकाउंट में भेज देते थे, जिससे गेम खेलने वाले को यकीन हो जाता था। जैसे-जैसे लोग बड़ी रकम लगाते थे वैसे ही रकम दूसरे खातों में ट्रांसफर करते रहते थे।
ऐसे पकड़े गए
पुलिस के मुताबिक आरोपियों के पास अंकित का मोबाइल था। दो दिन पहले किसी तरह से वह मोबाइल अंकित को मिल गया। उसने अपने फैमिली व्हाट्सएप ग्रुप पर लोकेशन भेज दी थी। लोकेशन के आधार पर सोमवार को परिजन लखनऊ आए। सुशांत गोल्फ सिटी पुलिस को सूचना दी। पुलिस की टीम ने और जानकारियां जुटाकर दबिश दी और आरोपियों को पकड़ा।
बड़ा घोटाला है महादेव बेटिंग एप
महादेव एप केस एक हाई-प्रोफाइल घोटाला है। ये एक ऑनलाइन सट्टेबाजी का प्लेटफार्म है। इसके जरिये बैडमिंटन, पोकर, कार्ड गेम, टेनिस, फुटबॉल और क्रिकेट जैसे तमाम खेलों पर ऑनलाइन सट्टा खेला जाता है। इसका मास्टरमाइंड सौरभ चंद्राकर दुबई में है। वह छत्तीसगढ़ का रहने वाला है। उसके साथी रवि उप्पल की भी इसमें मुख्य भूमिका है। तमाम गिरफ्तारियां इसमें हो चुकी हैं। ईडी की भी कार्रवाई चल रही है।