हिंसा के बाद भारत आए बांग्लादेशी नागरिकों ने बताया देश का हाल, जानें अब कैसी है स्थिति
ढाका/ बांग्लादेश में 1975 के बाद एक बार फिर सियासी उथल-पुथल मची है। शेख हसीना के प्रधानमंत्री पद से इस्तीफा देने के बाद मंगलवार की रात अंतरिम सरकार के प्रमुख की नियुक्ति की गई। नोबेल शांति पुरस्कार से सम्मानित मोहम्मद यूनुस को बांग्लादेश की अंतरिम सरकार का प्रमुख बनाया गया है। राष्ट्रपति मोहम्मद शहाबुद्दीन ने इसकी घोषणा की। अंतरिम सरकार बनने के बाद बांग्लादेश से भारत आए बांग्लादेशी नागरिकों ने प्रतिक्रिया दी। उन्होंने देश के मौजूदा हालात पर मीडिया से बात की। उन्होंने बताया कि फिलहाल स्थिति नियंत्रण में है। हालांकि, कुछ ऐसे भी नागरिक थे, जिन्होंने बताया कि 18 जुलाई वहां युद्ध जैसा माहौल था, लेकिन फिर स्थिति को शांत करने के लिए कर्फ्यू लगाया गया और सेना की तैनाती की गई।
बांग्लादेशी नागरिकों ने दी प्रतिक्रिया
भारत पहुंचने के बाद एक नागरिक ने बांग्लादेश की स्थिति पर मीडिया से बाद की। उन्होंने कहा, “स्थिति नियंत्रण में हैं, मैं भारत केवल इलाज के लिए आया हूं।” एक दूसरे नागरिक ने भी मौजूदा स्थिति पर प्रतिक्रिया दी। उन्होंने कहा, “अब सब कुछ वहां ठीक है। वहां कोई समस्या नहीं है। खूब नरसंहार हुए और कई छात्र मारे गए। मैं यहां घूमने आया हूं।”
ढाका से नई दिल्ली लैंड करने वाली एयर इंडिया उड़ान में मौजूद एक बांग्लादेशी नागरिक ने भी मीडिया से बात की। उन्होंने कहा, “बांग्लादेश की स्थिति कई हद तक नियंत्रण में है। कल से कार्यालय, कारखाने, स्कूल. कॉलेज, बैंक सब कुछ चालू हो जाएगा। मैं यहां अपने परिवार से मिलने आया हूं।” एक समुदाय के लोगों को निशाना बनाए जाने की खबरों पर उन्होंने कहा, “भारतीयों के लिए ऐसा कुछ नहीं है, वहां सब नियंत्रण में है। सब कुछ ठीक है।”
एक अन्य नागरिक ने कहा, “वहां की स्थिति न तो ठीक है और न ही ज्यादा खराब है। अंतरिम सरकार ने देश का नियंत्रण अपने हाथ में ले लिया है। 18 जुलाई को बांग्लादेश एक युद्ध क्षेत्र जैसा था, लेकिन फिर यहां कर्फ्यू लगा दिया गया और सेना की तैनाती की गई।”
क्या था हिंसा का कारण
बता दें कि सरकारी नौकरियों में कुछ खास लोगों के एक वर्ग के लिए आरक्षण प्रणाली के खिलाफ जुलाई के मध्य से छात्रों के विरोध प्रदर्शन शुरू हुए थे। जिसके बाद इन प्रदर्शनों ने हिंसक रूप ले लिया। जिसमें कई लोगों की जान चली गई। ताजा आंकड़ों के मुताबिक मृतकों की संख्या बढ़कर 440 तक हो चुकी है।