केशलापाठ पुल का एक हिस्सा हुआ क्षतिग्रस्त, भारी वाहनों का आवागमन बंद; पीडब्ल्यूडी विभाग ने की जांच

 रायगढ़/ केशलापाठ पुल का एक हिस्सा पूरी तरह क्षतिग्रस्त हो गया है। इससे इस मार्ग पर भारी वाहनों का परिचालन पूरी तरह से बंद कर दिया गया। इस क्षेत्र में स्थित उद्योगों में कोयला परिवहन भी प्रभावित हो गया है। इस मामले की जानकारी मिलते ही तमनार पुलिस सहित विभागीय अधिकारी मौके पर पहुंचकर जांच में जुट गई है। जानकारी के अनुसार,  बुधवार दोपहर रायगढ़-तमनार मुख्य मार्ग पर गोढ़ी-आमाघाट के बीच केशलापाठ पुल का एक हिस्सा अचानक भरभराकर गिर गया, जिससे हड़कंप की स्थिति निर्मित हो गई। इसके बाद भारी वाहन के चालक पुल को पार करने में डरने लगे थे। इस दौरान खाली गाड़ियां ही धीरे-धीरे पुल को पार कर रही थी।

इस घटना की जानकारी मिलते ही तमनार पुलिस तत्काल मौके पर पहुंची, जिसके बाद इस मार्ग में भारी वाहनों का आवागमन पूरी तरह से बंद करा दिया है। वहीं, फोर व्हीलर और हल्की गाड़ियों को ही ब्रिज पार करने को कहा गया है। साथ ही साथ पीडब्ल्यूडी विभाग के वरिष्ठ अधिकारियों को इस घटना से अवगत करा दिया गया है। 

पीडब्ल्यूडी विभाग के अधिकारी पहुंचे
केशलापाठ पुल का एक हिस्सा ढह जाने की जानकारी मिलते ही मामले की गंभीरता को देखते हुए शाम करीब छह बजे के आसपास पीडब्ल्यूडी विभाग के अधिकारी मौके पर पहुंचकर पुल के निरीक्षण में जुट गई है।  

कई साल पुराना है पुल
बताया जा रहा है कि इस पुल का निर्माण सन्1974-75 में हुआ था और बीते कई सालों से यह पुल जर्जर अवस्था में पहुंच चुका था। स्थानीय गांव के ग्रामीण इस पुल के जीर्णोद्धार की भी मांग करते आ रहे थे। इसी बीच आज दोपहर पुल का एक हिस्सा क्षतिग्रस्त हो जाने से इस मार्ग में गुजरने वाले लोगों में दहशत का माहौल निर्मित हो गया है। 

कोयला परिवहन हुआ प्रभावित
गोढ़ी- आमाघाट के बीच केशलापाठ पुल का एक हिस्सा ढह जाने के बाद से पूंजीपथरा के आसपास स्थित कई छोटे बड़े उद्योगों में कोयला परिवहन प्रभावित हुआ है। चूंकि तमनार क्षेत्र में आधे दर्जन से भी अधिक कोयला खदान स्थापित है जहां से रोजाना हजारों की संख्या में भारी वाहन कोयला लेकर अलग-अलग उद्योगों में जाती है और इस मार्ग में पुल के क्षतिग्रस्त हो जाने की स्थिति में उन्हें 50 किलोमीटर दूर दूसरे रास्ते से आवागमन करना पड़ रहा है।

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